Saturday, December 21, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. धर्म
  3. त्योहार
  4. शनि प्रदोष व्रत रखने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मिलेगी मुक्ति, आज के दिन इन सरल उपायों को करने से मिलेगा लाभ

शनि प्रदोष व्रत रखने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मिलेगी मुक्ति, आज के दिन इन सरल उपायों को करने से मिलेगा लाभ

आज कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि और शनि प्रदोष का दिन है। यदि आप शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से परेशान चल रहे हैं। तो आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए आज के दिन किए जाने वाले कुछ सरल उपायों के बारे में जिनसे शनि दोष लगने पर छुटकारा मिलता है।

Written By : Acharya Indu Prakash Edited By : Aditya Mehrotra Published : Nov 25, 2023 6:00 IST, Updated : Nov 25, 2023 6:00 IST
Shani Pradosh Vrat Upay
Image Source : FILE IMAGE Shani Pradosh Vrat Upay

Shani Pradosh Vrat 2023: आज शनिवार के दिन 25 नवंबर 2023 को कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है और जब शनिवार के दिन त्रयोदशी तिथि पड़ती है, तो वह प्रदोष, शनि प्रदोष कहलाता है। लिहाजा आज शनि प्रदोष व्रत है और शनि प्रदोष के दिन भगवान शंकर के साथ ही शनिदेव की पूजा का बड़ा ही महत्व है।

अगर आप शनि की साढ़ेसाती से परेशान चल रहे हैं या आप पर शनि दोष लगा हुआ है। आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं शनि प्रदोष के दिन किए जाने वाले कुछ सरल उपायों के बारे में। जिसका पालन करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति पाई जा सकती है। 

शनि प्रदोष के दिन करें ये खास उपाय

  • जब भी शनि देव का नाम आता है तो थोड़ा सा सोचने पर सभी मजबूर हो जाते हैं क्योंकि ग्रहों में इन्हें नयायधीश और कठोर होने की उपाधि दी गई है। ज्योतिष के अनुसार यदि शनि ग्रह ठीक स्थिति में न हों तो जीवन में संकटों का पहाड़ टूट पड़ता है। ऐसे में शनि प्रदोष के दिन यानी आज इनकी पसंद की सामग्रियां जैसे काला तिल, नीला वस्त्र, और सरसों के तेल से इनका अभिषेक करना चाहिए। इस तरह शनि देव प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं।
  • माना जाता है कि शनि की साढ़ेसाती बहुत पीड़ा देती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब शनि कुंडली में चंद्रमा के स्थान से एक घर आगे, पीछे या चंद्रमा के साथ बैठें हों तो साढ़ेसाती लगती है। शनि की यह साढ़ेसाती कष्टदायक और कुल 7 वर्षों की अवधी के लिए जातक के जीवन में चलती है और यह ढाई-ढाई वर्षों के तीन चरणों में विभाजित होती है। अब ऐसे में आपके लिए सबसे विशेष दिन शनि महाराज को प्रसन्न करने के लिए आज का है। आप आज साढ़ेसाती और ढैय्या के  प्रभाव से बचने के लिए शनि प्रदोष का व्रत रखें। ऐसा करने से शनि देव की चल रही साढ़ेसाती और  ढैय्या का प्रभाव धीरे-धीरे कम हो जाता है।
  • आप चाहें तो शनि प्रदोष का व्रत रखने के साथ ही साथ आज शनि महाराज की साढ़ेसाती और ढैय्या से छुटकारा पाने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें और बजरंगबली की शरण में आ जाएं। ऐसा करने से आपके ऊपर चल रही साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं पड़ेगा। शनि देव ने स्वयं हुनामान जी को वचन दिया था कि आपके भक्तों को में कभी भी पीड़ा नहीं दूंगा।
  • आज शनि प्रदोष के दिन व्रत रखने के साथ ही साथ आप शनि महाराज के मंदिर जा कर उनके निमित्त सरसों के तेल का दीपदान सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ के नीचे करें। ऐसा करने से आपको शीघ्र लाभ प्राप्त होगा, क्योंकि शनि देव को जो लोग शनिवार के दिन या शनि प्रदोष के दिन सरसों के तेल का दीपदान करते हैं उनसे शनि देव सदैव प्रसन्न रहते हैं।
  • आज आप गरीबों को भोजन खिलाएं, असहाय लोगों की मदद करें और सभी के साथ उचित व्यावहार करें तो शनि देव आपसे खुश रहेंगे।
  • शनि देव की साढ़ेसाती और ढैय्या से बचने के लिए आज एक बुहत फायदेमंद उपाय आप कर सकते हैं। आज आप घोड़े की नाल से बना हुआ लोहे का छल्ला मध्यमा ऊंगली में पहन सकते हैं।
  • इसी के साथ आज आप शनि प्रदोष के दिन शनि चालीसा का पाठ संध्या काल में सूर्यास्त के बाद करें और उनके मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र इस प्रकार से ॐ शं शनैश्चराय नमः। ऐसा करने से आप के उपर शनि की साढ़ेसाती या अन्य लगे दोष शीघ्र दूर हो जाएंगे।

(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)

ये भी पढ़ें-

25 November 2023 Ka Panchang: जानिए शनिवार का पंचांग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय

Vaikuntha Chaturdashi 2023: 25 नवंबर को मनाई जाएगी बैकुंठ चतुर्दशी, खुल जाते हैं इस दिन स्वर्ग के रास्ते, नोट करें पूजा मुहूर्त

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Festivals News in Hindi के लिए क्लिक करें धर्म सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement
detail