Sawan Purnima 2023 Upay: इस साल सावन पूर्णिमा की की शुरुआत 30 अगस्त को सुबह 10 बजकर 58 मिनट से हो रही है। पूर्णिमा तिथि का समापन 31 अगस्त 2023 को सुबह 7 बजकर 5 पर होगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार श्रावण मास में आने वाली पूर्णिमा सावन या श्रावणी पूर्णिमा कहलाती है। पूर्णिमा के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान-दान करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। वहीं सावन पूर्णिमा के दिन इन विशेष उपायों को करने से अलग-अलद शुभ फलों की प्राप्ति होती हौ।
1. अगर अपने दाम्पत्य रिश्ते में मधुरता भरना चाहते हैं तो उसके लिए सावन पूर्णिमा के दिन संभव हो तो कहीं से हाथी के पैर के नीचे की मिट्टी या यूं कहें कि जिस स्थान पर हाथी चला हो, उस स्थान की थोड़ी-सी मिट्टी लाकर घर में रखें। लेकिन अगर आपके लिए ऐसा करना संभव न हो तो सावन पूर्णिमा के दिन बाजार से मिट्टी या किसी धातु से बनी हाथी की मूर्ति खरीद कर लाएं और उसे अपने बेडरूम में किसी टेबल आदि पर या किसी शोकेस में रख लें।
2. अगर आप किसी मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करना चाहते हैं या फिर अपने ही देश में रहकर किसी विदेशी कंपनी के लिए पार्ट टाइम जॉब करना चाहते हैं तो सावन पूर्णिमा के दिन शतभिषा नक्षत्र में एक चंदन की गोली लें और उस गोली को मंदिर में स्थापित करें। अब उस चंदन की गोली की विधि-पूर्वक पूजा करें। इसके बाद आपको राहु स्तुति का पाठ करना है। राहु स्तुति इस प्रकार है- अर्धकायं महावीर्यं चन्द्रादित्य विमर्दनम्। सिहिंका गर्भ सम्भूतं तं राहुं प्रणमाम्यहम।। इस प्रकार राहु स्तुति का पाठ करने के बाद उस चंदन की गोली को वहां से उठा लें और एक सफेद रंग के धागे में पिरोकर अपने गले में पहन लें।
3. अगर आपको लगता है कि आपके आस-पास शत्रुओं की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है और आप खुद को हर वक्त घिरा हुआ महसूस करते हैं तो सावन पूर्णिमा के दिन सवा किलो जौ या गेहूं लीजिए। अब घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा के कोने में किसी भारी बोझ के नीचे उन जौ या गेहूं के दानों को अच्छे से दबाकर रख दीजिए और अगली बार शतभिषा नक्षत्र आने तक ऐसे ही रखा रहने दीजिए। जब अगली बार शतभिषा नक्षत्र आये तो उन जौ या गेहूं को वहां से निकालकर किसी धर्मस्थल या मंदिर में दान कर दें। आपको यहां बता दूं कि अगली बार शतभिषा नक्षत्र 27 सितबंर को पड़ रहा है।
4. अगर आप अपने बच्चों के कार्यों की सफलता सुनिश्चित करना चाहते हैं तो सावन पूर्णिमा के दिन थोड़ी-सी मसूर की दाल लें और साथ ही एक रूपये का सिक्का लें। अब मसूर की दाल को सिक्के समेत एक सफेद रंग के कपड़े में बांध दें और उसको अपने बच्चे के हाथ से स्पर्श कराएं। इस प्रकार बच्चे के हाथ से उस पोटली को स्पर्श कराने के बाद उसे किसी सफाई कर्मचारी को गिफ्ट कर दें।
5. अगर आप करियर में अपनी दिन-दुगनी, रात-चौगनी तरक्की होते देखना चाहते हैं तो सावन पूर्णिमा के दिन आपको कदंब के पेड़ की उपासना करनी चाहिए। उसके आगे हाथ जोड़कर प्रणाम करना चाहिए। लेकिन अगर आपको कदंब का पेड़ कहीं आस-पास न मिले तो हम फिलहाल टी.वी स्क्रीन पर आपको जो कदंब के पेड़ की फोटो दिखा रहे हैं, उसी को देखते हुए प्रणाम कर लें। साथ ही सावन पूर्णिमा के दिन अगर आप किसी खाली वृत्त या किसी गोलाकार आकृति का दर्शन करेंगे तो दिन बहुत ही अच्छा बितेगा।
