Highlights
- शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है।
- अपनी मंद हंसी से ब्रह्माण्ड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कुष्मांडा के नाम से जाना जाता है।
Shardiya Navratri Upay 2022 : शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है। अपनी मंद हंसी से ब्रह्माण्ड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कुष्मांडा के नाम से जाना जाता है। संस्कृत भाषा में कुष्मांडा कुम्हड़े को कहा जाता है और कुम्हड़े की बलि इन्हें बहुत प्रिय है। माता का वाहन सिंह है। मां कूष्मांडा को लाल रंग के फूल पसंद हैं। इनका निवास सूर्य मंडल के भीतर है। कहते हैं सूर्यलोक में निवास करने की क्षमता केवल मां कूष्मांडा में ही है और यही सूर्य देव को दिशा और ऊर्जा प्रदान करती हैं।
इस दिन अलग-अलग शुभ फलों की प्राप्ति के लिए, घर-परिवार की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी के लिए, अपने बिजनेस को अनजाने खतरों से बचाए रखने के लिए, देवी मां की कृपा से जीवन में सफलता पाने के लिए, अपने हर काम में लाभ पाने के लिए और कामयाबी हासिल करने के लिए, किसी भी प्रकार के भय, रोग आदि से छुटकारा पाने के लिए, जीवन में तरक्की पाने के लिए, नौकरी में परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए, जीवन से कड़वाहट को दूर करके मिठास घोलने के लिए, पापकर्म के बोध से छुटकारा पाने के लिए, अपनी दिन-दुगनी, रात-चौगनी तरक्की के लिए, अपने परिवार की खुशहाली को बनाए रखने के लिए, जीवनसाथी की परेशानियों को दूर करने के लिए, स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए और लंबी आयु का वरदान पाने के लिए क्या उपाय करने चाहिए ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
- आपके जीवन में चल रही परेशानियां जल्द से जल्द से समाप्त हो जाएं और आगे भी आपके ऊपर किसी प्रकार की मुसीबत न आए, इसके लिए नवरात्र के चौथे दिन देवी मां के इस मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र है- 'दुर्गतिनाशिनी त्वंहि दारिद्रादि विनाशिनीम्। जयंदा धनदां कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥' इस मंत्र के जाप से आपके जीवन से सारी परेशानियां जल्द ही छू मंतर हो जायेंगी।
- धन सबंधी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए इस दिन एक नारियल और उसके साथ एक लाल फूल, एक पीला, एक नीला फूल और सफेद फूल मां को चढ़ाएं और नवमी के दिन ये फूल नदी में बहा दें और नारियल को लाल कपड़े में लपेट कर तिजोरी में रखें। ऐसा करने से आपकी धन संबधी सभी परेशानियां धीरे-धीरे करके हल होने लगेंगी।
- मनोविकार से बचने के लिए और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए इस दिन सुबह जल्दी उठकर विधि-पूर्वक माता की पूजा करें और उसके बाद माता के आगे ध्यान की मुद्रा में बैठकर उनके इस मंत्र का जाप करें। मंत्र है- 'वन्दे वांछित कामर्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्। सिंहरूढ़ा अष्टभुजा कूष्माण्डा यशस्वनीम्॥' ऐसा करने से मानसिक रूप से आपको शांति मिलेगी।
- अगर आप अपने विरोधियों से परेशान रहते हैं, तो इसके लिए इस दिन गुलाब के फूल में कपूर का टुकड़ा रखें। शाम के समय फूल में एक कपूर जला दें और फूल देवी को चढ़ा दें फिर देवी से हाथ जोड़कर प्रार्थना करें। ऐसा करने से आपको विरोधी पक्ष से जल्द ही छुटकारा मिलेगा।
- सांस बहू के बीच प्यार बनाए रखने के लिए इस दिन शाम के समय सास और बहू दोनों ही चार-चार मुट्ठी चने की दाल एक ही बर्तन में डालकर इकट्ठी कर लें। उसी बर्तन में आधा चम्मच शहद डाल दें। इसे कम से कम 24 मिनट तक ऐसे ही रहने दें। उसके बाद इस दाल को धोकर उसी दिन पका लें। पकी हुई आधी दाल को घर के खाने में इस्तेमाल करें,आधी दाल निकालकर अलग कर लें और उसे अगले दिन किसी काम वाली को दे दें। जो दाल खाने के लिए इस्तेमाल करें,उसमें से दो-दो चम्मच दाल सास और बहू एक-दूसरे को खिलाएं। ऐसा करने से आपस की गलतफहमी दूर होगी और आगे कभी भी गलतहमी नहीं होगी।
- अपनी बौद्धिक क्षमता में बढ़ोतरी के लिए और परीक्षा में अच्छे रिजल्ट के लिए इस दिन आपको देवी मां के विद्या प्राप्ति मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र है- 'या देवी सर्वभूतेषु बिद्धि-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥' और जाप के बाद माता को हरी इलाइची अर्पित करें। ऐसा करने से आपकी बौद्धिक क्षमता में निश्चित ही वृद्धि होगी।
- अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए इस दिन देवी को मालपुओं का भोग लगाएं और उनके इस मंत्र का जप करें। मंत्र है – 'जगन्माता जगतकत्री जगदाधार रूपणीम्। चराचरेश्वरी कूष्माण्डे प्रणमाम्यहम्॥' ऐसा करने से आपकी मनोकामना जल्द ही पूरी होगी।
- अगर बार-बार आपके काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं और समय रहते पूरा नहीं हो पाते, तो इसके लिए इस दिन देवी मां को हरे रंग की चुनरी भेंट करें और उनसे हाथ जोड़कर प्रार्थना करें। इससे आपके काम धीरे-धीरे बनने लगेंगे।
- अपने घर की सुख-शांति और समृद्धि बढ़ाने के लिए इस दिन 11 बार देवी के शांति मंत्र का जाप करें मंत्र है- 'या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥' ऐसा करने से घर की सुख-शांति और समृद्धि बनी रहेगी।
- अपने किसी विशेष काम में सफलता सुनिश्चित करने के लिए इस दिन पूजा के समय एक लाल कलावा लेकर माता के चरणों में रख दें। पूजा समाप्त हो जाने के बाद उसमें से एक लम्बा-सा धागा निकालकर, उसमें सात गांठे बांध लें और उस धागे को अपने पर्स में या किसी रूमाल में बांधकर अपने पास रख लें। ऐसा करने से आपको अपने कामों में सफलता हासिल होगी।
- आपकी खुशियों को किसी की नजर ना लगे और आपकी तरक्की होती रहे, इसके लिए इस दिन देवी मां के इस मंत्र का जाप करें,, मंत्र है- 'शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे। सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते॥' आपकी खुशियां और आपकी तरक्की लगातार बढ़ती रहेंगी।
- दाम्पत्य जीवन में खोई हुई खुशियां वापस लानें के लिए इस दिन आप एक मिट्टी के कुलहड़ में दही भरकर एक सफेद रंग के कागज पर लाल पेन से अपने जीवनसाथी का नाम लिखकर दही में डुबा दें। इस कुल्हड़ को एक लाल रंग के कपड़े में बांधकर घर में ही किसी ऊंची जगह पर रख दें। ऐसा करने से देवी मा कि कृपा से आपका दाम्पत्य जीवन सुखी रहेगा।
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