Surya Grahan 2022 : यूं तो सूर्य ग्रहण को खगौलीय घटना कहा जाता है लेकिन हिंदू यानी वैदिक धर्म में इसका काफी महत्व है। 2022 का आखिरी और दूसरा सूर्यग्रहण 25 अक्टूबर को लगने जा रहा है। यह आंशिक सूर्यग्रहण होगा। 25 अक्टूबर दोपहर 2 बजकर 28 मिनट पर ग्रहण का स्पर्शकाल प्रारंभ हो जायेगा और इसका मोक्ष काल शाम 6 बजकर 32 मिनट पर होगा। यह ग्रहण यूरोप के अधिकांश भागों में, उत्तरी अमेरिका, पश्चिमी एशिया ,उत्तरी अफ्रीका और अटलान्टिक महासागरीय क्षेत्र में दृश्य रहेगा। स्वीडेन, फ़िनलैंड, बेलारूस, उक्रेन, रूस, ईरान, इराक, तुर्कमेनिस्तान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत में दिखेगा। ऐसे में आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं सूर्य ग्रहण के दौरान आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
- ग्रहण के दौरान चारों तरफ बहुत अधिक निगेटिविटी फैल जाती है इसलिए घर में सभी पानी के बर्तन में, दूध में और दही में कुश या तुलसी की पत्ती या दूब धोकर डालनी चाहिए और ग्रहण समाप्त होने के बाद दूब को निकालकर फेंक देना चाहिए।
- ग्रहण के समय रसोई से संबंधित कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए, खासकर कि खाना नहीं बनाना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को इस दौरान अपना खास ख्याल रखना चाहिए। उन्हें किसी भी तरह का काम नहीं करना चाहिए।
- सुई में धागा नहीं डालना चाहिए।
- कुछ काटना, छीलना नहीं चाहिए।
- कुछ छौंकना या बघारना नहीं चाहिए।
- इसके बजाय पूजा-पाठ करना चाहिए और सूर्यदेव के मंत्रों का तेज आवाज़ में उच्चारण करना चाहिए।
- सूर्यदेव का एक महत्वपूर्ण मंत्र इस प्रकार है- 'ऊँ घृणिः सूर्याय नमः।' इस मंत्र का जाप करने से आपके आस-पास निगेटिविटी नहीं रहेगी।
- इसके साथ ही जब ग्रहण शुरू हो तब थोड़ा-सा अनाज और कोई पुराना पहना हुआ कपड़ा निकालकर अलग रख दें और जब ग्रहण समाप्त हो जाए तब उस कपड़े और अनाज को आदरसहित, रिक्वेस्ट के साथ किसी सफाई-कर्मचारी को दान कर दें। इससे आपको शुभ फल प्राप्त होंगे।
आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)
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