Year Ender 2023 Sawan: साल 2024 के आने में अब बस गिनती के दिन बाकी है। हर कोई अभी से नए साल की तैयारी में लगा हुआ है। ऐसे में साल 2023 को अलविदा कहने से पहले हम आपको इस साल हुए उस बड़े संयोग के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका धार्मिक महत्व काफी अधिक है। आपको बता दें कि इस बार सालों बाद सावन पर दुर्लभ संयोग बना था। साल 2023 में सावन एक नहीं बल्कि दो महीने तक चला था। तो आइए जानते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ था।
सावन 2023 पर बना था ये शुभ संयोग
इस साल सावन मास 4 जुलाई से शुरू हुआ था और इसका समापन 31 अगस्त, 2023 को हुआ था। दरअसल, इस बार सावन में अधिकमास या मलमास लगा था,जिस वजह से सावन एक की जगह दो महीने तक चला था। अधिकमास में भगवान विष्णु की आराधना अत्यंत फलदायी माना जाता है। ऐसे में इस साल सावन में व्रत रखने और पूजा करने वाले को भगवान भोलेनाथ के साथ विष्णु जी की भी कृपा प्राप्त हुई थी। सावन में यह दुर्लभ संयोग करीब 19 साल बाद बना था।
अधिकमास
हर तीन साल में एक अतिरिक्त माह का प्राकट्य होता है, जिसे अधिकमास, मलमास या फिर पुरुषोत्तम के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो उसे संक्रांति कहा जाता है। सूर्य हर माह अपना राशि परिवर्तन करते हैं लेकिन जिस माह संक्रांति नहीं होती उसे अधिकमास या मलमास के नाम से जाना जाता है। अधिकमास में किसी भी तरह का शुभ और मांगलिक कार्य वर्जित होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)