Highlights
- रोजाना सांप का सपना देखना होता है अशुभ
- सांप के सपने भविष्य में होने वाली घटनाओं की ओर करते हैं इशारा
Swapna Shastra: स्वप्न शास्त्र के अनुसार हर सपने का एक महत्व होता है। हर सपना किसी न किसी ओर संकेत देता है। यदि आप बार-बार एक ही तरह का सपना रोज़ाना देख रहे हो, तो आपको अपने सपने का इशारा समझना होगा। कई सपने तो हमारा ध्यान होने वाली घटनाओं की ओर खींचते हैं। लेकिन हम महज़ सपना समझकर उसे भुला देने की कोशिश में लग जाते हैं। यदि आप भी ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाइए। ऐसा करना आपके लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।
अगर आप बार-बार अपने सपने में सांप देख रहे हैं। तो ये एक चिंता का कारण हैं। सांप के सपने आपको भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में संकेत देते हैं। यदि आप रोज़ाना सांप का सपना देख रहे हैं तो ये शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए आपको इस सपने के इशारे को वक्त रहते समझना होगा। चलिए स्वप्न शास्त्र के अनुसार सांप के सपने के संकेत के बारे में जानते हैं।
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स्वप्न शास्त्र के अनुसार सांप के सपने का संकेत
- रोजाना सांप का सपना देखने का एक संकेत आपके जीवन में आने वाली बड़ी परेशानी भी हो सकती है। इसलिए सावधान रहें।
- बार-बार सांप का सपना आना आपकी सेहत पर भी असर डाल सकता है। हो सकता है कि आप गंभीर बीमारी का शिकार हो जाएं।
- यदि सपने में सांप का पीछा कर रहा है तो आप असल ज़िंदगी में चल रही किसी समस्या से भाग रहे हैं। जल्द से जल्द उसका समाधान निकालें।
- सांप का सपना ने का एक मतलब ये भी है कि आप किसी मानसिक तनाव से गुज़र रहे हैं।
- कई बार हम सांप को सपने में उड़ता हुआ भी देखते हैं। ऐसा होने पर आपके साथ कोई बुरी घटना घट सकती है।
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नागपंचमी के दिन पर करें खास उपाय
- रोजाना तरह-तरह के सांप के सपने देखने का एक अर्थ ये भी है कि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष हो सकता है। अपनी कुंडली किसी अच्छे पंडित को दिखाकर उनसे उपाय के बारे में पता करें।
- नागपंचमी के दिन शिवलिंग के नाग पर जल अर्पित करें और उनकी पूजा करें। ऐसा करने से सांप के सपने आना बंद हो जाएंगे।
- नागपंचमी के दिन नाग देवता और शिव जी की अच्छे से पूजा करें
- चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा बहते जल में प्रवाहित कर दें या शिवलिंग पर अर्पित कर दें।
- सावन सोमवार का व्रत रखें और पूजा करें। शिवलिंग पर बेलपत्र, दूध, धतूरा आदि अर्पित करें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इंडिया टीवी इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)