Neelkanth Pakshi Darshan on Vijyadashami: नौ दिन के व्रत और दुर्गा पूजन के बाद बुधवार को दशहरा (Dussehra 2022) यानी विजयदशमी है। इस दिन रावण दहन करके जहां लोग असत्य पर सत्य की जीत का पर्व मनाते हैं। लेकिन इसके अलावा दशहरे के दिन हर किसी की आंखें आसमान में कुछ खोजती नजर आती हैं। लोग सुबह से लेकर शाम तक आसमान में एक पक्षी को खोजते हैं। लोगों को जिसकी तलाश होती है, वह पक्षी कोई सामान्य नहीं पक्षी नहीं बल्कि नीलकंठ है। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार दशहरे के दिन खंजन, यानी नीलकंठ पक्षी के दर्शन करना बड़ा ही शुभ माना जाता है। कहते हैं नीलकंठ पक्षी के दर्शन से आपके सभी बिगड़े काम सही हो जाते हैं और आपके जीवन में सुख समृद्धि भी आती है।
दर्शन होने पर करें इस मंत्र का जाप
दशहरे के दिन अगर आपको भी नीलकंठ पक्षी के दर्शन हों तो इस मौके पर एक खास मंत्र का जाप करना चाहिए। आप इस मंत्र से नीलकंठ को संबोधित करें-
''कृत्वा नीराजनं राजा बालवृद्धयं यता बलम्। शोभनम खंजनं पश्येज्जलगोगोष्ठसंनिघौ।।नीलग्रीव शुभग्रीव सर्वकामफलप्रद। पृथ्वियामवतीर्णोसि खञ्जरीट नमोस्तु तो।।''
इसका हिंदी में अर्थ है- हे खंजन पक्षी, तुम इस पृथ्वी पर आये हो, तुम्हारा गला काला एवं शुभ है, तुम सभी इच्छाओं को देने वाले हो, तुम्हें नमस्कार है।
इस धार्मिक ग्रंथ में है नीलकंठ के दर्शन का उल्लेख
तिथितत्व के पृष्ठ 103 में खंजन पक्षी के देखे जाने के बारे में विस्तार से जानकारी मिलती है। जबकि वृहत्संहिता के अध्याय 45 में खंजन के कब किस दिशा में दिखने से मिलने वाले फल के बारे में विस्तार से बताया गया है।
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अगर ना दिखे नीलकंठ तो करें ये काम
आजकल आसमान में पक्षी कम ही दिखने को मिलते हैं। ऐसे में दशहरे के दिन खंजन पक्षी का दिखना थोड़ा कठिन है तो आप ऐसा कर सकते हैं कि उसका चित्र इंटरनेट से डाउनलोड करके उसका दर्शन कर लें।
क्या मिलता है फल
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि दशहरा के दिन अगर आपको नीलकंठ पक्षी (Neelkanth Pakshi) के दर्शन हो जायें तो वह अत्यंत ही शुभ है। कहते हैं नीलकंठ पक्षी के दर्शन से आपके सभी बिगड़े काम सही हो जाते हैं और आपके जीवन में सुख समृद्धि भी आती है। इस दिन नीलकंठ के दर्शन करने पर मां लक्ष्मी की कृपा से सारे आर्थिक संकट भी दूर हो जाते हैं।
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