Budh Margi 2023: आज यानी 15 सितंबर को बुध सिंह राशि मार्गी होंगे। बता दें कि इससे पहले बुध बीते 24 जुलाई की भोर 4 बजकर 31 मिनट पर सिंह राशि में प्रवेश किए थे और 23 अगस्त की देर रात 1 बजकर 28 मिनट पर बुध सिंह राशि में वक्री यानि उल्टे गति से गोचर करने लगे थे और आज देर रात 1 बजकर 52 मिनट पर बुध सिंह राशि में मार्गी होंगे यानि सीधी गति से गोचर करने लगेंगे और मार्गी गति से गोचर करते हुए 1 अक्टूबर की रात 8 बजकर 37 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बुध के इस मार्गी गोचर से विभिन्न राशि वालों पर क्या प्रभाव पड़ेगा, बुध आपके जन्मपत्रिका के किस स्थान पर मार्गी हुए हैं। साथ ही इस दौरान अशुभ प्रभावों बचने के लिए और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
मेष राशि-
बुध का मार्गी गोचर आपके पांचवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। बुध के इस गोचर से 1 अक्टूबर तक जिन लोगों ने अपने घर में गाय पाल रखी है, उनकी संतान और जीवनसाथी के लिए भी स्थिति अच्छी रहेगी। लोग आपकी बातों को तरजीह देंगे। समाज में आपका सम्मान बढ़ेगा। लिहाजा 1 अक्टूबर तक हर तरह से अपनी वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए- गाय को हरा चारा खिलाएं।
वृष राशि-
बुध का मार्गी गोचर आपके चौथे स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन तथा माता से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से 1 अक्टूबर तक कार्यों में माता का सहयोग मिलेगा। साथी आपको उनका पूरा ध्यान रखना चाहिए । आपकी आर्थिक स्थिति भी इस दौरान ज्यादा ठीक नहीं रहेगी। अगर संभव हो तो इस दौरान आपको कहीं यात्रा करने से बचना चाहिए। लिहाजा बुध की अशुभ स्थिति से बचने के लिए मस्तक पर केसर का तिलक लगाएं ।
मिथुन राशि-
बुध का मार्गी गोचर आपके तीसरे स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाई-बहन तथा यश से है। बुध के इस गोचर से भाई-बहनों के साथ आपके संबंध बेहतर होंगे। आपको अपने कार्यों में भाई-बहनों से पूरा सहयोग मिलेगा। इस दौरान आप दूसरों के सामने अपनी बात को अच्छे से रख पायेंगे। आपकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहेगी। आपको अपनी मेहनत का फल जरूर प्राप्त होगा। लिहाजा बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए- रात को हरे मूंग भिगोकर अगले दिन सुबह जानवरों को खिला दें।
कर्क राशि-
बुध का मार्गी गोचर आपके दूसरे स्थान पर हुआ है । जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन तथा स्वभाव से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपका बिजनेस अच्छा चलेगा। पैसों के मामले में आपकी स्थिति ठीक रहेगी। इस दौरान आपकी बौद्धिक क्षमता भी अच्छी रहेगी। आप खुद में मस्त रहने की कोशिश करेंगे और अपनी बोली से सारे कामों को अच्छे से पूरा कर लेंगे। लिहाजा बुध की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए- आपको चांदी की कोई चीज़ धारण करनी चाहिए ।
सिंह राशि-
मार्गी बुध का गोचर आपके पहले स्थान पर, यानि लग्न स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का संबंध हमारे शरीर तथा मुख से है। बुध के इस गोचर से इस राशि वाले दूसरों को जल्द ही अपनी बातों से प्रभावित कर लेंगे। जीवन राजा के समान रहेगा। इनकी कमाई में अपने आप बढ़ोतरी होगी। लिहाजा शुभ फल बनाये रखने के लिए- आपको हरे रंग के कपड़े पहनना अवॉयड करना चाहिए। साथ ही जितना हो सके, हरे रंग की चीज़ों का दान करना चाहिए।
कन्या राशि-
बुध का मार्गी गोचर आपके बारहवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय तथा शय्या सुख से है। बुध के इस गोचर से खर्चे में बढ़ोतरी हो सकती है। पारिवारिक रिश्तों में मजबूती आयेगी। इस दौरान आपके मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी। लिहाजा बुध के शुभ फलों को बनाये रखने के लिए- मंदिर में मिट्टी का घड़ा दान करें।
तुला राशि-
बुध का मार्गी गोचर आपके ग्यारहवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय तथा इच्छाओं की पूर्ति से होता है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपकी कोई इच्छा पूरी हो सकती है। पैसों के मामले में आपको अपनी मेहनत के बल पर लाभ होगा। आप इस दौरान थोड़े शर्मीले स्वभाव के रहेंगे। आपकी संतान शिक्षा के क्षेत्र में आगे रहेगी। लिहाजा बुध के शुभ फल पाने के लिए-
मां दुर्गा की उपासना करें।
वृश्चिक राशि-
बुध का मार्गी गोचर आपके दसवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य तथा पिता से होता है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपको किसी चीज़ के प्रति अधिक लालच हो सकता है। आपको इससे बचना चाहिए। 1 अक्टूबर तक आपको अपने पिता की सेहत का भी पूरा ध्यान रखने की जरूरत है। लिहाजा बुध की अशुभ स्थिति से बचने के लिए- आपको किसी कन्या का आशीर्वाद लेना चाहिए।
धनु राशि-
बुध का मार्गी गोचर आपके नौवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। बुध के इस गोचर से आपको भाग्य का उतना साथ नहीं मिल पायेगा, जितना आपको उम्मीद है। आगे बढ़ने के लिए आपको खुद ही मेहनत करनी होगी। आपको इस दौरान किसी से किये गए वादों को पूरा करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। लिहाजा बुध के शुभ फल पाने के लिए- आपको हरे रंग की चीज़ों को उपयोग में लाने से बचना चाहिए।
मकर राशि-
बुध का मार्गी गोचर आपके आठवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका का यह स्थान आयु से संबंध रखता है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से 1 अक्टूबर तक आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। शारीरिक और मानसिक रूप से आप फिट रहेंगे। आपकी बौद्धिक क्षमता मजबूत रहेगी। लिहाजा बुध की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए- इस दौरान रोज बुध के मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र है- ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
कुंभ राशि-
बुध का मार्गी गोचर आपके सातवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते अधिक मजबूत नहीं रहेंगे। आपको रिश्तों में तालमेल बिठाकर चलने की जरूरत है। साथ ही पैसों के मामले में भी थोड़ी सावधानी रखनी चाहिए। लिहाजा बुध के अशुभ फलों से बचने के लिए- आपको मंदिर में भिगोये हुए हरे मूंग का दान करना चाहिए।
मीन राशि-
बुध का मार्गी गोचर आपके छठे स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु तथा स्वास्थ्य से है। बुध के इस गोचर से लोग आपकी बातों से इम्प्रेस होंगे और आपकी काम में मदद भी करेंगे। साथ ही इस बीच आप जितना धैर्य बनाकर रखेंगे, आपके लिए उतना ही अच्छा होगा । 1 अक्टूबर तक आपको आगे बढ़ाने के कई मौके मिलेंगे। लिहाजा शुभ स्थिति को अपने पक्ष में बनाये रखने के लिए- घर की किसी महिला को हाथ में चांदी का छल्ला पहनना चाहिए।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)