Shukra Gochar 2023: शुक्र ग्रह 12 मार्च 2023 को सुबह 8 बजकर 13 मिनट पर मेष राशि में गोचर करेंगे और 6 अप्रैल को दोपहर पहले 11 बजे तक मेष राशि में ही गोचर करते रहेंगे। उसके बाद वृष राशि में प्रवेश कर जायेगे। शुक्र, वृष और तुला राशि का स्वामी है। जबकि मीन राशि में यह उच्च का और कन्या राशि में नीच का होता है। शुक्र विवाह, प्रेम, विलासिता, सुख-समृद्धि, वाहनों, कला, नृत्य, संगीत, अभिनय, जुनून और काम का प्रतीक है। शुक्र के संयोग से ही लोगों को नाम व ख्याति पाने के योग्य बनते हैं। इसके अलावा शुक्र सबसे ज्यादा हमारे जीवन में दाम्पत्य रिश्ते पर, पारिवारिक सुख पर और सेहत के मामले में शरीर में त्वचा पर सबसे अधिक असर डालता है। अतः 6 अप्रैल तक शुक्र के मेष राशि में इस प्रवेश से विभिन्न राशि वाले लोगों पर क्या प्रभाव होंगे, शुक्र उनकी जन्मपत्रिका में किस स्थान पर गोचर करेंगे, साथ ही शुक्र की शुभ स्थिति के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
मेष राशि
शुक्राचार्य आपके लग्न स्थान यानि पहले स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के पहले स्थान का सम्बन्ध हमारे मुख और शरीर से होता है। शुक्र के इस गोचर से आपके रिश्ते मजबूत होंगे। आपको भरपूर यश-सम्मान मिलेगा, लेकिन धन लाभ पाने के लिए आपको थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। आपको मेहनत का फल जरूर मिलेगा। 6 अप्रैल तक आपको किस्मत का भी साथ मिलता रहेगा। आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। लिहाजा 6 अप्रैल तक शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए अपने नहाने के पानी में एक चम्मच दही डालकर नहाएं। इससे आपको हर तरह से लाभ मिलेगा।
वृष राशि
शुक्राचार्य आपके जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का सम्बन्ध हमारे व्यय तथा शय्या सुख से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से कविता लेखन में आपकी रूचि बढ़ेगी। आपको परिवार और संतान का सुख मिलेगा। साथ ही रातों को आराम मिलेगा और धन की प्राप्ति होगी। आपके भाग्य के सितारे इस दौरान बुलंद रहेंगे। आपको लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। हर तरफ से आपको सुख की अनुभूति होगी। आपका स्वास्थ्य भी बेहतर बना रहेगा। लिहाजा 6 अप्रैल तक शुक्र की शुभ स्थिति बनाये रखने के लिए गौ माता का आशीर्वाद लें। इससे आपको परिवार औए संतान का सुख मिलता रहेगा।
मिथुन राशि
शुक्राचार्य आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे इनकम तथा कामनापूर्ति से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से 6 अप्रैल तक आपके स्वभाव में बार-बार बदलाव आ सकते हैं। आपको बचपन की कोई बात याद आ सकती है। साथ ही इस दौरान आप दूसरों से छिपाकर काम करने की कोशिश करेंगे। हालांकि इस बीच आपको धन लाभ भी होगा और आपके चेहरे पर एक अलग तेज नजर आयेगा। लिहाजा 6 अप्रैल तक शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए और किसी भी तरह की अशुभ स्थिति से बचने के लिए मंदिर में चमेली का तेल दान करें। इससे आपको शुभ फल प्राप्त होंगे।
कर्क राशि
शुक्राचार्य आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के दसवे स्थान का सम्बन्ध हमारे करियर और पिता से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से मेहनत के बल पर ही आपको करियर में सफलता मिलेगी। आपके पिता की उन्नति में थोड़ी परेशानी आ सकती है। साथ ही संतान सुख पाने के लिए आपको कोशिशे करनी पड़ेगी। लिहाजा 6 अप्रैल तक शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए और शुभ फल प्राप्त करने के लिए मंदिर में दही या दही से बनी किसी चीज़ का दान करें। इससे आपको करियर में सफलता मिलेगी।
सिंह राशि
शुक्राचार्य आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का सम्बन्ध हमारे भाग्य से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको किस्मत का पूरा सहयोग नहीं मिल पायेगा। 6 अप्रैल तक आपको पैसों की तंगी हो सकती है। इसलिए व्यर्थ के कामों में पैसे खर्च करने से आपको बचना चाहिए। इस दौरान आपको सेहत और संतान संबंधी कोई परेशानी भी हो सकती है। पारिवारिक सुख में कमी रहेगी। लिहाजा 6 अप्रैल तक शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए और शुभ फल प्राप्त करने के लिए काली या लाल गाय की सेवा करें। इससे आपको किस्मत का सहयोग मिलेगा।
कन्या राशि
शुक्राचार्य आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका का आठवाँ स्थान का सम्बन्ध हमारे आयु से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य फीट रहेगा। इस दौरान आपकी कही हुई बातें पत्थर की लकीर होगी। लोग आपकी बातों से सहमत होंगे | शत्रु आपसे दूरी बनाकर रखेंगे। ईश्वर की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी। लिहाजा 6 अप्रैल तक शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए आपको रोज मंदिर में जाकर अपना सिर झुकाना चाहिए। इससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
