Rang Panchami 2024: 30 मार्च को रंग पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन बहुत से जगहों पर होली समेत पांच दिनों तक रंग खेलने की परंपरा है। रंग पंचमी के दिन ही होली का त्यौहार संपूर्ण होता है। बता दें कि चैत्र कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को रंग पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, यूपी और राजस्थान आदि जगहों पर विशेष रूप से रंग पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है। तो आइए जानते हैं रंग पंचमी का पर्व कैसे मनाया जाता है और इसका धार्मिक महत्व क्या है।
रंग पंचमी का महत्व
होली की तरह ही इस दिन भी खूब अबीर-गुलाल उड़ाया जाता है और एक-दूसरे के रंग लगाया जाता है। कहते हैं कि इस दिन वायुमंडल में रंग उड़ाने से या शरीर पर रंग लगाने से व्यक्ति के अंदर सकारात्मक शक्तियों का संचार होता है और आस-पास मौजूद नकारात्मक शक्तियां क्षीण हो जाती हैं।
रंग पंचमी क्यों मनाया जाता है?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रंग पंचमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण राधा रानी के साथ होली खेला करते थे। इस दिन राधा-कृष्ण के साथ सभी देवी-देवताओं को अबीर गुलाल लगाना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और सुख-समृद्धि बनी रहती है। कहते हैं कि इस दिन देवी-देवता आशीर्वाद देने के लिए धरती पर आते हैं। माना जाता है कि रंग पंचमी के दिन लोगों देवताओं के स्पर्श की अनुभूति होती है।
रंग पंचमी 2024 तिथि और शुभ मुहूर्त
- चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि प्रांरभ- 29 मार्च को रात 8 बजकर 20 मिनट से
- चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि समापन- 30 मार्च को रात 9 बजकर 13 मिनट पर
- रंग पंचमी 2024 तिथि- 30 मार्च 2024
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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