Highlights
- 8 अगस्त को श्रावण शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है।
- एकादशी तिथि आज रात 9 बजे तक रहेगी।
- भक्तों को मिलेगा संतान प्राप्ति का सुख।
Somwar Upay: 8 अगस्त को श्रावण शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि और सोमवार का दिन है। एकादशी तिथि आज रात 9 बजे तक रहेगी । आज का पूरा दिन पार करके देर रात 3 बजकर 25 मिनट तक वैधृति योग है । वैधृति योग स्थिर कार्यों हेतु ठीक है परंतु यदि कोई भाग-दौड़ वाला कार्य अथवा यात्रा आदि करनी हो तो इस योग में नहीं करनी चाहिए। साथ ही आज दोपहर 2 बजकर 37 मिनट तक ज्येष्ठा नक्षत्र रहेगा । आकाशमंडल में स्थित कुल 27 नक्षत्र नौ-नौ की संख्याओं में तीन श्रृंखला में बंटे हुए हैं, जिसमें से पहली श्रृंखला की शुरुआत अश्विनी नक्षत्र से होती है, जबकि नौ नक्षत्रों की दूसरी श्रृंखला का अंत ज्येष्ठा नक्षत्र पर होता है । आकाशमंडल में गिनती के आधार पर ज्येष्ठा नक्षत्र 18वां नक्षत्र है । ज्येष्ठा का अर्थ होता है- बड़ा । साथ ही तावीज़ को ज्येष्ठा नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह माना जाता है । ताबीज को सामान्यतः लोग किसी तरह की नेगेटिविटी से अपनी रक्षा के लिए पहनते हैं।
अतः ज्येष्ठा नक्षत्र के प्रतीक चिन्ह को रक्षा, सुरक्षा और प्रभुत्व के साथ भी जोड़कर देखा जाता है। आपको ये भी बता दूं कि ज्येष्ठा नक्षत्र की राशि वृश्चिक है और जैसा कि हम पहले भी कई बार आपको बता चुके हैं कि हर नक्षत्र का संबंध किसी न किसी वनस्पति या पेड़-पौधे से होता है। ज्येष्ठा नक्षत्र का पेड़ चीड़ है और जिस नक्षत्र का जो पेड़ होता है, उस नक्षत्र से संबंधित व्यक्ति को उस पेड़ की पूजा करनी चाहिए। अतः जिन लोगों का जन्म ज्येष्ठा नक्षत्र में हुआ है उन लोगों को आज ज्येष्ठा नक्षत्र के दौरान चीड़ के पेड़ की पूजा करनी चाहिए और उसके सामने हाथ जोड़कर नमस्कार करना चाहिए। इससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
Chanakya Niti: इन लोगों के पास कभी नहीं टिकता पैसा, जानिए क्या कहती है चाणक्य नीति
इसके अलावा आज सुबह 10 बजकर 25 मिनट से रात 9 बजे तक पाताल लोक की भद्रा रहेगी ज्योतिष विज्ञान के अनुसार भद्रा अलग-अलग बारह चन्द्र राशियों के अनुसार तीनों लोक- स्वर्ग, पृथ्वी और पाताल में घूमती रहती है। जिस दिनचन्द्रमा मेष, वृषभ, मिथुन और वृश्चिक राशि में होता है तब भद्रा का वास स्वर्ग लोक पर माना जाता है और जब चन्द्रमा कर्क, सिंह, कुंभ और मीन राशि में होता है तब भद्रा का वास पृथ्वी लोक पर माना जाता है वही जबचन्द्रमा कन्या, तुला, धनु और मकर राशि में होता है तब भद्रा का वास पाताल लोक में माना जाता। आज चन्द्रमा का वास मकर राशि में है तो इसलिए आज पाताल लोक की भद्रा रहेगी। पाताल लोक की भद्रा का वैसे तो कोई असर पृथ्वी पर नहीं पड़ता और अगर भद्रा सोमवार, गुरुवार और शुक्रवार के दिन पड़े, तो उसका कोई दोष नहीं लगता। लेकिन पाताल लोक की भद्रा के दौरान इस बात का ख्याल जरूर रखना चाहिए कि भद्रा के मुख काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
