स्वप्नशास्त्र में हर सपने का कुछ न कुछ अर्थ बताया गया है। कई सपने ऐसे होते हैं जिनका देखा जाना शुभता का प्रतीक होता है, और कुछ ऐसे भी होते हैं जो नकारात्मकता सूचक माने जाते हैं। वहीं स्वप्नशास्त्र में सपनों के समय को लेकर भी हमें जानकारी मिलती है, सपने के सच होने के पीछे देखे गये समय को भी जरूरी माना जाता है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि अगर आप सुबह के समय बुरे सपने देखते हैं तो इसका अर्थ क्या होता है और किस समय देखे गए सपने अक्सर सच माने जाते हैं।
किस समय देखे गए स्वप्न होते हैं सच
- स्वप्नशास्त्र में विस्तृत रूप से समझाया गया है कि कब और किस स्थिति में देखे गए सपने सच होंगे, और कब देखे गए सपनों को कोई फल नहीं होगा।
- स्वप्नशास्त्र के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति शारीरिक या मानसिक रूप से बीमार है, या कोई व्यक्ति अत्यधिक कमजोरी के कारण सोया है तो उसको आए सपनों का कुछ भी अर्थ नहीं होता।
- रात्रि के पहले पहर में देखे गए सपनों का कोई अर्थ नहीं होता। ये सपने ज्यादातर दिन भर में हुए अनुभवों के कारण आते हैं। रात्रि का पहला पहर 6 से 9 के बीच रहता है।
- रात के दूसरे पहर यानि 9 से 12 के बीच आए सपने भी फल देने वाले नहीं माने जाते, इनका कुछ फल मिलता भी है तो बहुत समय के बाद।
- अगर कोई व्यक्ति शराब या किसी भी मादक पदार्थ का सेवन करके सोया हो, तो उसे जो भी सपने आते हैं उनका सच होना भी संभव नहीं होता। ऐसे लोगों को आए हुए सपने भी निर्रथक माने जाते हैं।
- अगर आपका शरीर स्वस्थ है, तब आपको जो सपने रात्रि के अंतिम पहर में आते हैं उन्हें ही सबसे ज्यादा अर्थपूर्ण माना जाता है। रात्रि का अंतिम या चौथा पहर 3 बजे से शुरू होता है और 6 बजे खत्म होता है।
सुबह के समय बुरा सपना देखने का मतलब
तो अब आप जान गए होंगे कि किन सपनों को लेकर आपको ज्यादा गंभीर होना चाहिए। आइए अब जानते हैं कि रात्रि के अंतिम पहर या फिर यूं कहें सुबह के समय आपको कोई बुरा सपना दिखाई देता है तो उसका क्या अर्थ लगाया जाता है।
अगर आप सुबह के समय कोई बुरा सपना देखते हैं तो, कई बार इसका मतलब नकारात्मक होता है वहीं कुछ स्थितियों में ऐसा सपना आपको अच्छा परिणाम भी दे सकता है। अगर आप बुरा सपना देखकर घबरा गए हैं तो आपको हनुमान जी के सामने अपना सपना खोलना चाहिए, माना जाता है कि इससे सपने का बुरा प्रभाव खत्म हो जाता है। इसके साथ ही अगर आप बुरा सपना आने के बाद किसी जरूरतमंद की सहायता कर दें तो इससे भी सपने का नकारात्मक असर कम हो जाता है।
- अगर आप किसी की मृत्यु या फिर अपनी मृत्यु का सपना सुबह के समय देखते हैं तो ये अच्छा संकेत माना जाता है। इसका अर्थ होता है कि आपकी या जिस व्यक्ति की मृत्यु आपने देखी है उसकी बलाएं टल गई हैं।
- सुबह के समय यात्रा में किसी व्यक्ति की दुर्घटना का सपना आ जाए तो सावधान हो जाएं, इस बारे में उस व्यक्ति को भी सचेत करें, ये सपना अच्छा नहीं माना जाता।
- सपने में पूर्वजों को दिखना भी बहुत शुभ नहीं माना गया है, इसका अर्थ यह लगाया जाता है कि आपके पितृ अतृप्त हैं।
- अगर सपने में आप देखें कि सांप, शेर, बंदर, गधा आपको काट गया है तो यह सपना बहुत शुभ होता है, इस सपने के बाद आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।
- सपने में अगर आपको भूत - प्रेत दिखते हैं तो घबराएं नहीं , ये सपना आपको राजकीय सम्मान दिला सकता है।
- घर परिवार के किसी व्यक्ति की मृत्यु का सपना भी बुरा नहीं माना जाता, यह सपना आपके करीबी की उम्र बढ़ा सकता है।
बुरे सपने आने का कारण
शास्त्रों की मानें तो आपकी कुंडली में जब राहु, केतु, शनि जैसे ग्रह ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं तो आपको डरावने सपने आने लगते हैं। अगर आप इन ग्रहों की शांति नहीं करते या कुछ ऐसा काम करते हैं जिससे इन ग्रहों की स्थिति खराब होती है, तो न केवल स्वप्न में बल्कि असल जीवन में भी ये आपको परेशान कर सकते हैं। हालांकि इन ग्रहों की स्थिति अगर कुंडली में अनुकूल हो तो ज्यादा बुरा प्रभाव ये नहीं देते।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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