6. अगर आपको बिजनेस में उचित मुनाफा नहीं मिल पा रहा है तो सावन पूर्णिमा के दिन अपना भार कराएं और उसका दसवां हिस्सा निकालें । मान लीजिये आपका वजन 50 किलो है तो उसका दस परसेन्ट हुआ 5 किलो । इस प्रकार वजन का दसवां हिस्सा निकालने के बाद उस हिस्से के बराबर कच्चा कोयला लें और उसे बहते जल में प्रवाहित कर दें।
7. अगर आपके परिवार की खुशियां कहीं गुम हो गई हैं, तो उन खुशियों को फिर से अपने परिवार के लोगों की जिंदगी में बिखेरने के लिए सावन पूर्णिमा के दिन एक सफेद चंदन को घिसकर उसका पेस्ट बनाएं और उस चंदन के पेस्ट से परिवार के सब लोगों के माथे पर चंदन का टीका लगाएं।
8. अगर आप अपने वर्तमान हेल्थ स्टेटस को बेहतर करना चाहते हैं तो सावन पूर्णिमा के दिन आपको अपने भार के बराबर जौ या गेहूं तुलवाना चाहिए। अब उसमें से थोड़े-से जौ या गेहूं अलग निकालने चाहिए और उन्हें बहते जल में प्रवाहित करना चाहिए। बाकी बचे जौ या गेहूं को किसी मंदिर या धर्मस्थल पर दान कर दें। इसके अलावा सावन पूर्णिमा के दिन आपको घर की रसोई में यानि घर में जहां पर भी खाना बनता है, वहां बैठकर भोजन करना चाहिए।
9. अगर आप नौकरी में अपना प्रमोशन कराना चाहते हैं या किसी अच्छी कंपनी में नौकरी करना चाहते हैं तो सावन पूर्णिमा के दिन बाजार से सिंघाड़े का आटा लेकर आएं और घर लाकर उसकी रोटियां बनाएं। जब रोटियां बन जाये तो उन पर दो मूली रखकर मंदिर या किसी धर्मस्थल पर दान कर दें। अगर आप स्वयं रोटियां न बना सके, तो घर में किसी और से बनवा लें, लेकिन मंदिर या धर्मस्थल पर देने के लिए आपको स्वयं जाना चाहिए।
10. अगर आप किसी मुसीबत में फंसे हुए हैं और आपको उससे बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है तो सावन पूर्णिमा के दिन आटे का एक चौमुखा दिया बनाएं और उसमें सरसों का तेल भरिये। अब उसमें एक पड़ी हुई बत्ती लगाएं और अपने घर के आंगन में उस दीपक को जलाइए। साथ ही वहीं पर आसन बिछाकर बैठ जायें और राहु के मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र है- ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:।
11. अगर आप कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान चल रहे हैं तो ऐसी स्थिति से बाहर निकलने के लिए सावन पूर्णिमा के दिन स्नान आदि के बाद सबसे पहले अपने ईष्ट देव को प्रणाम करें। उसके बाद चंदन की खुशबू वाली एक धूपबत्ती अपने घर के मंदिर में जलाएं और कुछ देर हाथ जोड़कर वहीं पर खड़े रहें।
12. अगर आप अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर कुछ दिनों से परेशान चल रहे हैं तो सावन पूर्णिमा के दिन घर के सब सदस्यों को एक-एक कच्चा नारियल दें और 10 मिनट बाद उनसे वो नारियल वापस ले लें। अब उन सारे नारियल को अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए प्रार्थना करते हुए किसी बहते जल के स्त्रोत में प्रवाहित कर दें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)