दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस त्योहार को देश-विदेश में हिंदू धर्म के अनुयायियों द्वारा बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम और माता दुर्गा की पूजा के साथ ही कई तरह के उपाय भी किए जाते हैं। इन उपायों को करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही अगर आपके वैवाहिक जीवन में दिक्कतें आ रही हैं, या विवाह होने में देरी हो रही है तो इस दिन आपको कुछ उपाय आजमाकर देखने चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, दशहरा के दिन किए गए कुछ उपाय आपके वैवाहिक जीवन में शांति और प्रेम लेकर आ सकते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
इस उपाय को करने से बनेगी हर बिगड़ी बात
- अगर आप विवाहित हैं तो अपने जीवनसाथी के साथ मिलकर दान आपको करना चाहिए। वहीं अगर आप सिंगल हैं तो आप भी इन चीजों का दान कर सकते हैं। दशहरे के दिन आपको अन्न या फिर वस्त्र का दान करना चाहिए। हालांकि दान आपको गुप्त रूप से करना है। इन चीजों का दान करने के बाद आपको ईश्वर से प्रार्थना करनी है कि वैवाहिक जीवन में सुख की प्राप्ति हो। माना जाता है कि, दशहरे के दिन यह उपाय करने के बाद आपका वैवाहिक जीवन सुखमय होने लगता है।
- दशहरे के दिन अगर आप नारियल को एक पीले कपड़े में बांधकर, मिठाई और पान के साथ राम मंदिर में दान देते हैं तो इससे भी वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर होती हैं। यह उपाय आपको कार्यक्षेत्र में भी सफलता प्रदान करता है।
शमी के पेड़ की करें पूजा
शमी के हिंदू धर्म में बेहद पवित्र पेड़ माना जाता है। दशहरे के दिन अगर पति-पत्नी मिलकर शमी के पेड़ की पूजा करते हैं तो, वैवाहिक जीवन में आ रही हर प्रकार की नकारात्मकता दूर हो जाती है। आपको शमी के पेड़ के पास सरसों का दीपक जलाकर पूजा-आराधना करनी चाहिए। इस उपाय के प्रभाव से पति-पत्नी के बीच हो रहे झगड़े खत्म होने लगते हैं। इसके साथ ही इस उपाय को करने से कुंडली में शनि की स्थिति भी अनुकूल हो जाती है।
वैवाहिक जीवन में इन उपायों को करने से आएगी खुशहाली
अगर जीवनसाथी के साथ आपकी नोकझोंक होती रहती है। छोटी-छोटी बातें भी बड़े झगड़े का कारण बन जाती हैं, तो दशहरे के दिन आपको अपने जीवनसाथी के साथ मिलकर कुमकुम, लाल रंग के फूल और रोली से घर में रंगोली बनानी चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में संतुलन आने लगता है, गलतफहमियां दूर होती हैं और पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। । इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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