Friday Upay: शुक्रवार को शाम 6 बजकर 37 मिनट तक रेवती नक्षत्र रहेगा। आकाशमंडल में स्थित27 नक्षत्रों में से रेवती नक्षत्र को अंतिम नक्षत्र माना जाता है । नक्षत्र का अर्थ है- कुछ तारों को मिलकर बनी एक आकृति। कहते हैं रेवती नक्षत्र 32 तारों का समूह है, जिसका अर्थ है- धनवान या धनी। इस नक्षत्र को धन सम्पदा की प्राप्ति और एक अच्छे सुखी जीवन के साथ जोड़ कर देखा जाता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार पानी में तैरती हुई मछली को रेवती नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह माना जाता है, रेवती नक्षत्र की राशि मीन है और मीन राशि के स्वामी गुरु हैं जबकि रेवती नक्षत्र के स्वामी बुध हैं । अतः रेवती नक्षत्र में बुध की उपासना करनी चाहिए।
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शुक्रवार को रेवती नक्षत्र में करें ये उपाय
- यदि आपको लगता है कि आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक रहता है और घर के सदस्यों को कई परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है तो रेवती नक्षत्र में घर के बाहर खाली हिस्से में महुआ का पेड़ लगाएं।
- अगर आप अनावश्यक खर्चों से परेशान रहते हैं तो रेवती नक्षत्र में महुआ के पेड़ का बांदा घर लाकर, लाल कपड़े में लपेटकर मंदिर में रख दें। आपको धीरे- धीरे करके फायदा देखने को मिलेगा।
- यदि आपके किसी महत्वपूर्ण कार्य के प्रारम्भ में ही उसमें रुकावटें आनी शुरु हो जाती हैं और वो काम समय रहते पूरा नहीं हो पाता तो रेवती नक्षत्र में महुआ के वृक्ष से 11 पत्ते तोड़ कर ले आएं। इन पत्तों पर चंदन या कुमकुम से 'श्री' लिखें। अब इन पत्तों को सफेद धागे में पिरोकर, उसकी माला बनाकर हनुमान जी मंदिर में जाकर अर्पित कर दें।
- यदि आप अपने काम को लेकर हमेशा तनाव में रहते हैं या किसी न किसी कारणवश आए दिन आपकी नौकरी में बदलाव होते रहते हैं तो रेवती नक्षत्र में सुबह के समय महुआ का एक पत्ता तोड़ कर घरले लाएं और उस पत्ते को साफ पानी से धोकर, उस पर ‘श्री राम’ लिखकर अपने पर्स में या तिजोरी में रख लें।
- अगर आप संतान सुख पाना चाहते हैं तो इसके लिए रेवती नक्षत्र में सुबह स्नान करने के बाद एक जटा वाला नारियल और सवा मीटर लाल कपड़ा लें। उसलाल कपड़े को नारियल के ऊपर लपेटकर, 21 बार कलावे से बांध दें। अब नारियल को अपने ऊपर से 7 बार वार कर घर में पूजा वाले स्थान पर रख दें
और संभव हो तो सुंदरकांड का पाठ करें। फिर भगवान से प्रार्थना करते हुए मंदिर में रखे नारियल को लेकर बहते जल में प्रवाहित कर दें।
- यदि आपका बच्चा अचानक से रात को सोते समय डर जाता है तो रेवती नक्षत्र में हनुमानजी को प्रणाम करके, उनके पैर से सिंदूर लेकर अपने बच्चे को तिलक करें। इसके बाद अपने बच्चे के पास बैठकर हनुमान चलीसा का पाठ करें। अगर आपका बच्चा बड़ा है तो उससे हनुमान चालीसा पढ़ने को कहें।
- अगर आपके दांपत्य जीवन में बहुत-सी समस्याओं ने अपनी जगह बना रखी है या फिर लव लाइफ में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो रेवती नक्षत्र में महुआ के पेड़ से एक कलम के बराबर लकड़ी लेकर आएं। उस लकड़ी से सिंदूर लेकर, नारियल के ऊपर स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं। साथ ही अगर संभव
हो तो मंगल स्त्रोत का पाठ करें।
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- आप अपने बिजनेस को दूर विदेश तक पहुंचाना चाहते हैं और उसकी तरक्की देखना चाहते हैं तो इसके लिए रेवती नक्षत्र में गाय का गोबर लाकर घर की पूर्व दिशा के छोटे से स्थान में गोबर का चौका मार दें यानी गोबर से लीप दें। इसके बाद लाल सिंदूर से 8 कोनों वाला फूल का डिजाइन बनाएं और उस पर लाल कपड़ा बिछाकर 900 ग्राम लाल मसूर की दाल की ढेरी बनाएं। उसके बाद हनुमान यंत्र या हनुमान जी की प्रतिमा लेकर वहां रख दें। अब पानी से यंत्र या मूर्ति पर छींटा मारें और रोली से तिलक करें। साथ ही गुड़ का भोग लगाएं।
अब भगवान से अपने कार्य की सफलता के लिये प्रार्थना करें और सूर्य छिपने से पहले हनुमान जी की मूर्ति या यंत्र वहां से हटाकर अपने घर के मंदिर में स्थापित कर लें और बाकी शेष सामग्री लाल कपड़े में बांध कर बहते जल में प्रवाहित कर दें।
- यदि लाख प्रयासों के बावजूद भी आपका सोचा हुआकाम समय रहते पूरा नहीं होता तो रेवती नक्षत्र में हनुमान जी के मंदिर जाकर सिंदूर का टीका लगाएं और अपने हाथ की कलाई पर लाल धागा बांध लें।
- अगर आप अपनी वाणी के दम पर दूसरों का विश्वास जीतना चाहते हैं, अपने कार्यों को सफल बनाने चाहते हैं तो आज के दिन आपको सुबह स्नान आदि के बाद बुध के इस मंत्र का 11 बार जाप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- 'ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:'
- हर कोई चाहता है कि उसके व्यापार की बिक्री बढ़ जाए और बिजनेस में अधिक से अधिक धन लाभ हो। इसके लिए रेवती नक्षत्र में लाल चंदन, लाल फूल और रोली लेकर, एक लाल रंग के कपड़े में बांधकर पोटली बना लें और आने वाले एक सप्ताह के लिए मंदिर में रख दें। एक सप्ताह बाद कपड़े की पोटली में से तीनों चीजों को निकालकर पीपल के पेड़ के नीचे रख दें और उस लाल कपड़े को अपने पास संभालकर रख लें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)