ज्योतिष में ऐसे कई योग बताए गए हैं जिनका व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर देखने को मिलता है। ज्योतिष में योग दोनों तरह के होते हैं शुभ भी और अशुभ भी। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे योग की जानकारी देने वाले हैं जिसे ज्योतिष के अच्छे योगों में से एक माना जाता है। इस योग का नाम है बुधादित्य, इसके कुंडली में बनने से व्यक्ति को जीवन में सफलता भी प्राप्त होती है और सुखृ-समृद्धि भी।
बुधादित्य योग कैसे बनता है?
बुधादित्य योग ग्रहों के राजा सूर्य और राजकुमार बुध की युति से बनता है। यानि जब सूर्य-बुध कुंडली के किसी भाव में साथ हों तो यह योग बनता है। हालांकि इस योग का सबसे अच्छा प्रभाव तब मिलता है जब बुध सूर्य के पीछे 14 अंश पर स्थित हो। अगर डिग्री के हिसाब से सूर्य और बुध बहुत पास हों तो यह योग सामान्य परिणाम देता है।
बुधादित्य योग का फल
कुंडली के किसी भी भाव में यह योग बने तो उस भाव से जुड़े अच्छे परिणाम व्यक्ति को मिलते हैं। पहले और दूसरे भाव में इस योग के होने से पैसा, पद, सम्मान व्यक्ति को प्राप्त होता है। तृतीय भाव में इस योदग के होने से व्यक्ति की वाणी में मिठास आती है, ऐसे लोग साहसिक कार्यों में सफलता पा सकते हैं। चतुर्थ भाव में यह योग वैवाहिक और पारवारिक जीवन में सफलतादायक माना गया है। पंचम भाव में बुधादित्य योग के बनने से शिक्षा क्षेत्र में उपलब्धियां मिलती हैं। छठे भाव में इस योग का होना जातक को अच्छा चिकित्सक बना सकता है। सप्तम भाव में ये योग हो तो अच्छा जीवनसाथी मिलता है। अष्टम भाव में इस योग के होने से विरासत में खूब धन संपत्ति मिल सकती है। नवम भाव में बुधादित्य योग हो तो जातक धार्मिक कार्य करने वाला होता है और ऐसे लोगों को भाग्य का भी साथ मिलता है। दशम भाव में यह योग व्यक्ति को प्रसिद्धि दिलाता है। एकादश भाव में यह योग बने तो सरकारी क्षेत्रों से लाभ होता है। द्वादश भाव में यह योग विदेशों में सफलता दिलाता है।
कैसे होते हैं वो लोग जिनकी कुंडली में होता है बुधादित्य योग
जिन लोगों की कुंडली में बुधादित्य योग होता है उन्हें बौद्धिक रूप से काफी सशक्त माना जाता है। ऐसे लोग अपने करीबियों का हित करने वाले होते हैं। वाणी में मिठास होती है और अक्सर शिक्षा के क्षेत्र में इन्हें अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। सूर्य और बुध ऐसे लोगों को साहसी और ऊर्जावान भी बनाते हैं। उम्र के किसी न किसी पड़ाव में इन्हें सामाजिक स्तर पर ख्याति जरूर प्राप्त होती है। पारिवारिक की खुशियों के लिए बड़े से बड़ा बलिदान भी ऐसे लोग दे सकते हैं। हालांकि सेहत को लेकर थोड़ा सावधानियों ऐसे लोगों को बरतनी चाहिए।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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