Surya Shasthi Vrat Upay: आज सूर्य षष्ठी का व्रत किया जाएगा। इसे लोलार्क षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है । ये पर्व भगवान सूर्यदेव की आराधना से संबंध रखता है। आज से 16 दिनों तक काशी के लोलार्क कुण्ड में स्नान करने का महत्व बताया गया है। आज के दिन संतान की प्राप्ति के लिये या संतान की खुशी के लिये सूर्य भगवान के निमित्त व्रत किया जाता है, उनकी पूजा की जाती है और उनके मंत्रों का जाप किया जाता है। इस दिन जो व्यक्ति भक्ति भाव और विधिवत तरीके से सूर्य भगवान की आराधना करते हैं, उन्हें अच्छी संतान और संतान की खुशहाली के साथ ही आरोग्य और धन की प्राप्ति भी होती है। इसके अलावा परिवार में किसी प्रकार की परेशानी नहीं आती और परिवार के लोगों की सुख-समृद्धि बनी रहती है। सूर्य षष्ठी यानि लोलार्क षष्ठी व्रत के दिन इन उपायों को करने से संतान की सभी समस्याओं दूर हो जाती हैं और उसका जीवन खुशहाल बन जाता है। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि आज क्या-क्या उपाय करना चाहिए।
1. अगर आप अपने संतान की तरक्की और उसके भाग्य में वृद्धि करना चाहते हैंं तो आज आपको घर में सूर्य यंत्र की स्थापना करनी चाहिए। सूर्य यंत्र की धूप-दीप, गंध आदि से पूजा करके अपने घर में स्थापित कर सकते हैं ।
2. अगर आप अपने संतान को करियर में सफल बनाना चाहते हैंं या जिनकी संतान बिजनेस कर रहे है और उनके बिजनेस में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो आज सूखा नारियल घिसकर, उसमें एक बूंद बादाम का तेल मिलाकर किसी मंदिर या धर्मस्थल पर दान कीजिए ।
3. अगर आप अपने संतान को सभी कार्यों में अव्वल रखना चाहते हैं साथ ही संतान पाने की इच्छा रखते हैं तो आज स्नान आदि के बाद सूर्यदेव के तंत्रोक्त मंत्र का जप कीजिए । मंत्र इस प्रकार है- 'ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:' इस मंत्र का 11 बार जप कीजिए और जाप के बाद मंदिर में गेहूं के दलिये का दान कीजिए।
4. अगर आप अपने संतान के आयु में वृद्धि और भविष्य में स्वास्थ्य अच्छा बनाये रखना चाहते हैंं तो आज आप किसी गाय को अपने हाथों से पानी पिलाएं और अपने दाहिने हाथ से गाय का माथा छूकर अपने माथे पर लगाएं। साथ ही अगर घर में कोई बड़ा भाई है तो उनको नमस्कार कीजिए।
5. अगर आप अपने अपने संतान के जीवन में खुशियाँ भरना चाहते हैं या उनके दांपत्य जीवन को खुशहाल बनाना चाहते हैं तो आज आप स्नान आदि के बाद सूर्यदेव का दर्शन करने के बाद सूर्य गायत्री मंत्र का 21 बार जाप करें। मंत्र इस प्रकार है- ॐ आदित्याय विद्महे सहस्त्र किरणाय धीमहि। तन्नो सूर्य: प्रचोदयात्।
6. अगर आप अपने संतान की जिंदगी सुख से भर देना चाहते हैं तो आज आप स्नान आदि के बाद साफ-सुथरे कपड़े पहनकर सूर्यदेव के इस मंत्र का 51 बार जप कीजिए। मंत्र इस प्रकार है- ऊँ घृणिः सूर्याय नमः। इस प्रकार 51 बार सूर्यदेव के मंत्र का जप करने के बाद गऊ माता को कुछ मीठा खिलाइए।
7. अगर आप अपने संतान की मनचाही इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं तो आज आप अपने सामने एक कटोरी गेहूं रखकर बैठिये और साथ में एक साफ कपड़ा बिछाकर रखिये। अब उस कटोरी में से एक चुटकी गेहूं निकालिये और ये मंत्र पढ़िये। मंत्र है- ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:। मंत्र पढ़ने के बाद उन गेहूं को उस कपड़े में डाल दीजिये । इस प्रकार आपको 11 बार हाथ में गेहूं लेकर मंत्र पढ़ना है और पढ़ने के बाद उन्हें वहां रखे कपड़े में डाल देना है । इस तरह जब 11 बार हो जाये तो कपड़े में रखें उन गेहूं को किसी मंदिर में दान कर दीजिये और कटोरी में बचे गेहूं को अपने घर में इस्तेमाल कर लीजिये।
8. अगर आप अपने संतान की बौद्धिक क्षमता का विकास करना चाहती है तो आज आप पक्षियों को रोटी का चूरमा बनाकर डालिये और उनके लिये एक मिट्टी के बर्तन में पानी भरकर रखिये। साथ ही सूर्यदेव के सामने दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम कीजिए। यहां एक बात का ध्यान रखिये की रोटी का चूरमा पंक्षियों को डालना है कबूतरों को नहीं।
9. अगर आप चाहते हैं कि अपके संतान के जीवन में पॉजिटिविटी बनी रही तो उसके लिए आज आप एक लोटा जल में बाजरे के दाने और थोड़ी-सी खुशबू मिलाकर पूरे घर में छिड़किए। जल छिड़कने के बाद जो पानी बच जाए, उससे सूर्यदेव को अर्घ्य दीजिये।
10. अगर आप अपने संतान को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना चाहते हैं तो आज आप गेहूं की मीठी रोटियां बनाकर किसी जरूरतमंद को खिलाइए। साथ ही 11 बार गायत्री मंत्र का जाप कीजिए । गायत्री मंत्र इस प्रकार है- ॐ भूर् भुवः स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्॥
11. अगर आप चाहते हैं कि आपकी संतान आपके कार्यों में आपका सहयोग करें तो उसके लिए आज आप शरीर पर कोई सोने की या गोल्डन कलर की चीज जरूर धारण करें। साथ ही अपने बच्चे को पहनने के लिये कहें।
12. अगर आपकी संतान आपकी बात नहीं सुनता या उनके साथ अंडरस्टैंडिंग सही नहीं रहती तो आज आप तांबे का छल्ला खरीदकर अपने दायें हाथ की अनामिका उंगली में धारण करें और पहनते समय उस पर सूर्यदेव के मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र है- ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)