Pausha Putrada Ekadashi 2025: पौष पुत्रदा एकदाशी का व्रत 10 जनवरी शुक्रवार के दिन रखा जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से आपको कई लाभ प्राप्त होते हैं। इसके साथ ही पुत्रदा एकादशी का व्रत रखने से योग्य संतान की भी आपको प्राप्ति होती है। इस दिन सुख-समृद्धि की कामना के साथ लोग कई तरह के उपाय भी करते हैं। इन्हीं उपायों में से एक है पुत्रदा एकादशी के दिन पंचमुखी दीपक जलाना। पंचमुखी दीपक जलाने से कई तरह के लाभ आपको जीवन में प्राप्त हो सकते हैं। हालांकि सही दिशा और सही समय पर इसे जलाने पर ही आपको लाभ प्राप्त होता है। आइए ऐसे में जान लेते हैं कि, पुत्रदा एकादशी के दिन आपको किस दिशा में पंचमुखी दीपक जलाना चाहिए और इससे आपको क्या लाभ प्राप्त हो सकता है।
पौष पुत्रदा एकादशी के दिन कहां जलाएं पंचमुखी दीपक
पंचांग के अनुसार, पौष माह की एकादशी तिथि 9 जनवरी दिन में 12 बजकर 26 मिनट पर शुरू हो जाएगी। इसका समापन 10 जनवरी की सुबह 10 बजकर 22 मिनट पर होगा। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत 10 जनवरी को ही रखा जाएगा। इस दिन सुबह के समय आपको विष्णु-लक्ष्मी के पूजन के साथ ही पंचमुखी दीपक जलाना चाहिए। पंचमुखी दीपक आप सुबह 10 बजे से पहले जला सकते हैं। दीपक को रखने के लिए सबसे शुभ दिशा उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) रहेगी।
पंचमुखी दीपक का महत्व
पंचमुखी दीपक पांच तत्वों जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी और आकाश का प्रतीक होता है। साथ ही ये दिशाओं का भी प्रतीक माना जाता है। इसलिए पंचमुखी दीपक जलाने से सभी तत्व और सभी दिशाओं से जुड़े शुभ परिणाम आपको प्राप्त होते हैं। इसलिए विशेष मौकों पर आपको पंचमुखी दीपक जलाने से बेहद लाभ होता है।
पंचमुखी दीपक जलाने के लाभ
अगर आप पौष पुत्रदा एकादशी के दिन पंचमुखी दीपक जलाते हैं तो कई तरह के लाभ आपको मिल सकते हैं। इस दिन पंचमुखी दीपक जलाने से घर का वास्तु दोष दूर होता है। साथ ही घर में मौजूद नकारात्मकता से भी आपको छुटकारा मिलता है। पंचमुखी दीपक जलाने से घर के लोगों के स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक असर पड़ता है। साथ ही मानसिक रूप से भी घर के लोग सशक्त होते हैं। अगर आप आर्थिक या करियर से जुड़ी परेशानियों से जूझ रहे हैं तो आपको पंचमुखी दीपक पुत्रदा एकादशी के दिन जलाना चाहिए, लाभ मिलेगा। इसके साथ ही संतान प्राप्ति के लिए भी यह उपाय कारगर माना जाता है।पंचमुखी दीपक की पांच लौ आपके सर्वांगीण विकास के लिए शुभ मानी जाती हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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