Ashunya Shayan Vrat: चातुर्मास के चार महीनों के दौरान प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की द्वितिया तिथि को यह व्रत किया जाता है। ज्योतिष के अनुसार द्वितीया तिथि में रात को चंद्रोदय के समय चंद्रमा को अर्घ्य देकर अशून्य शयन व्रत का पारण किया जाता है और द्वितीया तिथि 4 जुलाई को दोपहर 1 बजकर 40 मिनट पर लग गई थी और 5 जुलाई तक सुबह 10 बजकर 3 मिनट तक रहेगी। यानि द्वितीया तिथि में चंद्रोदय 4 जुलाई को ही होगा। लिहाजा अशून्य शयन व्रत 4 जुलाई को ही किया जाएगा। इस व्रत में लक्ष्मी तथा श्री हरि विष्णु जी का पूजा करने का विधान है। शास्त्रों के अनुसार चातुर्मास के दौरान भगवान विष्णु का शयनकाल होता है और इस अशून्य शयन व्रत के माध्यम से शयन उत्सव मनाया जाता है। गृहस्त पति को यह व्रत अवश्य करना चाहिए।
अशून्य शयन व्रत कैसे करें? (Ashunya Shayan Poojan Vidhi)
अशून्य शयन व्रत में शाम को चंद्रोदय होने पर अक्षत, दही और फलों से चन्द्रमा को अर्घ्य दिया जाता है और अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण किया जाता है। फिर अगले दिन जरूरत मंद ब्राह्मण को भोजन कराएं, उन्हें कुछ भेंट दें तथा कोई मीठा फल दान करें। कहा जाता है कि ऐसा करने से आपके दांपत्य जीवन में प्रेम और माधुर्य बना रहेगा।
चंद्रोदय का समय - (Moonrise Timing)
चंद्रोदय रात 8 बजकर 6 मिनट पर
अशून्य शयन व्रत का महत्व (Ashunya Shayan Vrat Importance)
ये व्रत पुरुषों द्वारा किया जाता है। इस व्रत को करने से जीवन भर पति-पत्नी का साथ बना रहता है और रिश्तों में मजबूती आती है। दरअसल अशून्य शयन द्वितिया का अर्थ है- बिस्तर में अकेले न सोना पड़े। जिस प्रकार स्त्रियां अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिए करवाचौथ का व्रत करती हैं, ठीक उसी तरह पुरूषों को अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिए यह व्रत करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार अशून्य शयन द्वितिया का यह व्रत पति-पत्नी के रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए बेहद अहम है।
सुखी वैवाहिक जीवन के लिए करें ये उपाय (Ashunya Shayan Vrat Upay)
- अगर आप अपने दांपत्य जीवन को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो इस दिन सुबह स्नान आदि के बाद एक कटोरी में थोड़ा-सा घिसा हुआ पीला चन्दन लेकर, मां लक्ष्मी और विष्णु जी को तिलक लगाएं। फिर उसी कटोरी से चन्दन लेकर स्वयं के और अपने जीवनसाथी के मस्तक पर भी तिलक लगाएं। ऐसा करने से आपका दांपत्य जीवन मजबूत बना रहेगा।
- अगर आप अपने परिवार के सुख-सौभाग्य में बढ़ोतरी करना चाहते हैं, तो इस दिन एक 5 मुखी रुद्राक्ष, एक साबुत हल्दी, गोमती चक्र, कौड़ी और गुंजाफल के दाने लेकर एक सौभाग्य पोटली बनाएं और इस पोटली को श्री विष्णु पूजा के समय भगवान के पास रखें। पूजा के बाद इस सौभाग्य पोटली को उठाकर अपने घर के मन्दिर में रख दें। ऐसा करने से आपके परिवार के सुख-सौभाग्य में बढ़ोतरी होगी।
- अगर आप जीवनसाथी के साथ अपने प्रेम को बढ़ाना चाहते हैं, तो इस दिन सात तुलसी की पत्तियां लेकर, उन पर थोड़ा-सा चीनी का बताशा रखकर विष्णु जी को अर्पित करें। ऐसा करने से जीवनसाथी के साथ आपके प्रेम में बढ़ोतरी होगी।
- अगर आप अपने मान-सम्मान और वैभव में बढ़ोतरी करना चाहते हैं, तो इस दिन सुबह उठकर स्नान आदि के बाद मीठी पूरियों का चूरमा बनाकर पक्षियों को खिलाएं। साथ ही एक मिट्टी के बर्तन में पक्षियों के लिए पानी भरकर रखें। ऐसा करने से आपके मान-सम्मान और वैभव में बढ़ोतरी ही बढ़ोतरी होगी।
- अगर आप अपने जीवनसाथी के व्यवहार को अपने प्रति नरम बनाना चाहते हैं, तो इस दिन एक मौली लेकर श्री विष्णु की तस्वीर के पास रख दें और आसन बिछाकर बैठ जाएं। साथ ही लक्ष्मी नारायण के मंत्र का 21 बार जप करें। मंत्र है- ‘ऊँ नमो भगवते लक्ष्मी नारायणाय।'
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
ये भी पढ़ें-