
Mercury Transit 2025: 27 फरवरी को रात 11 बजकर 45 पर बुध मीन राशि में प्रवेश करेंगे इसके बाद बुध 6 मई की भोर 4 बजकर 7 मिनट तक मीन राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद मेष राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बता दें कि इस बीच बुध मीन राशि में ही 15 मार्च को वक्री और 7 अप्रैल को मार्गी होंगे। भारतीय ज्योतिष के अनुसार बुध, मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है। यह बुद्धि और वाणी का देवता है। इसका सीधा प्रभाव दिमागी रूप से मेहनत वाले कामों पर पड़ता है। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए कि बुध के मीन राशि में इस प्रवेश से विभिन्न राशि वालों पर क्या प्रभाव होगा। साथ ही जानिए बुध उनके किस स्थान पर गोचर करेगा और उसके लिए क्या उपाय करने चाहिए।
मेष राशि
बुध आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय और शय्या सुख से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से समाज में आपका मान सम्मान बढ़ेगा। आपको अपनी मेहनत के अनुसार धन लाभ होगा। परिवार में सबके साथ रिश्ते अच्छे बने रहेंगे। अगर इस दौरान आप अपने खर्चों पर कंट्रोल करेंगे, तो आपकी आर्थिक स्थिति ठीक बनी रहेगी। लिहाजा अपनी आर्थिक स्थिति को ठीक बनाये रखने के लिए मंदिर में मिट्टी का घड़ा दान करें।
वृष राशि
बुध आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय और इच्छाओं की पूर्ति से होता है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से अपनी आमदनी में बढ़ोतरी करने के लिए आपको अपनी कोशिश जारी रखनी चाहिए। साथ ही व्यर्थ की चीजों पर पैसे खर्च करने से आपको बचना चाहिए। लिहाजा बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मां दुर्गा को हरे रंग का दुपट्टा चढ़ाएं।
मिथुन राशि
बुध आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य और पिता से होता है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से मेहनत के बल पर आपको करियर में सफलता मिलेगी। इस दौरान पिता की उन्नति में कुछ समस्याएं आ सकती है। आपको अपने पिता के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। लिहाजा बुध के अशुभ फलों से बचने के लिए आपको दुर्गा कवच का पाठ करना चाहिए।
कर्क राशि
बुध आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के नवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से जीवन में भाग्य का साथ बना रहेगा। इस दौरान आपका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। धार्मिक कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी। साथ ही आपकी तिजोरियां धन से भर जायेगी। लिहाजा बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए अपनी बहन या बुआ को हरे रंग की कोई चीज गिफ्ट करें।
सिंह राशि
बुध आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध हमरे आयु से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने काम पूरे करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। आपको अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। साथ ही अपनी माता और अपनी संतान की सेहत का भी ख्याल बनाये रखें। लिहाजा बुध के अशुभ फलों से बचने के लिए मिट्टी के बर्तन में थोड़ा सा शहद भरकर, उसे ढक्कर घर से दूर कहीं विराने में दबा दें।
कन्या राशि
बुध आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से जीवनसाथी का सहयोग पाने के लिए आपको थोड़ी कोशिश करनी पड़ेगी। आपकी कलम की ताकत बड़े से बड़े शत्रु को भी परास्त करने का काम करेगी। इसके अलावा कोर्ट कचहरी के मामले में भी सब कुछ आपके पक्ष में रहेगा। लिहाजा इन सब चीजों का लाभ पाने के लिए आपको मंदिर में भिगोये हुए हरे मूंग का दान करना चाहिए।
तुला राशि
बुध आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपके फ्रेंड सर्कल में कुछ नए लोग शामिल हो सकते हैं। साथ ही इस बीच आप जितना धैर्य बनाकर रखेंगे, आपके लिए उतना ही अच्छा होगा। शिक्षा, लेखन और कृषि क्षेत्र से संबंधित लोगों को इस दौरान लाभ के कई सारे मौके मिलेंगे। लिहाजा इन सबमें लाभ के अवसर प्राप्त करने के लिए कोई भी शुभ कार्य करने से पहले छोटी कन्या का आशीर्वाद जरूर लें।
वृश्चिक राशि
बुध आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के पांचवें स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपको विद्या का लाभ मिलेगा। साथ ही संतान का सुख पाने के लिए आपको कोशिशें करनी पड़ेगी। जीवनसाथी के साथ रिश्ते अच्छे बनाए रखने में आपको कोशिश करनी पड़ सकती है। अतः बुध के शुभ फल प्राप्त करने के लिए गाय को हरा चारा खिलाएं।
धनु राशि
बुध आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन और माता से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से जीवन में मातापिता का आशीर्वाद मिलता रहेगा। धन के साथ ही आपकी आयु में भी बढ़ोतरी होगी। सरकारी कार्यों से आपको लाभ मिलेगा। आपकी उन्नति सुनिश्चित होगी। इस दौरान आप धैर्यवान बने रहेंगे। लिहाजा बुध की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए इस दौरान बुध के मंत्र का जप करें। मंत्र है ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
मकर राशि
बुध आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाई बहन और यश से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से भाई बहनों के साथ आपके रिश्ते बेहतर होंगे। आपको अपने कार्यों में भाई बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा। इस बीच आप दूसरों के सामने अपनी बातों को अच्छी तरह से रख पायेंगे। इस दौरान आपको अपनी मेहनत का उचित फल प्राप्त होगा। लिहाजा बुध के शुभ फल बनाये रखने के लिए सुबह उठकर फिटकरी से अपने दांत साफ करें।
कुंभ राशि
बुध आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन और स्वभाव से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपकी बौद्धिक क्षमता अच्छी रहेगी। आपको मेहनत के बल पर धन लाभ होगा। आपका बिजनेस अच्छा चलेगा। आप अपनी वाणी से अपने सारे कामों को बनाने में सफल रहेंगे। साथ ही आपकी कलम आपकी ताकत बनी रहेगी। लिहाजा बुध की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए आपको चांदी की कोई चीज धारण करनी चाहिए।
मीन राशि
बुध आपके पहले स्थान यानि लग्न स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का संबंध हमारे शरीर और मुख से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपको राजा के समान सुख प्राप्त होगा। आपको हर तरह के भौतिक सुखसाधन मिलेंगे। इस राशि की महिलाओं की स्थिति भी बेहतर रहेगी। साथ ही आपकी संतान को न्यायालय से लाभ होगा। लिहाजा बुध के शुभ फल बनाये रखने के लिए हरे रंग की वस्तुओं को उपयोग में लाने से बचें। इसके बजाय आपको हरे रंग की चीजों का दान करना चाहिए।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7:30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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