Amavasya Upay: 1 दिसंबर 2024, रविवार को स्नान-दान की अमावस्या है। मार्गशीर्ष की इस अमावस्या को अगहन या दर्श अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक रूप से इस अमावस्या का बड़ा ही महत्व है। इसके अलावा मार्गशीर्ष अमावस्या को दस महाविद्याओं में से एक देवी कमला की जयंती है। लिहाजा इस दिन देवी कमला के लक्ष्मी स्वरूप के पूजन का भी विधान है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति को कभी भी पैसों की कमी नहीं आती, उसे अथाह धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में खुशहाली आती है और बिजनेस को गति मिलती है। कमला जयंती और अमावस्या के इस संयोग में इन विशेष उपायों को जरूर करें। इन उपाय को करने से आपके सभी समस्याओं का समाधान जल्द निकल जाएगा।
- अगर आप अपने पितरों की आत्मा को संतुष्टि दिलाना चाहते हैं और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन में खुशहाली भरना चाहते हैं तो अमावस्या के दिन आपको सुबह स्नान आदि के बाद दूध-चावल की खीर बनानी चाहिए और एक गोबर के उपले की कोर बनाकर उस पर पितरों के निमित्त दूध-चावल की खीर से आहुति देनी चाहिए और उसके बायीं तरफ पानी छोड़ना चाहिए। अमावस्या के दिन ऐसा करने से आपके पितरों की आत्मा को संतुष्टि मिलेगी और उनके आशीर्वाद से आपके जीवन में खुशहाली आयेगी।
- अगर आप अपने घर में धन का अंबार लगाना चाहते हैं तो अमावस्या कमला जयंती के दिन आपको अपने घर में लक्ष्मी यंत्र की स्थापना करनी चाहिए। अमावस्या का दिन लक्ष्मी यंत्र की स्थापना के लिये बहुत ही श्रेष्ठ है। अमावस्या के दिन घर में लक्ष्मी यंत्र लाकर उसकी विधि-पूर्वक धूप-दीप, पुष्प आदि से पूजा करनी चाहिए और उस पर देवी लक्ष्मी के मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए। देवी लक्ष्मी का मंत्र इस प्रकार है-ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः। इस प्रकार मंत्र जप से सिद्ध किये हुए यंत्र को घर में स्थापित करने से आपके घर में धन का अंबार लगा रहेगा।
- अगर आप अपने बच्चों के जीवन को समृद्ध बनाना चाहते हैं तो अमावस्या के दिन आपको एक पान का पत्ता लेकर उस पर हल्दी से देवी मां का एकाक्षरी मंत्र 'श्रीं' लिखकर देवी मां को अर्पित करना चाहिए । साथ ही संभव हो तो उन्हें कमल का फूल भी अर्पित करना चाहिए।
- अगर आप अपने घर और कारोबार की लक्ष्मी को हमेशा बनाये रखना चाहते हैं या कहें उसे सिद्ध करना चाहते हैं, तो अमावस्या के दिन आपको देवी लक्ष्मी के आगे घी का दीपक जलाकर, उन्हें शक्कर का भोग लगाएं। साथ ही देवी मां के चरणों में 5 कौड़ियां रखें। अब पूर्व दिशा के ओर मुख करके देवी मां का ध्यान करते हुए स्फटिक की माला पर 108 बार देवी मां के इस विशेष मंत्र का जप करें। मंत्र है- ऊँ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं सिद्धलक्ष्म्यै नमः। इस प्रकार मंत्र का जप करने के बाद देवी मां के चरणों में रखी कौड़ियों को एक लाल कपड़े में बांधकर अपने पास रख लें।
- अगर आप अपनी कला को निखारना चाहते हैं तो अमावस्या के दिन आपको उचित स्थान पर देवी लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करनी चाहिए और वहीं पास में ही एक छोटी-सी रंगोली बनानी चाहिए । अब देवी मां के सामने और उस रंगोली के बीचो बीच एक घी का दीपक जलाना चाहिए और देवी मां की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। साथ ही अपने हाथों से ताजे फूलों की माला बनाकर देवी मां
को चढ़ानी चाहिए।
- अगर आप मान-सम्मान पूर्वक अपनी लक्ष्मी में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो अमावस्या के दिन आपको मधु, घी और शक्कर से युक्त तिल से 108 आहुतियां देनी चाहिए और हर बार आहुतियों के साथ इस मंत्र का जप करना चाहिए। मंत्र है- 'श्रीं ह्रीं श्रीं'।
- अगर आप अपने कार्यों को आनंदपूर्वक पूरा करना चाहते हैं, तो अमावस्या के दिन आपको दस वर्ष से कम उम्र की कन्याओं को आदरपूर्वक भोजन कराना चाहिए और उन्हें दक्षिणा स्वरूप कुछ देकर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए। अमावस्या के दिन ऐसा करने से आप अपने कार्यों को आनंदपूर्वक पूरा कर पाएंगे।
- अगर खूब मेहनत के बावजूद भी आपको पैसों के मामले में सफलता प्राप्त नहीं हो रही है, तो अमावस्या के दिन आपको सुबह स्नान आदि के बाद विधि-पूर्वक धूप-दीप आदि से देवी मां की पूजा करनी चाहिए और उसके बाद देवी मां का ध्यान करते हुए चावल से हवन करना चाहिए।
- अगर आप अपने परिवार को हर तरह के सुख-साधनों से भरा हुआ देखना चाहते हैं, तो अमावस्या के दिन आपको दक्षिणावर्त्ती शंख में थोड़ा-सा गंगाजल लेकर देवी लक्ष्मी को अर्पित करना चाहिए। दरअसल दक्षिणावर्ती शंख मां लक्ष्मी का ही स्वरुप है। अतः अमावस्या के दिन देवी मां के सामने दक्षिणावर्त्ती शंख रखने से शुभ फल प्राप्त होंगे।
- अगर आप अपने काम को व्यवस्थित रूप देना चाहते हैं तो अमावस्या के दिन आपको देवी लक्ष्मी की पूजा के बाद हाथी को हरा चारा खिलाना चाहिए। साथ ही उसके महावत को मिट्टी से बनी कोई चीज़ गिफ्ट करनी चाहिए। अमावस्या के दिन ऐसा करने से आपका काम व्यवस्थित रहेगा।
- अगर आप अच्छी सेहत की कामना रखते हैं या अपनी लंबी उम्र सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो अमावस्या के दिन आपको देवी लक्ष्मी की मूर्ति सामने रखकर घी युक्त गिलोय से 1008 बार हवन करना चाहिए, लेकिन अगर आप इतनी बार न कर पायें, तो आप केवल 108 बार ही कीजिये।
- अगर आप अपने सौभाग्य में बढ़ोतरी करना चाहते हैं और अपने चेहरे पर प्रसन्नता बनाये रखना चाहते हैं, तो अमावस्या के दिन मां लक्ष्मी को हल्दी कुमकुम अर्पित करें और घी का दीपक जलाकर उनकी आरती करें। इसके बाद गऊ माता की भी हल्दी कुमकुम से पूजा करें और उनके माथे को स्पर्श करके उनका आशीर्वाद लें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7:30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
ये भी पढ़ें-