Surya Gochar 2023: 15 मई को दोपहर पहले 11 बजकर 45 मिनट पर सूर्य देव वृष राशि में प्रवेश कर चुके हैं और 15 जून की शाम 6 बजकर 16 मिनट तक वृष राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। प्रत्येक संक्रांति के समय पुण्यकाल का बहुत महत्व होता है। आपको बता दें कि सूर्य की इस वृष संक्रांति का पुण्यकाल सूर्योदय से लेकर दोपहर पहले 11 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। किसी भी संक्रांति के पुण्यकाल के दौरान स्नान-दान करना शुभ फलदायी होता है। सूर्य की वृष संक्रांति में गोदावरी नदी में स्नान का महत्व बताया गया है। साथ ही सूर्य के वृष राशि में इस गोचर से आने वाले लगभग 30 दिनों के दौरान विभिन्न राशि वालों पर क्या असर होगा और उसके लिए आपको कौन-से उपाय करने होंगे ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
मेष राशि
सूर्यदेव आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में दूसरा स्थान धन से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको मेहनत के बल पर धन की प्राप्ति होगी। आपको माता-पिता का सहयोग प्राप्त होगा। साथ ही अपनी योग्यता के बल पर आपको सफलता प्राप्त होगी। इस दौरान आप प्रसिद्धि पाने के इच्छुक होंगे। आपके ज्ञान में बढ़ोतरी होगी, लेकिन इस बीच आपकी मनोदशा हर समय बदलती रहेगी। अगले 30 दिनों के दौरान सूर्यदेव के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए आपको किसी धर्मस्थल या मंदिर में नारियल का दान करना चाहिए।
वृष राशि
सूर्यदेव आपके पहले स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में पहला स्थान लग्न का, यानी आपका खुद का स्थान होता है। 15 जून तक इस स्थान पर सूर्यदेव के गोचर से आपको कई तरह के फायदे होंगे। आपको धन की प्राप्ति होगी, आपके यश-सम्मान में बढ़ोतरी होगी और लवमेट्स के रिश्ते मजबूत होंगे। साथ ही आपकी संतान को न्यायालय से लाभ मिलेगा। आप धार्मिक कार्यों में रूचि लेंगे। अगर आप इस बीच कोई यात्रा करते हैं, तो आपको उस यात्रा से अवश्य ही लाभ होगा। आपका स्वास्थ्य भी बेहतर बना रहेगा। लिहाजा 15 जून तक सूर्यदेव के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए रोज सुबह स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को नमस्कार करें।
मिथुन राशि
सूर्यदेव आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में बारहवें स्थान का संबंध शैय्या सुख से है, परन्तु इस स्थान का संबंध व्यय से भी है। अत: सूर्य के इस गोचर से 15 जून तक आपको शैय्या सुख तो मिलेगा, लेकिन आपके खर्चें भी बहुत हद तक बढ़ सकते हैं। आपको अपने खर्चों के प्रति संभलकर रहना चाहिए। लिहाजा 15 जून तक सूर्यदेव के शुभ फलों की प्राप्ति के लिए धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग देते रहें।
कर्क राशि
सूर्यदेव आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में ग्यारहवें स्थान का संबंध आमदनी और कामना पूर्ति से है। सूर्य के इस गोचर से मेहनत के बल पर आपकी आमदनी में वृद्धि होगी। अपने कार्यों को सफल बनाने के लिए आपको कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। तो अगले 30 दिनों के दौरान अशुभ फलों से बचने के लिए रात के समय अपने सिरहाने पर 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन सुबह उठकर उन्हें किसी धर्मस्थल या मंदिर में दान कर दें।
सिंह राशि
सूर्यदेव आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में दसवें स्थान का संबंध राज्य और पिता से है। सूर्य के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने करियर में सफलता पाने के लिए अधिक मेहनत करने की जरूरत है। साथ ही 15 जून तक आपके पिता के काम बनने में भी कुछ परेशानी आ सकती है। लिहाजा 15 जून तक अपने करियर में और पिता के कार्यों में सफलता सुनिश्चित करने के लिए घर से बाहर निकलते समय अपना सिर ढक्कर जाएं। आप सिर पर सफेद रंग की टोपी या पगड़ी पहन सकते हैं।
कन्या राशि
सूर्यदेव आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के नवें स्थान का सम्बन्ध हमारे भाग्य से है। इस स्थान पर सूर्यदेव के गोचर से आपको अपने कार्यों में भाग्य का पूरा-पूरा साथ मिलेगा। 15 जून तक आपको अपने कार्यों में हर तरह से सफलता मिलेगी। तो अगले 30 दिनों तक अपने भाग्य का साथ बनाए रखने के लिए 15 जून तक पीतल की कोई चीज गिफ्ट में न दें और न ही दान करें।
तुला राशि
सूर्यदेव आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका मेंआठवें स्थान का संबंध हमारी आयु से है, यानी हमारे स्वास्थ्य से है। सूर्य के इस गोचर से 15 जून तक आपके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। तो अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाये रखने के लिए और लंबी आयु की प्राप्ति के लिए अगले 30 दिनों के दौरान जब भी मौका मिले, अपने बड़े भाई की मदद भी जरूर करें।
वृश्चिक राशि
सूर्यदेव आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में सातवें स्थान का संबंध जीवनसाथी से है और आपके दाम्पत्य जीवन से है। सूर्य के इस गोचर से 15 जून तक आपके दाम्पत्य रिश्ते मधुर बने रहेंगे, जीवनसाथी के साथ अपने रिश्ते को मधुर बनाये रखने के लिए और किसी भी तरह की अशुभ स्थिति से बचने के लिए अपने भोजन में से एक हिस्सा निकालकर किसी जरूरतमंद को खिलाएं।
धनु राशि
सूर्यदेव आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में छठे स्थान का संबंध मित्र से होता है। सूर्य के इस गोचर से आपके जीवन में मित्रों की वृद्धि होगी और जरूरत के वक्त आपको उनका पूरा सहयोग मिलेगा। तो 15 जून तक इस स्थिति का लाभ उठाने के लिए मंदिर में गेहूं दान करें।
मकर राशि
सूर्यदेव आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के पांचवें स्थान का सम्बन्ध हमारे विद्या, रोमांस तथा संतान से है। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको विद्या का लाभ मिलने में परेशानी आ सकती है, लेकिन आपके जीवन में संतान सुख बना रहेगा। गुरु और जीवनसाथी के साथ भी आपके रिश्ते ठीक-ठाक रहेंगे। तो अगले 30 दिनों तक सबके साथ अपने रिश्ते को बेहतर बनाए रखने के लिए छोटे बच्चों को कुछ गिफ्ट करें।
कुंभ राशि
सूर्यदेव आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में चौथा स्थान जीवन में माता, भूमि-भवन और वाहन से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको 15 जून तक भूमि, भवन और वाहन का लाभ मिलेगा। साथ ही माता का साथ भी बना रहेगा। तो अगले 30 दिनों के दौरान जीवन में इन सब चीजों का लाभ पाने के लिए किसी जरूरतमंद को भोजन कराएं।
मीन राशि
सूर्यदेव आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में तीसरा स्थान भाई-बहन और अभिव्यक्ति से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको अपने भाई-बहनों का साथ पाने के लिए थोड़ी कोशिशें करनी पड़ेगी। दूसरों के आगे खुलकर अपनी बात रखने में आपको संकोच महसूस हो सकता है। तो 15 जून तक भाई-बहनों का साथ पाने के लिए और अपनी अभिव्यक्ति की आजादी को कायम रखने के लिए धार्मिक कार्यों में सहयोग देते रहें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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