Kaal Sarp Dosh: ज्योतिष शास्त्र में कई प्रकार के ग्रह दोष होते हैं। आज हम जिस ग्रह दोष के बारे में आपको बताने जा रहे हैं उसे काल सर्प दोष कहते हैं। इसी के साथ आज सोमवार का दिन भी है भोले बाबा की कृपा पाने के लिए यह दिन सबसे उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की विशेष आराधना करने से काल सर्प दोष का असर समाप्त हो जाता है।
लोगों में महादेव के प्रति बड़ी आटूट आस्था है इसलिए कहा भी जाता है काल भी उसका क्या करे जो भक्ति हो महाकाल का। जी हां, इसका यही मतलब हुआ जो महाकाल के भक्त होतें हैं उनका काल भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता परंतु मृत्यु निश्चित है। आइए जानते हैं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ये काल सर्प दोष क्या होता है और इससे छुटकारा पाने के लिए क्या उपाय करने चाहिए।
क्या है ये काल सर्प दोष
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु-केतु जब किसी व्यक्ति के जन्म के समय कुंडली में बाकी ग्रहों के बीच बैठे होते हैं। तब उस व्यक्ति के जीवन में इन ग्रहों की स्थिति के आधार पर काल सर्प दोष लगता है। यह काल सर्प दोष 14 प्रकार के होते हैं और इनका अलग-अलग परिणाम देखने को मिलता है। जिस प्रकार जातक की कुंडली में शनि दोष, मंगल दोष या अन्य दोष होता है उसी प्रकार यह काल सर्प दोष भी होता है। इस दोष के चलते जीवन भर व्यक्ति परेशान रहता है उसे हर मार्ग में असफलता मिलती है। मेहनत के बाद भी कोई काम नहीं बनता और अंत में निराशा हाथ लगती है। यह सब व्यक्ति के पूर्व कर्मों के अनुसार निर्धारित होता है।
काल सर्प दोष के उपाय
- आप जानते ही हैं की महादेव स्वयं सर्प को अपने गले में धारण करते हैं। ऐसे में आपको शीघ्र महादेव की शरण में जाना चाहिए। सोमवार के दिन उनकी विशेष पूजा अर्चना करनी चाहिए। ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा मिलेगी और काल सर्प दोष का प्रभाव धीरे-धीरे कम होता जाएगा।
- सोमवार के दिन 108 दाने वाली रुद्राक्ष की माला लेकर ऊँ नमः शिवाय मंत्र का विषम संख्या 5,7,9 या 11 में जाप करने से इस दोष का असर कम होने लगता है।
- पूजा पद्धति के अनुसार काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए आप पूर्ण विधि विधान से रुद्राभिषेक करा सकते हैं। ऐसा करने से महादेव शीघ्र प्रसन्न होकर आपकी यह बाधा को दूर कर देंगे।
- प्रदोष का दिन भगवान शिव को सबसे प्रिय होता है। आप इस दिन महादेव की विशेष पूजा-अर्चना एवं व्रत रख कर इस दोष से राहत पा सकते हैं।
- माना जाता है कि महामृत्युंजय मंत्र में बड़ी शक्ति होती है। आप इसका 108 बार जप पूजा करा के काल सर्प दोष से मुक्ति पा सकते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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