नवरात्रि का दूसरा दिन माता दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप को समर्पित है। साल 2024 में 10 अप्रैल के दिन माता दूर्गा के द्वितीय स्वरूप माता ब्रह्मचारिणी की आराधना की जाएगी। ब्रह्मचारिणी माता सौभाग्य, आत्मिक शांति और संयम प्रदान करने वाली हैं। माता ब्रह्मचारिणी को प्रसन्न करने के लिए आपको नवरात्रि के दूसरे दिन कुछ मंत्रों का जप करना चाहिए, इन मंत्रों का जप करके वो लोग भी लाभ पा सकते हैं जो नवरात्रि के दौरान व्रत नहीं रख पा रहे हैं। माता के इन मंत्रों के बारे में आइए विस्तार से जानते हैं।
माता ब्रह्मचारिणी को इन मंत्रों से करें प्रसन्न
नवरात्रि के दूसरे दिन आपको स्नान आदि से निवृत होने के बाद, माता ब्रह्मचारिणी के मंत्रों का जप करना चाहिए। ये मंत्र नीचे दिए गए हैं।
1. या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
ये माता ब्रह्माचारिणी का वंदना मंत्र है। इस मंत्र का कम-से-कम आपको 11 बार जप अवश्य करना चाहिए। इस मंत्र से आप माता की वंदना तो करते ही हैं साथ ही इसके जप से मानसिक संतुलन आपको प्राप्त होता है।
2. ॐ ऐं ह्रीं क्लीं ब्रह्मचारिण्यै नम:।
श्रद्धा और विश्वास के साथ अगर आप माता ब्रह्माचारिणी के इस मंत्र का जप करते हैं तो आपको मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है।
3. ह्रीं श्री अम्बिकायै नम:।
माता का यह मंत्र बेहद आसान है और इसका जप आपको कम-से-कम 108 बार करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र का जप करने से मानसिक शांति की आपको प्राप्ति होती है और साथ ही घर परिवार में भी सुख-शांति का वास रहता है। इसके साथ ही आपकी इच्छाओं की भी पूर्ति इस मंत्र के जप से होती है।
माता ब्रह्मचारिणी की मंत्र जप से पूजा का लाभ
नवरात्रि के दूसरे दिन अगर आप मंत्र जप से माता ब्रह्मचारिणी की पूजा करते हैं तो आपको संयम और एकाग्रता की प्राप्ति होती है। इसीलिए विद्यार्थियों के लिए माता की पूजा करना बहुत अच्छा माना जाता है। इसके साथ ही जो लोग तप, वैराग्य, आध्यात्म आदि के क्षेत्र में अग्रसर हैं और इन क्षेत्रों में उन्नति पाना चाहते हैं उनके लिए भी माता की पूजा करना शुभ फलदायक माना गया है। ऐसा माना जाता है कि, नवरात्रि के दूसरे दिन माता की विधि-विधान से पूजा आराधना करने से कुंडलिनी शक्ति भी जागृत होती है, इसलिए संन्यासी और योगियों के लिए भी नवरात्रि का दूसरा दिन बेहद खास है।
व्रत नहीं रख पा रहे हैं तो ऐसे करें माता की पूजा
जो लोग नवरात्रि के दौरान व्रत नहीं रख पा रहे हैं, वो सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान के बाद घर के मंदिर में दीपक जलाएं। नवरात्रि के दिन के अनुसार माता के मंत्रों का जप करें। केवल मंत्र जप करने से भी आप माता का पूर्ण आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि मंत्र जप के बाद मांस-मदिरा या फिर तामसिक भोजन न खाएं, यानि नवरात्रि के नियमों का पालन करें। अगर आप विधि-पूर्वक मंत्र जप करते हैं तो माता का आशीर्वाद आपको प्राप्त होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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