Shukra Gochar 2023: 6 अप्रैल को दोपहर पहले 11 बजे शुक्र वृष राशि में प्रवेश करेंगे और 2 मई की दोपहर 1 बजकर 49 तक वृष राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद मिथुन राशि में प्रवेश कर जायेंगे। शुक्र वृष और तुला राशि के स्वामी हैं। शुक्र के इस गोचर का प्रभाव सबसे अधिक वृष राशि वालों पर पड़ेगा। बाकी अन्य राशियों पर इसका क्या असर होगा, शुक्र उनके किस स्थान पर गोचर करेगा और उस स्थिति में विभिन्न राशि वालों को क्या उपाय करने चाहिए, ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
मेष राशि
शुक्र आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का सम्बन्ध हमारे धन तथा स्वभाव से होता है। शुक्र के इस गोचर से आपकी आर्थिक स्थिति पहले से अच्छी होगी। आपको सांसारिक सुखों की प्राप्ति होगी। साथ ही 2 मई तक पशुपालन और कच्ची मिट्टी के काम से जुड़े लोगों को दुगना फायदा मिलेगा, लेकिन इस दौरान आपको अपने शत्रुओं से थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। साथ ही इस दौरान आपकी संतान और भाईयों की तरक्की इस बात पर डिपेंड करेगी कि आप अपने गुरु का कितना सम्मान करते हैं । लिहाजा शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए दो सौ ग्राम गाय का घी मन्दिर में दान करें या फिर 2 किलो आलू हल्दी से पीले करके गाय को खिलाएं।
वृष राशि
शुक्र आपके पहले स्थान पर, यानि लग्न स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के पहले स्थान का सम्बन्ध हमारे मुख तथा शरीर से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपके द्वारा कही गयी बात को माना जायेगा। इस दौरान आप अपने आस-पास की सफाई करेंगे। आपको संतान का सुख भी मिलेगा। अगर आपका विवाह अभी तक नहीं हुआ है तो जल्द ही आपके लिए विवाह के प्रस्ताव आयेंगे। आपको धन, वाहन आदि सबका सुख मिलेगा। लिहाजा शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए सतनाज, यानी सात अलग-अलग अनाजों का दान करें, जीवनसाथी की सेहत अच्छी रहेगी।
मिथुन राशि
शुक्र आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का सम्बन्ध हमारे व्यय तथा शय्या सुख से होता है। शुक्र के इस गोचर से कविता लेखन में आपकी रुचि बढ़ेगी। अपोजिट सेक्स के लोगों से आपको विशेष मदद मिलेगी। आपको परिवार और संतान का सुख मिलेगा। साथ ही रातों को आराम मिलेगा और धन की प्राप्ति होगी, लेकिन आज से 2 मई के बीच किसी और से मदद की अपेक्षा न रखें और अपनी सेहत का ख्याल रखें। शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए घर की महिला अपने हाथों से विराने में घर की धूल दबाएं।
कर्क राशि
शुक्र आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का सम्बन्ध हमारे आय तथा कामनापूर्ति से है। शुक्र के इस गोचर से 2 मई तक आपकी कोई मन की इच्छा पूरा हो सकता है। आपको बचपन की कोई बात याद आ सकती है। साथ ही इस दौरान आप दूसरों से छिपाकर काम करने की कोशिश करेंगे। हालांकि इस बीच आपको धन लाभ भी होगा और आपके चेहरे पर एक अलग तेज नजर आयेगा। शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए मन्दिर में इत्र की शीशी भेंट करें। साथ ही रुमाल में हल्की - सी परफ्यूम की
खुशबू लगाकर अपने पास रखें।
सिंह राशि
शुक्र आपके दसवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का सम्बन्ध हमारे राज्य करियर तथा पिता से होता है। शुक्र के इस गोचर से 2 मई तक आपका समय बहुत अच्छा बीतेगा। इस दौरान किसी प्रशासनिक कार्य में आपको सफलता मिलेगी। पिता के आपके रिश्ते और बेहतर बनेगा। पैसों के प्रति आपका आकर्षण बढ़ेगा। इस बीच आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा। शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए मन्दिर में दही का दान करें और साथ ही संभव हो तो दही या दही से बनी चीज़ें खाएं।
कन्या राशि
