ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अश्विन माह की पूर्णिमा तिथि इस बार 28 अक्टूबर के दिन पड़ रही है। इसे शरद पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। हिंदू शास्त्रों में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व बताया गया है। बता दें कि इस बार शरद पूर्णिमा के मौके पर साल का चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह ग्रहण इस वर्ष का चौथा और आखिरी ग्रहण होगा। मेष राशि और आश्विनी नक्षत्र पर लगने वाला यह ग्रहण खण्डग्रास रूप में पूरे भारतीय परिक्षेत्र के अलावा सम्पूर्ण एशिया, यूरोप, अफ्रीका, और हिन्द महासागर में दिखेगा। चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर की रात 11 बजकर 32 मिनट से शुरू होगा और देर रात 3 बजकर 36 मिनट पर इसका समापन होगा आपको बता दें 30 साल बाद शरद पूर्णिमा के दिन लगने जा रहे चंद्र ग्रहण के साथ गजकेसरी योग का भी निर्माण हो रहा है। जो 4 राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ है। कौन सी वो राशियां हैं चलिए आपको बताते हैं।
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मिथुन राशि-
मिथुन राशि वालों यह चन्द्रग्रहण आपके ग्यारहवें स्थान पर लगेगा और ग्यारहवां स्थान आमदनी और कामना पूर्ति से संबंध रखता है। इस ग्रहण के प्रभाव से आपको सुख की प्राप्ति होगी। आपकी कोई मनोकामना पूर्ण हो सकती है। इनकम के अलग-अलग स्त्रोत मिलेंगे। अतः ये शुभ स्थिति बनाये रखने के लिये-- दूध से बनी कोई चीज़ छोटे बच्चों को खिलानी चाहिए।
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धनु राशि-
धनु राशि वालों यह चन्द्रग्रहण आपके पांचवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का सम्बन्ध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। इस ग्रहण के प्रभाव से संतान पक्ष से कुछ खुशखबरी मिलेगी। अपने गुरु से सहयोग पाने के लिए आपको अपनी भाषा पर नियंत्रण रखें। लिहाजा इस ग्रहण के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए- थोड़े-से चावल और मिश्री घर के किसी एकत्र स्थान पर रख दें और बाद में उसे बहते जल में प्रवाहित कर दें
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मकर राशि-
मकर राशि वालों यह चन्द्रग्रहण आपके चौथे स्थान पर लगेगा और चौथा स्थान माता, भूमि, भवन और वाहन से संबंध रखता है। इस ग्रहण के प्रभाव से आपको हर तरह का लाभ मिलेगा। आपको धन लाभ के अवसर भी प्राप्त होंगे। वाहन लेने का मन बना सकते है। अतः इस ग्रहण के शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिये- मन्दिर में माथा टेकना चाहिए
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कुम्भ राशि-
कुम्भ राशि यह चन्द्रग्रहण आपके तीसरे स्थान पर लगेगा और तीसरा स्थान भाई, बहन, पराक्रम तथा यश से संबंध रखता है। इस ग्रहण के प्रभाव से आपके भाई-बहनों के धन में वृद्धि होगी। आपाके पराक्रम था मान-सम्मान में वृद्धि होगी। साथ ही आपको लोगों से सपोर्ट मिलेगा। अतः इस ग्रहण के शुभ फल बनाये रखने के लिये रिश्ते में घर की बड़ी महिलाओं को प्रणाम करना चाहिए।