Paush Purnima 2025: 13 जनवरी, सोमवार को पौष पूर्णिमा मनाई जाएगी। इसे पौष पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। पूर्णिमा के दिन गंगा-यमुना जैसी पवित्र नदियों में स्नान, दान और सूर्य देव को अर्घ्य देने का विशेष महत्व है। माना जाता है कि पौष पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों या तीर्थस्थलों पर स्नान करने से व्यक्ति का तन और मन, दोनों पवित्र हो जाते हैं और व्यक्ति के अंदर एक नई ऊर्जा का समावेश होता है। पौष पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा की जाती है। जिनकी कुंडली में चंद्र कमजोर है वे पूर्णिमा के दिन सफेद चीजों का दान करें और चंद्र देव के मंत्रों का उच्चारण करें। वहीं पौष पूर्णिमा के दिन घर में इन जगहों पर दीया जरूर जलाएं। कहते हैं कि ऐसा करने से घर में मां लक्ष्मी की अपार कृपा बनी रहती है।
पौष पूर्णिमा के दिन घर के इन जगहों पर जलाएं दीया
घर के मुख्य द्वार पर
पौष पूर्णिमा के दिन घर के मुख्य द्वार पर एक तेल या घी का दीया जलाएं। कहते हैं कि ऐसा करने से घर से सारी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं और माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। पूर्णिमा के दिन घर का मुख्य दरवाजा साफ-सुथरा और रौशन रखें।
तुलसी के पास
पौष पूर्णिमा के दिन तुलसी के पास दीया जलाना बिल्कुल भी न भूलें। तुलसी के पास दीया जलाने से घर में धन-धान्य की कभी नहीं होती है। माता लक्ष्मी की कृपा से घर में सदैव सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।
दीपदान करें
अगर संभव है तो पौष पूर्णिमा के दिन गंगा नदी या अन्य पवित्र नदियों में दीपदान करें। पूर्णिमा के दिन दीपदान करना अत्यंत फलदायी और शुभ माना गया है। दीपदान करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
मंदिर में जलाएं दीया
पौष पूर्णिमा के दिन घर के मंदिर में घी का दीया अवश्य जलाएं। ऐसा करने से घर-परिवार पर माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी। इसके साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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