तुला राशि
शुक्राचार्य आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का सम्बन्ध हमारे जीवनसाथी से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से जीवनसाथी के साथ आपके संबंधों में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। भाग्य का साथ मिलने में परेशानी आ सकती है। इस दौरान व्यापार में भी धन लाभ कुछ कम ही होगा। किसी काम के लिए आपको चादर देखकर ही पैर पसारने चाहिए। लिहाजा 6 अप्रैल तक शुक्र की अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए गंदे नाले में नीला फूल डालें। इससे आपको अशुभ फलों से छुटकारा मिलेगा और शुभ फल प्राप्त होंगे।
वृश्चिक राशि
शुक्राचार्य आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का सम्बन्ध हमारे शत्रु, मित्र तथा स्वास्थ्य से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। आपकी सांसारिक स्थिति अच्छी रहेगी और आपके भाईयों की तरक्की होगी। साथ ही 6 अप्रैल तक आपको अपने मित्रों से हर प्रकार का सहयोग मिलेगा। इस बीच आपके कुछ नए दोस्त भी बन सकते हैं। आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। अत: शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए घर की महिला अपने बालों में सोने का या गोल्डन कलर का हेयर क्लिप लगाकर रखें। इससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति जरूर होगी।
धनु राशि
शुक्राचार्य आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का सम्बन्ध हमारे संतान, बुद्धि, विद्या तथा रोमांस से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको विद्या का लाभ मिलेगा। साथ ही संतान सुख की प्राप्ति होगी। आपको अपने गुरुजनों का पूरा सहयोग मिलेगा और पढ़ाई-लिखाई में आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे। आपका विवेक बना रहेगा। इस दौरान जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते भी बेहतर रहेंगे। आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। घर-परिवार का वातावरण खुशनुमा बना रहेगा। साथ ही इस बीच शत्रु आपसे दूरियां बनाकर रखेंगे। लिहाजा 6 अप्रैल तक शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए गौ माता की सेवा करें। साथ ही मंदिर में दही का दान करें। इससे आपकी स्थिति अच्छी बनी रहेगी।
मकर राशि
शुक्राचार्य आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का सम्बन्ध हमारे भूमि, भवन तथा माता से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको भूमि-भवन और वाहन का सुख मिलने में देरी हो सकती है। आपको पैसों की कमी महसूस हो सकती है। इस दौरान एकस्ट्रा मैरिटल रिलेशन से आपको बचकर रहना चाहिए। साथ ही शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए और शुभ फल प्राप्त करने के लिए घर के बाहर जमीन के नीचे काला सुरमा दबाएं। इससे आपके साथ चीज़ें बेहतर होने लगेगी।
कुंभ राशि
शुक्राचार्य आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का सम्बन्ध हमारे पराक्रम, भाई-बहन तथा यश से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको माता-पिता का भरपूर सुख मिलेगा। वो हर कार्य में आपका सहयोग करेंगे। भाई-बहन के साथ भी आपके रिश्ते में मजबूती आयेगी। आपको अपनी मेहनत का फल जरूर मिलेगा और आपके काम पूर्ण रूप से बनेंगे। 6 अप्रैल तक किसी तीर्थ स्थल की यात्रा करने से आपका मन प्रसन्न रहेगा और आप कुछ नया सोच पायेंगे। अत: शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए सभी महिलाओं का सम्मान करें और रिश्ते में अपने से बड़ी महिलाओं का आशीर्वाद लें।
मीन राशि
शुक्राचार्य आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का सम्बन्ध हमारे धन तथा स्वभाव से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति पहले से अच्छी होगी। आपको सांसारिक सुखों की प्राप्ति होगी। साथ ही 6 अप्रैल तक पशुपालन और कच्ची मिट्टी के काम से जुड़े लोगों को दुगना फायदा मिलेगा, लेकिन इस दौरान आपको अपने शत्रुओं से थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। साथ ही 6 अप्रैल तक आपकी संतान औ भाईयों की तरक्की इस बात पर डिपेंड करेगी कि आप अपने गुरु का कितना सम्मान करते हैं। अतः 6 अप्रैल तक शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए दो सौ ग्राम गाय का घी मंदिर में दान करें | इससे आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर बनी रहेगी।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)
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