आकाशमंडल में कुल 27 नक्षत्र स्थित हैं, जो कि राजा दक्ष की 27 कन्याओं के रूप में जाने जाते हैं और राजा दक्ष की इन्हीं 27 कन्याओं से चंद्रदेव का विवाह हुआ था। जी हा चंद्रदेव की 27 पत्नियां हैं, जिनमें से रोहिणी को उनकी सबसे सुंदर पत्नी माना जाता है। और 27 नक्षत्रों में से रोहिणी का चौथा स्थान है। इस नक्षत्र के तारों की संख्या पाँच है। रोहिणी शुभ नक्षत्रों की श्रेणी में आता है। इसके स्वामी चंद्रमा हैं। इसकी राशि वृष है और इसका संबंध जामुन के पेड़ से बताया गया है। इसलिए आज के दिन रोहिणी नक्षत्र के दिन पैदा होने वाले जातको को जामुन के पेड़ की पूजा करनी चाहिए या उसे देखकर नमस्कार करना चाहिए। इसके अलावा रोहिणी नक्षत्र वाले जातको आज के दिन जामुन के पेड़ को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुचाना चाहिए ना ही जामुन के फल या उससे बनी कोई भी चिज का सेवन करना चाहिए । इसका प्रतीक चिन्ह बैलगाडी को माना जाता है। इसके अलावा रोहिणी नक्षत्र के जातक बहुत ही सुंदर, बड़ी-बड़ी आंखों वाले, तेजस्वी, पद-प्रतिष्ठा से युक्त, संगीत कला में रुचि रखने वाले और मानसिक रूप से स्वस्थ होते हैं।
होते हैं काफी लोकप्रिय
रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाला व्यक्ति का मन रचनात्मक कार्यों में करता है और इनका मन काफी चंचल भी होता है। यह अपनी ही दुनिया में रहना काफी पसंद करते हैं। यह पिता के अपेक्षा अपनी मां से काफी लगाव रखते हैं और मां से भी इनको स्नेह और हर मोड पर सहयोग मिलता है। यह अपने लक्ष्य को लेकर काफी गंभीर रहते हैं और लक्ष्य तक पहुंचने के लिए हर मुमकिन प्रयास करते हैं। इनको व्यवस्थित ढंग से काम करना बहुत पसंद है और परिवर्तन को खुले मन स्वीकार करते हैं। रोहिणी नक्षत्र के लोग सुमार्ग पर चलते हैं और अपने व्यवहार को लेकर जनता के बीच काफी लोकप्रिय रहते हैं। मधुर भाषी होने के कारण इनका सामाजिक दायरा काफी बड़ा होता है।
यह जिस क्षेत्र में अपना भाग्य आजमाते हैं, उसमें हमेशा यश और सम्मान मिलता है। किसी एक चीज में लंबे समय तक रहना इनको पसंद नहीं आता, इसलिए चीजें बदलते रहते हैं और अपना भाग्य आजमाते रहते हैं। घूमने-फिरने का इनको काफी शौक होता है, इसलिए परिवार के साथ हमेशा घूमने के लिए निकल जाते हैं। परिवार के हर सदस्य के साथ इनका गहरा संबंध होता है और उनकी इच्छाओं की पूर्ति के लिए किसी भी हद तक जाने की कोशिश करते हैं।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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