Highlights
- 25 सितंबर को आश्विन कृष्ण पक्ष की अमावस्या और रविवार का दिन है।
- इस दिन अज्ञात तिथि वालों का श्राद्ध भी किया जायेगा।
Vastu Tips: 25 सितंबर को आश्विन कृष्ण पक्ष की अमावस्या और रविवार का दिन है। अमावस्या तिथि 25 सितंबर का पूरा दिन पार कर के देर रात 3 बजकर 23 मिनट तक रहेगी। 25 सितंबर अमावस्या तिथि वालों का श्राद्ध किया जायेगा, यानि जिनका स्वर्गवास किसी भी महीने की अमावस्या को हुआ हो, उनका श्राद्ध कार्य इस दिन किया जायेगा। साथ ही मातामह, यानि नाना का श्राद्ध भी इसी दिन किया जायेगा । इसमें दौहित्र, यानि बेटी के बेटे को ये श्राद्ध करना चाहिए। भले ही उसके नाना के पुत्र जीवित हों, लेकिन वो भी ये श्राद्ध करके उनका आशीर्वाद पा सकता है। इस श्राद्ध को करने वाला व्यक्ति अत्यंत सुख को पाता है। इसके अलावा जुड़वाओं का श्राद्ध, तीन कन्याओं के बाद पुत्र या तीन पुत्रों के बाद कन्या का श्राद्ध भी इसी दिन किया जायेगा।
साथ ही इस दिन अज्ञात तिथि वालों का श्राद्ध भी किया जायेगा। अज्ञात से यहां मतलब उन लोगों से है, जिनके स्वर्गवास की तिथि ज्ञात न हो। इसके आलावा पितृ विसर्जन भी 25 सितंबर को ही किया जायेगा और सर्वपैत्री भी मनायी जायेगी। जो लोग श्राद्ध के बीते दिनों में किसी कारणवश अपने स्वर्गवासी पूर्वज़ों का श्राद्ध न कर पाये हों या श्राद्ध करना भूल गए हों, वो भी इस दिन श्राद्ध कार्य करके लाभ उठा सकते हैं। 25 सितंबर को अमावस्या के दिन श्राद्ध आदि कार्य के साथ ही महालया, यानि पितृपक्ष की भी समाप्ति हो जायेगी।
आज क्यों किया जाएगा पितृ विसर्जन?
25 सितंबर को पितृ विसर्जन भी किया जायेगा। माना जाता है कि पितृ विसर्जन करके श्राद्ध के लिए धरती पर आए पितरों की विदाई की जाती है। आज खीर, पूड़ी और अपने पितरों की मनपंसद चीजें बनाकर श्राद्ध कार्य किये जाते हैं। कहते हैं श्राद्ध में पितरों को दिये अन्न-जल से उन्हें संतुष्टि मिलती है और वो अपने परिवार के लोगों को खुशियों का आशीर्वाद देकर वापस लौटते हैं। इस दिन अपने पितरों के निमित्त किसी सुपात्र ब्राह्मण को भोजन जरूर कराएं। साथ ही अगर कोई जरूरतमंद या मांगने वाला घर पर आ जाये, तो उसे भी आदरसहित भोजन कराएं।
ऐसे में आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं मंत्रों को सिद्ध करने वाला कौन सा योग है, पितृदोष से मुक्ति के लिए क्या उपाय करें, घर की सुख-समृद्धि के लिए किसे दें गिफ्ट, बिजनेस में सफलता पाने का अचूक मंत्र, किसका आशीर्वाद दिलाएगा जीवन में तरक्की। साथ ही जानिए किस उपाय से मिलेगी करियर को नई दिशा।
- अगर आपकी जन्मपत्रिका में पितृदोष है तो इस दिन स्नान के बाद अपने पितर देव को दूध, चावल से बनी खीर का भोग लगाएं और हाथ जोड़कर प्रणाम करें ।
- अपने मन में नई तरंग देखना चाहते हैं तो इस दिन स्नान के बाद साफ कपड़े पहनकर गायत्री मंत्र का 21 बात जप करें। मंत्र है - 'ॐ भूर्भुव स्वः। तत् सवितुर्वरेण्यं। भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात्'
- अपने बच्चों को किसी की बुरी नजर से बचाए रखने के लिए इस दिन शाम को एक मुट्ठी राई के दाने से बच्चे के सिर पर 6 बार क्लॉक वाइज़ और एक बार एंटी क्लॉक वाइज़ घुमाकर राई के दाने को किसी चौराहे पर चारों दिशाओं में थोड़े-थोड़े फेंक दें।
- अपने आस-पास खुशियों का संचार करने के लिए इस दिन स्नान के बाद एक लोटे जल में थोड़े-से काले तिल और एकलाल फूल डालकर सूर्य सेव को अर्पित करें।
- अगर आपके विवाहित जीवन में किसी प्रकार की परेशानी आ रही है तो इस दिन स्नान के बाद विधि-पूर्वक धूप-दीप आदि से शिवलिंगकी पूजा कर जलाभिषेक करें।
- अगर आप चाहते हैं कि भविष्य में आपके साथ सब अच्छा ही अच्छा हो तो इस दिन गेहूं के आटे की रोटी बनाकर, उस पर गुड़ का एक छोटा-सा टुकड़ा रखकर गाय को खिलाएं।
- अगर आप अपने घर की सुख-समृद्धि बनाए रखना चाहते हैं तो इस दिन किसी धोबिन को हाथ जोड़कर नमस्कार करें और उन्हें कोई भी एक वस्त्र गिफ्ट में दें।
- अगर आप अपने जीवन की गति को निरंतर बनाए रखना चाहते हैं तो इस दिन थोड़े-से काले तिल लीजिये और किसी साफ बहते जल के स्त्रोत में प्रवाहित करें।
- अगर आप अपने बिजनेस में सफलता पाना चाहते हैं तो इस दिन स्नान के बाद सूर्यदेव को जल से अर्घ्य दें और फिर अपने पितृदेव को प्रसन्न करने के लिये इस मंत्र का जप करें। मंत्र है- 'ॐ सर्वेभ्यो पित्रेभ्यो नमो नम:'
- अगर आप अपने जीवन में तरक्की पाना चाहते हैं तो इस दिन अपने पिता समान किसी सुपात्र ब्राह्मण को अपने घर बुलाएं और उन्हें खीर, पूड़ी, सब्जी का भोजन कराएं। साथ ही ब्राह्मण के दोनों पैर छूकर आशीर्वाद लें। इसके अलावा एक बात और- जब आप ब्राह्मण को भोजन करा दें, तो उनकी थाली में बची जूठन को उठाकर, अलग से दो पूड़ियों पर रखकर कुत्ते को जरूर खिलाएं।
- अगर आप अपने विशेष कार्यों में सफलता पाना चाहते हैं तो इस दिन भगवान शिव के मन्दिर जाएं और सबसे पहले दूध से धीरे-धीरे कर के शिवलिंग पर धारा गिराते हुए अभिषेक करें। फिर शुद्ध जल की धारा डालें। इसके बाद दही से शिवलिंग पर अभिषेक करें और आखिर में फिर से शुद्ध जल की धारा शिवलिंग पर डालें।
- अपने करियर को एक नई दिशा देने के लिए इस दिन एक पानी वाला नारियल लें और उस पर लाल रंग का धागा सात बार लपेटकर फिरअपने ईष्ट देव का ध्यान करते हुए बहते पानी में प्रवाहित कर दें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)
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