New Year 2025: नया साल आने में अब बस कुछ ही दिन बाकी है। नए साल के स्वागत के लिए हर कोई अपनी खास तैयारी करता है। बाजार से लेकर घरों तक में न्यू ईयर की रौनक देखने को मिलती है। जहां होटल, दुकानें और मॉल रंग-बिरंग झालर और लाइटों से सजी रहती है। वहीं नए साल पर घरों में भी तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं। हर कोई चाहता है कि नया साल उसके लिए बहुत सारी खुशियां और समृद्धि लेकर आए। तो अगर आप भी चाहते हैं कि साल 2025 में आपको किसी भी तरह की परेशानी नहीं झेलनी पड़े तो आज ही अपने घर से इन चीजों को बाहर निकाल दें। वास्तु शास्त्र के अनुसार, ये चीजें घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलाती हैं, जिस वजह से परिवार के लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
1. टूटी मूर्तियां
अगर घर में देवी-देवता की खंडित या टूटी हुई मूर्तियां हैं तो उन्हें नया साल आने से पहले किसी साफ जल में प्रवाहित कर दें। इसके साथ ही फटी हुई धार्मिक किताबें भी घर में न रखें।
2. सूखे पौधे
घर में अगर सूखे और मुरझाए हुए पौधे हैं तो उन्हें भी घर से हटा दें। ये पौधे घर में नकारात्मकता फैलाते हैं। इन पौधों को हटाकर नए हरे-भरे पौधे लगाएं। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
3. टूट-फूटे बर्तन
अगर घर में टूटे-फूटे बर्तन है तो उसे नया साल से पहले घर से बाहर निकाल फेंके। ऐसे बर्तन रखने से घर में वास्तु दोष उत्पन्न होता है और इस वजह से धन की हानि होती है।
4. घर की सफाई
साल 2025 का स्वागत साफ-सुथरे घर के साथ करें। नया साल आने से पहले घर की अच्छे से साफ-सफाई कर लें। धूल और गंदगी कहीं भी जमा न रहने दें। साफ घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है।
5. टूटे हुए कांच के सामान
अगर घर में टूटे हुए कांच का सामान रखा हुआ है तो उसे तुरंत बाहर निकाल दें। टूटा कांच अशुभ माना जाता है। ऐसे में टूटे कांच की चीजें घर में रखने से परिवार में लड़ाई-झगड़े होते हैं। साथ ही पैसों का नुकसान भी होता है।
6. पुरानी खराब चीजें
नया साल आने से पहले घर से खराब इलेक्ट्रॉनिक्स, टूटे या फटे हुए जूते-चप्पल, पुराने कपड़े, बंद और खराब घड़ियां, निगेटिव पेंटिंग्स और टूटे फर्नीचर आदि चीजें घर से हटा दें। ये सब चीजें निगेटिविटी लाती है। इसके साथ ही आर्थिक दिक्कतें भी बढ़ती हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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