शुक्र आपके नवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का सम्बन्ध हमारे भाग्य से है। शुक्र आपका भाग्येश है और भाग्येश अपनी ही राशि में गोचर करे, इससे अच्छा क्या हो सकता है। शुक्र के इस गोचर से किस्मत आपका पूरा साथ देगी। आपके मनचाहे कार्य पूरे होंगे और 2 मई तक आपको पैसों की तंगी नहीं होगी, लेकिन मेहनत जारी रखें और व्यर्थ के कामों में पैसे खर्च करने से बचें। इस दौरान किसी तीर्थ स्थल पर जाना आपके लिये शुभ फलदायी होगा। शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए काली या लाल गाय की सेवा करें।
तुला राशि
शुक्र आपके आठवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का सम्बन्ध हमारे आयु से होता है। शुक्र के इस गोचर से आप दूसरों से कही अपनी बात का मान रखेंगे और अपना वायदा पूरा करेंगे, लेकिन इस दौरान तक इस बात का ध्यान रखें कि किसी से कोई भी चीज़ उधार ना लें। साथ ही इस बीच अपने जीवनसाथी की सेहत का ख्याल रखें। शुक्र की अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए प्रतिदिन मंदिर में सिर झुकाएं और ज्वार का दान करें।
वृश्चिक राशि
शुक्र आपके सातवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का सम्बन्ध हमारे जीवनसाथी से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से कार्यों आपको जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग मिलेगा। लेकिन इस दौरान आपको अपने जीवनसाथी से प्रेम बनाए रखने और अपनी संतान की पढ़ाई का ख्याल रखने की जरूरत है। 2 मई तक आपको कई महत्वपूर्ण यात्राएं करनी पड़ सकती है। लिहाजा शुक्र की अशुभ स्थिति से बचने के लिए 2 मई तक गन्दे नाले में एक नीला फूल डालें।
धनु राशि
शुक्र आपके छठे स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का सम्बन्ध हमारे स्वास्थ्य, शत्रु तथा मित्र से होता है। शुक्र के इस गोचर से आपको धन लाभ होगा। आपकी सांसारिक स्थिति अच्छी रहेगी और आपके भाईयों की तरक्की होगी। साथ ही आपको 2 मई तक अपने मित्रों से हर प्रकार का सहयोग मिलेगा और इस बीच आपके कुछ महत्वपूर्ण नये दोस्त भी बनेंगे। शत्रु पक्ष आपसे दूरी बनाकर रहेगा। इस दौरान आप अपने पौरुष और स्वास्थ्य को बेहतर करने का इन्तजाम करेंगे। शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए घर की महिला अपने बालों में सोने या गोल्डन कलर का हेयर क्लिप लगाकर रखें।
मकर राशि
शुक्र आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के पांचवें स्थान का सम्बन्ध हमारे संतान, बुद्धि, विद्या तथा रोमांस से होता है। शुक्र के इस गोचर से धर्म के प्रति आपकी आस्था बढ़ेगी और परिवार के प्रति लगाव बढ़ेगा, लेकिन प्यार के प्रति अधिक दिवानापन आपके भाग्य की हानि करायेगा। साथ ही 14 मई तक आपको सन्तान से अधिक सुख की आशा नहीं रखनी चाहिए और अपने सौंदर्य प्रसाधनों को इस दौरान संभालकर रखने की आवश्यकता है। शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए मन्दिर या धर्मस्थल पर दूध का दान करें।
कुंभ राशि
शुक्र आपके चौथे स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का सम्बन्ध हमारे माता, भूमि, भवन तथा वाहन से होता है। शुक्र का यह गोचर आपको भूमि, भवन और वाहन का सुख देगा। आपको आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलेगी और मस्तमौला लोगों से आपकी दोस्ती बढ़ेगी। शुक्र की शुभ स्थिति को बनाए रखने के लिए 2 मई तक प्रतिदिन कुएं में एक चुटकी हल्दी डालें।
मीन राशि
शुक्र आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का सम्बन्ध हमारे पराक्रम, भाई-बहन तथा यश से होता है। शुक्र के इस गोचर से कार्यों आपको भाई-बहनों का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा। यहां एक बात पर गौर करना चाहिए कि मेहनत जारी रखने से ही काम पूर्ण रूप से बनेंगे। इस दौरान आपका मन प्रसन्न रहेगा और आप कुछ नया सोच पायेंगे। शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक स्त्री का सम्मान करें और देर रात तक जागने से बचें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)
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