Bhaum Pradosh Vrat 2023: हर महीने में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत करने का विधान है। इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है। प्रदोष व्रत करने से जीवन के सभी संकट दूर हो जाते हैं। बता दें कि प्रदोष व्रत सप्ताह के जिस दिन पड़ता है उसे उसी नाम से जाना जाता है। जैसे अगर प्रदोष व्रत सोमवार के दिन पड़ रहा तो उसे सोम प्रदोष व्रत कहा जाएगा। इसी तरह मंगलवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष को भौम प्रदोष के नाम से जाना जाता है। साल 2024 का पहला प्रदोष व्रत मंगवार के दिन ही पड़ रहा है। तो आइए जानते हैं नए साल के पहले प्रदोष व्रत की तिथि, महत्व और शुभ मुहूर्त के बारे में।
भौम प्रदोष व्रत 2024 तिथि और पूजा शुभ मुहूर्त
- त्रयोदशी तिथि आरंभ- 8 जनवरी 2024 को रात 11 बजकर 58 मिनट से
- त्रयोदशी तिथि प्रारंभ- 9 जनवरी 2024 को रात 10 बजकर 24 मिनट पर
- प्रदोष व्रत 2024 तिथि- 9 जनवरी 2024
- शिवजी की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त- 9 जनवरी 2024 को शाम 05 बजकर 41 मिनट से रात 08 बजकर 24 मिनट तक
भौम प्रदोष व्रत का महत्व
भौम प्रदोष के दिन उपवास रखने और पूजा करने से व्यक्ति को कर्ज से जल्दी छुटकारा मिलता है। इस दिन मंगल से संबंधित चीज़ें गुड़, मसूर की दाल, लाल वस्त्र, तांबा आदि का दान करने से सौ गौ दान के समान फल मिलता है। पुराणों में बताया गया है कि त्रयोदशी की रात के पहले प्रहर में जो व्यक्ति किसी भेंट के साथ शिव प्रतिमा के दर्शन करता है- उसके समस्त समस्याओं का हल निकलता है। भौम प्रदोष व्रत के दिन शिवजी की पूजा के बाद हनुमान जी की पूजा भी करनी चाहिए और उन्हें सिंदूर जरूर अर्पित करें। भौम प्रदोष में भोलेनाथ के साथ हनुमान जी की भी पूजा की जाती है।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
ये भी पढ़ें-
Pradosh Vrat 2024: साल 2024 में कब-कब रखा जाएगा प्रदोष व्रत, यहां जानें तिथि और महत्व
आज ही कर लीजिए नमक और लौंग का ये उपाय, तेजी से होगी बरकत, घर में अचानक से धन आना हो जाएगा शुरू