5Budh Gochar In Mesh Rashi: होली के बाद बुध का गोचर होने जा रहा है। 26 मार्च को बुध सुबह 3 बजकर 5 मिनट पर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। 1 अप्रैल की रात 9 बजकर 30 मिनट तक बुध मेष राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद वृष राशि में प्रवेश कर जाएंगे। आपको बता दें कि बुध, बुद्धि और वाणी के देवता हैं। बिजनेस और वाणी संबंधी कार्यों के लिये जन्मपत्रिका में बुध का ही आंकलन किया जाता है। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि 1 अप्रैल तक बुध के इस गोचर का आपके जीवन पर क्या असर होगा। साथ ही जानेंगे कि बुध आपके किस स्थान पर गोचर करेंगे और उस स्थिति में
आपको क्या उपाय करने चाहिए।
1. मेष राशि
बुध आपके पहले यानि लग्न स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का संबंध हमारे शरीर और मुख से है। बुध के इस गोचर से आपको राजा के समान सुख प्राप्त होगा। आपके पास भौतिक सुख-सुविधाएं बनी रहेंगी। साथ ही जीवन में आपको भरपूर यश-सम्मान मिलेगा। इसके अलावा जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते मजबूत होंगे और पैसों के मामले में आपको किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। अतः बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए आपको हरे रंग के कपड़े पहनना अवॉयड करना चाहिए। साथ ही जितना हो सके, हरे रंग की चीज़ों का दान करना चाहिए।
2. वृष राशि
बुध आपके बारहवें स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय और शय्या सुख से है। बुध के इस गोचर से आपको धन लाभ होगा। इस दौरान आप अपनी सुखसुविधाओं को बढ़ाने पर अधिक ध्यान देंगे। पारिवारिक रिश्तों में मजबूती आयेगी। आपके मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी। जीवनसाथी से आपको सुख की प्राप्ति होगी। लिहाजा बुध के शुभ फलों को बनाये रखने के लिए मंदिर में मिट्टी का घड़ा दान करें।
3. मिथुन राशि
बुध आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय और इच्छाओं की पूर्ति से होता है। बुध के इस गोचर से आपकी कोई इच्छा पूरी हो सकती है। पैसों के मामले में आपको अपनी मेहनत के बल पर लाभ होगा। आप इस दौरान थोड़े शर्मीले स्वभाव के रहेंगे, लेकिन आप अपने कार्यों को ठीक से पूरा कर लेंगे। इस दौरान आपकी संतान शिक्षा के क्षेत्र में आगे रहेगी। लिहाजा बुध के शुभ फल पाने के लिए मां दुर्गा की उपासना करें।
4. कर्क राशि
बुध आपके दसवें स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य और पिता से होता है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपको किसी चीज़ के प्रति अधिक लालच हो सकता है। आपको इससे बचना चाहिए। जीभ का स्वाद आपको परेशानी में डाल सकता है। इस दौरान आपको अपने पिता की सेहत का भी पूरा ध्यान रखने की जरूरत है। साथ ही 1 अप्रैल तक बुध की अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए आपको किसी कन्या का आशीर्वाद लेना चाहिए।
5. सिंह राशि
बुध आपके नवें स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। बुध के इस गोचर से आपको भाग्य का उतना साथ नहीं मिल पायेगा, जितना आपको उम्मीद है। आगे बढ़ने के लिए आपको खुद ही मेहनत करनी होगी। संतान पक्ष के मामले में आपको किसी प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आपको इस दौरान किसी से किए गए वादों को पूरा करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। साथ ही 1 अप्रैल तक बुध के शुभ फल पाने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको हरे रंग की चीज़ों को उपयोग में लाने से बचना चाहिए।
6. कन्या राशि
