Ganga Dussehra 2024: गंगा दशहरा हिंदू धर्म के पवित्र पर्वों में से एक है। यह त्योहार हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन गंगा नदी में स्नान का बड़ा महत्व माना गया है। मान्यताओं के अनुसार, जो भी भक्त इस दिन श्रद्धापूर्वक गंगा नदी में डुबकी लगाते हैं उन्हें माता गंगा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से 7 तरह के पापों से भी आपको मुक्ति मिलती है, आज हम आपको अपने इस लेख में इसी बारे में जानकारी देंगे।
गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त
गंगा दशहरा साल 2024 में 16 जून को है। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने से भक्तों को लाभ की प्राप्ति होगी। पंचांग के अनुसार इस दिन स्नान करने का सबसे शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 10 मिनट से 10 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। इस दिन गंगा नदीं में डुबकी लगाने से कौन से पाप मिटते हैं, आइए जानते हैं।
दूसरों का अहित करने के पाप से मुक्ति
अगर आपने जीवन में कभी भी किसी का अहित किया है, तो ऐसा माना जाता है कि गंगा दशहरा के दिन गंगा में डुबकी लगाकर आपको इस पाप से मुक्ति मिल जाती है।
हिंसा के पाप से मुक्ति
अगर आप किसी के साथ हिंसा करते हैं तो पाप का भोगी आपको माना जाता है। हालांकि गंगा दशहरा के दिन आपको इस पाप से मुक्ति पा सकते हैं। आपको शुभ मुहूर्त में गंगा नदी में डूबकी लगाकर हिंसा के पास से मुक्ति मिल सकती है।
वाचिक पाप
अपनी वाणी से जब आप किसी को आहत करते हैं तो उसे वाचिक पाप की संज्ञा दी जाती है। इस पाप की वजह से भी आपको ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त करने में मुश्किल हो सकती है। लेकिन गंगा दशहरे के दिन अगर आप पुण्य स्नान कर लें तो इस पाप के बोझ से भी आपको छुटकारा मिल सकता है।
अवैध सहवास
अगर शादी के बाद आपने किसी अन्य स्त्री या पुरुष से संबंध बनाए हैं और आप इसकी वजह से ग्लानि महसूस कर रहे हैं तो गंगा नदी में आपको डुबकी जरूर लगानी चाहिए। माना जाता है कि गंगा दशहरा के दिन लगाई गई डुबकी से आपका यह पाप भी धुल सकता है। हालांकि गंगा स्नान के बाद आपको कभी भी इस तरह का कार्य फिर नहीं करना चाहिए।
गलती से हुए पाप
कई बार गलती से भी हम कुछ ऐसे कार्य कर बैठते हैं जिन्हें पाप कार्यों की श्रेणी में रखा जाता है। इन पापों से मुक्ति के लिए भी आपको गंगा नदी में स्नान करना चाहिए।
वैचारिक पाप
हिंदू धर्म के अनुसार अगर आप किसी के बारे में कोई बुरी भावना रखते हैं, तो इसे भी पाप माना जाता है। इस पाप से मुक्ति पाना चाहते हैं तो गंगा दशहरा के दिन आपको डुबकी लगानी चाहिए। लेकिन शर्त यही है कि स्नान के बाद फिर कभी आपके मने में ऐसे विचार न आएं।
दुराग्रह का पाप
अगर आपने किसी के खिलाफ कोई झूठी खबर फैलाई है, या झूठ बोलकर किसी का अहित किया है तो इस पाप से मुक्ति पाने के लिए भी आपको गंगा नदी में गंगा दशहरा के दिन डुबकी लगानी चाहिए।
अगर आपने भी इसमें से कोई पाप किया है और आप उसका पश्चाताप करना चाहते हैं, तो गंगा दशहरा के दिन आपको गंगा नदी में पुण्य स्नान करना चाहिए। स्नान करने के बाद इनमें से किसी भी पाप को आपको दोहराना नहीं चाहिए।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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