Nag Panchami 2024: हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का नाग पंचमी मनाई जाती है। इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है। नाग पंचमी के दिन लोग सांपों की पूजा करते हैं और उन्हें दूध-फूल चढ़ाते हैं। कहते हैं कि नाग पंचमी के दिन नाग देवताओं की आराधना करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि की वर्षा होती है। इसके साथ ही अगर किसी कि कुंडली में कालसर्प जैसे दोष हैं तो इससे भी मुक्ति मिलती है। बता दें कि काल सर्प दोष की वजह से व्यक्ति को कई तरह की गंभीर समस्याएं झेलनी पड़ती हैं। तो आइए आज यहां जानते हैं कालसर्प दोष के लक्षण और उपाय के बारे में।
काल सर्प दोष के लक्षण
- आय की कमी, कर्ज, और वित्तीय अस्थिरता आना
- व्यक्ति को संतान संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है
- चिंता, डिप्रेशन और मानसिक तनाव का होना
- हर काम में रुकावट आना
- नींद में काला नाग या सांप का दिखना
- मेहनत के बाद भी मन मुताबिक फल न मिलना
- कार्यक्षेत्र में विरोधी का प्रबल होना
- घर-परिवार में लड़ाई झगड़ा होना
- प्रेम संबंधों में परेशानी आना
- मन में नकारात्मक विचार आना
- दांपत्य जीवन में तनाव रहना
- संतान उत्पत्ति में बाधा आना
काल सर्प दोष निवारण और उपाय
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नाग पंचमी के दिन के व्रत रखें और नाग देवता की विधिपूर्वक पूजा करें।
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नाग पंचमी के दिन नाग देवताओं के मंत्रा का जप करें।
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भगवान शिव जी की पूजा करने से काल सर्प दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
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काल सर्प दोष से छुटकारा पाने के लिए राहु और केतु की पूजा करें।
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राहु और केतु के बीज मंत्रों का सवा-सवा लाख बार जाप करें। राहु का बीज मंत्र है- ' ॐ रां राहवे नमः', केतु का बीज मंत्र है- 'ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः'।
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कुंडली का सर्प दोष को दूर करने के लिए सावन सोमवार के दिन शिवजी को नाग-नागिन का जोड़ा अर्पित करें।
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संभव हो तो सवा लाख शिवलिंग बनाएं और फिर प्रतिदिन उसकी पूजा-अर्चना करें।
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अगर शिवलिंग नहीं बना सकते हैं तो 1100 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। इस उपाय से भी कुंडली से काल सर्प दोष दूर हो जाता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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