सोमवार के इन उपायों को करने से मिल सकता है मनोवांछित फल
- अगर आप संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, तो आज के दिन पीले ताजा फूलों की माला बनाकर भगवान विष्णु को चढ़ाएं । साथ ही भगवान को चंदन का तिलक लगाएं। आज के दिन ऐसा करने से आपकी संतान प्राप्ति की इच्छा।
- अगर आप अपने जीवन में सफलता और रिश्तों के बीच सामंजस्य बनाये रखना चाहते हैं, तो आज के दिन आपको पांच मुखी रुद्राक्ष की पूजा करके उसे गले में धारण करना चाहिए । आज के दिन ऐसा करने से जीवन में सफलता और रिश्तों के बीच सामंजस्य बना रहेगा।
- अगर आप अपनी संतान के करियर की बेहतरी सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो आज के दिन अपने बच्चे के मस्तक पर केसर का तिलक लगाएं। साथ ही जरूरतमंद को पीला कपड़ा गिफ्ट करें। आज के दिन ऐसा करने से संतान के करियर की बेहतरी सुनिश्चित होगी।
- अगर आप अपनी संतान के आर्थिक पक्ष को मजबूत करना चाहते हैं, तो आज के दिन 5 सफेद कौड़ियाँ लेकर, उनकी उचित प्रकार से पूजा करें । पूजा के बाद उन्हें एक लाल कपड़े में बांधकर अपनी संतान को संभालकर रखने के लिये दे दें। आज के दिन ऐसा करने से आपकी संतान का आर्थिक पक्ष को मजबूत होगा।
- अगर आप अपने सभी कामों में संतान का भरपूर सहयोग पाना चाहते हैं, तो आज के दिन सुबह स्नान आदि के बाद श्री विष्णु भगवान को प्रणाम करें और आसन बिछाकर बैठ जाएं । फिर भगवान विष्णु के मंत्र का 108 बार जाप करें । मंत्र है - 'ऊँ नमो भगवते नारायणाय' आज के दिन ऐसा करने से सभी कामों में संतान का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा।
- अगर आपकी संतान विद्या के क्षेत्र में विशेष उपलब्धियां हासिल करना चाहती है, तो उसकी सफलता सुनिश्चित करने के लिये आज के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर भगवान विष्णु की विधि पूर्वक पूजा करें और पूजा के समय विद्या यंत्र की स्थापना करें । पूजा के बाद उस यंत्र को उठाकर अपने बच्चे के पढ़ाई वाले कमरे में स्थापित कर दें या फिर ताबीज में डलवाकर बच्चे के गले में पहना दें । आज के दिन ऐसा करने से संतान विद्या के क्षेत्र में विशेष उपलब्धियां हासिल करेगी।
- अगर आपकी संतान का बिजनेस कुछ ठीक नहीं चल रहा है, तो आज के दिन सुबह के समय स्नान आदि के बाद साफ कपड़े पहनकर तुलसी के पौधे को प्रणाम करें और उसकी जड़ में जल चढ़ाएं । आज के दिन ऐसा करने से आपके बच्चे का स्वास्थ अच्छा रहेगा।
- 'ॐ गोविंदाय गोपालाय यशोदा सुताय स्वाहा'। इस मंत्र का आपको पांच माला, यानी 540 बार जप करना है और जप पूरा होने के बाद भी दीपक को बुझाना नहीं, उसे जलता छोड़ दीजिए, वह अपने आप बुझ जायेगा ।आज के दिन ऐसा करने से आप बेटा या बेटी, यानी कोई संतान गोद ले सकते है।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता
Vastu Tips: घर के मंदिर में इस दिशा में रखनी चाहिए पूजा की थाली, बनी रहेगी मां लक्ष्मी की कृपा