शनि जयंती 2023: शनि जयंती इस बार 19 मई को मनाई जाएगी। माना जाता है कि जेठ की अमावस्या के दिन ही शनि भगवान का जन्म हुआ था। ऐसे में इस दिन आपको शनि भगवान को खुश करने की कोशिश करनी चाहिए। आपको इस दिन कोशिश करना चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा लोगों में दान दें, गरीबों की सहायता करें और बड़ा दिल रखें। साथ ही शनि मंदिर में जाकर पूजा पाठ करना भी आपको शनि के प्रकोप से बचा सकता है। पर मंदिर जाकर अक्सर लोग 1 गलती कर देते हैं। क्या है ये गलती जानते हैं।
शनि मंदिर जाकर अक्सर लोग करते हैं ये 1 गलती
शनि मंदिर जाकर ज्यादातर लोग 1 गलती कर जाते हैं। वो है शनिदेव के सीधे सामने खड़े होकर उनकी पूजा करना। दरअसल, जब आप शनिदेव के सीधे सामने खड़े होते हैं तो उनकी व्रक दृष्टि आप पर पड़ सकती है। दरअसल, कथा ये है कि शनिदेव कि पत्नी ध्वजिनी ने एक बार शनिदेव को श्राप दे दिया था। हुआ ये था कि शनिदेव ध्यान में थे और उनकी पत्नी श्रृंगार करके उनके सामने खड़ी थीं।
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बहुत देर तक कहने के बाद भी जब शनिदेव ने अपनी आंखें नहीं खोली तो उनकी पत्नी ने उन्हें श्राप दे दिया कि जो आंखें मुझे देखने के लिए ऊपर नहीं उठी, वो आंखें दुनिया में जिस पर भी सीधी पड़ेंगी उसके उल्टे दिन शुरू हो जाएंगे। इसी को शनि को उल्टी दृष्टि या व्रक दृष्टि कहते हैं।
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शनिदेव के सामने खड़े होकर न करें उनकी पूजा
शनिदेव के सामने सीधे खड़े होकर उनकी पूजा से बचें। मंदिर में जब भी जाएं थोड़ा कोने और साइड हो कर खड़े हों और वहीं से शनिदेव की पूजा करें। इससे आप उनकी नजरों से बच सकेंगे। नहीं तो, सामने खड़े होने से उनकी नजर आप पर पड़ेगी और आपके बुरे कर्मों का फल मिलना शुरू हो सकता है। इसलिए, शनि मंदिर जाएं को इस गलती से बचें।