बुध आपके आठवें स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध हमरे आयु से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से 1 अप्रैल तक आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। शारीरिक और मानसिक रूप से आप फिट रहेंगे। आपकी बौद्धिक क्षमता मजबूत रहेगी। अतः 1 अप्रैल तक बुध की
शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:। बुध के इस मंत्र का जप करना चाहिए।
7. तुला राशि
बुध आपके सातवें स्थान पर प्रवेश किए हैं। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। बुध के इस गोचर से 1 अप्रैल तक जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते मजबूत बने रहेंगे। पैसों के मामले में भी थोड़ी सावधानी रखने से आपकी आर्थिक स्थिति ठीकठाक रहेगी। अतः बुध के अशुभ फलों से बचने के लिए और जीवनसाथी के साथ अपने रिश्ते को बेहतर बनाए रखने के लिए आपको मंदिर में भिगोये हुए हरे मूंग का दान करना चाहिए।
8. वृश्चिक राशि
बुध आपके छठे स्थान पर प्रवेश किए हैं। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। बुध के इस गोचर से 1 अप्रैल तक आपकी वाणी बहुत ही प्रभावशाली रहेगी। लोग आपकी बातों से इम्प्रेस होंगे और आपकी काम में मदद भी करेंगे। इस दौरान आपके फ्रेंड सर्कल में
भी कुछ नए लोग शामिल होंगे। साथ ही इस बीच आप जितना धैर्य बनाकर रखेंगे, आपके लिए उतना ही अच्छा होगा। इसके अलावा शिक्षा, लेखन और कृषि क्षेत्र से संबंधित लोगों को लाभ के कई मौके मिलेंगे। आपको बस उन मौकों को पहचानने की जरूरत है। अतः इस स्थिति को अपने पक्ष में बनाये रखने के लिए घर की किसी महिला को हाथ में चांदी का छल्ला पहनना चाहिए।
9. धनु राशि
बुध आपके पांचवें स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। बुध के इस गोचर से 1 अप्रैल तक आप बहुत खुश रहेंगे। लोग आपकी बातों को तरजीह देंगे। आपके संतान की तरक्की होगी। इस दौरान आपको धन लाभ भी हो सकता है। समाज में आपका सम्मान बढ़ेगा। लवमेट की भावनाओं को समझेंगे। अतः 1 अप्रैल तक हर तरह से अपनी वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए गाय को हरा चारा खिलाएं।
10. मकर राशि
बुध आपके चौथे स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन और माता से है। बुध के इस गोचर से आपको भूमि और वाहन की प्राप्ति होगी। इस दौरान आपको माता पूरा ध्यान रखना चाहिए। आपकी आर्थिक स्थिति भी इस दौरान ज्यादा ठीक नहीं रहेगी। अगर संभव हो तो इस दौरान आपको कहीं यात्रा करने से बचना चाहिए। पारिवारिक सुख बनाये रखने के लिए आपको पूरी कोशिश करनी होगी। अतः बुध की अशुभ स्थिति से बचने के लिए मस्तक पर केसर का तिलक लगाएं।
11. कुंभ राशि
बुध आपके तीसरे स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाई-बहन और यश से है। बुध के इस गोचर से भाईबहनों के साथ आपके रिश्ते बेहतर होंगे। आपको अपने कार्यों में भाई-बहनों से पूरा सहयोग मिलेगा। इस दौरान आप दूसरों के सामने अपनी बात
को अच्छे से रख पायेंगे। 1 अप्रैल तक आपकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहेगी। अत: बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए रात को हरे मूंग भिगोकर अगले दिन सुबह जानवरों को खिला दें।
12. मीन राशि
बुध आपके दूसरे स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन और स्वभाव से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपका बिजनेस अच्छा चलेगा। पैसों के मामले में आपकी स्थिति ठीक रहेगी। इस दौरान आपकी बौद्धिक क्षमता भी अच्छी रहेगी। आप खुद में मस्त रहने की कोशिश करेंगे और अपनी बोली से सारे कामों को अच्छे से पूरा कर लेंगे। अतः बुध की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए आपको चांदी की कोई चीज धारण करनी चाहिए।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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