Sankashti Chaturthi 2024: 26 मई, रविवार को संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा। प्रत्येक महीने के कृष्ण और शुक्ल दोनों पक्षों की चतुर्थी को भगवान गणेश कीपूजा का विधान है। कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी जबकि शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का अर्थ होता है- संकटों को हरने वाली। भगवान गणेश बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य को देने वाले हैं इनकी उपासना शीघ्र फलदायी मानी गई है। कहते हैं कि जो व्यक्ति संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत करता है, उसके जीवन में चल रही सभी समस्याओं का समाधान निकलता है और उसके सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। इसके अलावा इस दिन इन विशेष उपायों को करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि संकष्टी चतुर्थी के दिन किन उपायों को करना चाहिए।
1. अगर आप अपनी बौद्धिक क्षमता में बढ़ोतरी करना चाहते हैं साथ ही परीक्षा में अपनी मेहनत का पूरा फल पाना चाहते हैं तो संकष्टी चतुर्थी के दिन आपको श्री गणेश भगवान के 6 अक्षर के विद्या प्राप्ति मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- मेधोल्काय स्वाहा। इस प्रकार मंत्र जप के साथ ही आपको एक विद्या यंत्र भी धारण करना चाहिए।
2. अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चों की खुशियों को कभी किसी की नजर ना लगे तो संकष्टी चतुर्थी के दिन आपको श्री गणेश भगवान के आगे गोबर के उपले पर 2 कपूर और 6 लौंग की आहुति देनी चाहिए और उस आहुति की लौ को अपने बच्चे के माथे पर लगाना चाहिए।
3. अगर आप बुद्धि के साथ ही बल भी पाना चाहते हैं तो संकष्टी चतुर्थी के दिन आपको श्री गणेश भगवान को पांच हल्दी की गांठ अर्पित करनी चाहिए। साथ ही गणेश गायत्री मंत्र का जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- एकदंताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्।। महाकर्णाय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्।। गजाननाय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
4. अगर आपको पढ़ाई में किसी प्रकार की परेशानी आ रही है या नये कॉलेज में एडमिशन लेने में किसी प्रकार की दिक्कत आ रही है तो संकष्टी चतुर्थी के दिन एक कच्चा नारियल लीजिये और उसके ऊपर एक लाल रंग का कपड़ा या चुनरी लपेट दीजिये। अब मन ही मन भगवान से अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए उस नारियल को भगवान गणेश के चरणों में चढ़ा दीजिए।
5. अगर आप अपने परिवार में खुशियों को बरकरार रखना चाहते हैं और सुख- सौभाग्य में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो संकष्टी चतुर्थी के दिन विघ्नहर्ता श्री गणेश भगवान को मोदक का भोग लगाएं और भगवान गणेश के इस मंत्र का 108 बार जप करें। मंत्र इस प्रकार है- ऊँ गं गणपतये नम:।
6. अगर आपका कोई मित्र आपसे रूठ गया है तो उसे मनाने के लिए संकष्टी चतुर्थी के दिन एक गोमती चक्र लेकर गणेश मंदिर जाएं और अपने मित्र का ध्यान करते हुए उसकी रोली और पुष्प आदि से पूजा करें। पूजा के बाद अगर आप उस गोमती चक्र को अपने मित्र को दे सकें तो बहुत अच्छा है अगर नहीं तो फिर गणेश मंदिर में ही चढ़ा दें।
7. अगर आप ऑफिस में सीनियर्स या बॉस के साथ अपने रिश्ते को बेहतर बनाये रखना चाहते हैं तो संकष्टी चतुर्थी के दिन स्नान आदि से निवृत्त होकर सबसे पहले श्री गणेश भगवान के चरणों को छूकर प्रणाम करें और वहीं भगवान के सामने आसन बिछाकर बैठ जाएं। फिर भगवान गणेश के इस मंत्र का 21 बार जप करें। मंत्र इस प्रकार है- श्री गणेशाय नम:। इस प्रकार जप पूरा होने के बाद भगवान गणेश को गुड़हल का फूल अर्पित करें।
8. अगर आप जीवन में अपनी तरक्की सुनिश्चित करना चाहते हैं तो संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को रोली अक्षत का तिलक लगाएं। साथ ही गणेश जी के इस मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र इस प्रकार है- वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ: निर्विघ्नं कुरू में देव सर्व कार्येषु सर्वदा।
9. अगर आप जल्द ही कोई इंटरव्यू देने जा रहे हैं या कोई प्रतियोगी परीक्षा देने जा रहे हैं तो संकष्टी चतुर्थी के दिन एक पान का पत्ता लीजिये और उसे भगवान गणेश को चढ़ा दीजिये। अब उस पान के पत्ते पर लौंग सुपारी का जोड़ा रखकर कपूर से भगवान की आरती कीजिए।
10. अगर आपका जीवनसाथी किसी न किसी कारण से हमेशा चिंता में रहता है जिसके चलते आप दोनों के रिश्ते की गति कुछ थम-सी गई है तो संकष्टी चतुर्थी के दिन एक कच्चे सूत का लंबा-सा धागा लें और उसे गणेश जी के आगे रखकर – 'ऊँ विघ्नेश्वराय नम:' मंत्र का 11 बार जप करें। फिर मंत्र जप करने के बाद भगवान का आशीर्वाद लेकर उस धागे में सात गांठे बांधकर अपने पास रख लें।
11. अगर आपके पारिवारिक जीवन में किसी प्रकार की परेशानी चल रही है तो उससे जल्द से जल्द छुटकारा पाने के लिये संकष्टी चतुर्थी के दिन एक कच्चा नारियल लेकर उस पर रोली का तिलक लगाकर नारियल को भगवान गणेश के चरणों में तोड़ दें और उसका प्रसाद अपने परिवार के सब सदस्यों में बांट दें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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