Mangalwar ke Upay: आज भाद्रपदकृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि और मंगलवार का दिन है। पंचमी तिथि आज रात 8 बजकर 17 मिनट तक रहेगी। आज रात 9 बजकर 50 मिनट तक शूल योग रहेगा। शूल योग में किए गए कार्य से हर जगह दुख ही दुख मिलते हैं। वैसे तो इस योग में कोई काम कभी पूरा होता ही नहीं परंतु यदि अनेक कष्ट सहने पर पूरा हो भी जाए तो शूल की तरह हृदय में एक चुभन सी पैदा करता रहता है। इस योग में कोई भी कार्य न करें अन्यथा आप जिंदगी भर पछताते रहेंगे।
आज रात 9 बजकर 7 मिनट तक रेवती नक्षत्र रहेगा। आकाशमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों में से रेवती नक्षत्र को अंतिम नक्षत्र माना जाता है। नक्षत्र का अर्थ है- कुछ तारों को मिलाकर बनी एक आकृति। कहते हैं रेवती नक्षत्र 32 तारों का समूह है, जिसका अर्थ है- धनवान या धनी। इस नक्षत्र को धन सम्पदा की प्राप्ति तथा एक अच्छे सुखी जीवन के साथ जोड़ कर देखा जाता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार पानी में तैरती हुई मछली को रेवती नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह माना जाता है, रेवती नक्षत्र की राशि मीन है और मीन राशि के स्वामी गुरु हैं जबकि रेवती नक्षत्र के स्वामी बुध हैं। अतः रेवती नक्षत्र में बुध की उपासना करनी चाहिए। बुध बुद्धि का कारक होने के साथ ही वाणी से भी संबंध रखते हैं।
रेवती नक्षत्र का संबंध महुआ से है। अत: जिन लोगों का जन्म रेवती नक्षत्र में हुआ हो, उन लोगों को आज के दिन महुआ के पेड़ को नमस्कार करना चाहिए। रेवती नक्षत्र के दौरान विद्या का आरंभ, गृह प्रवेश, विवाह, किसी सम्मान समारोह में जाना, देव प्रतिष्ठा इत्यादि कार्य करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। रेवती नक्षत्र व्यक्ति को सुंदर, तेजवान, चतुर, बुद्धिमान और धन - धान्य से युक्त बनाता है। रेवती एक पंचक नक्षत्र है। धनिष्ठा से लेकर रेवती तक के पांच नक्षत्रों को पंचक नक्षत्र कहा जाता है। पंचक की क्षेणी में रेवती नक्षत्र पचवा पंचक है। इसलिए आज पंचक है। इस दौरान लेन-देन ,व्यापारिक सौदे, घर में लकड़ी आदि का कार्य या घर बनाने के लिये लकड़ी इकट्ठी करना जैसे कामों से बचना चाहिए। यदी आप यह कार्य इस दौरान करेंगे तो आपको धन की हानि हो सकती है। आज रात 9 बजकर 7 मिनट तक आपको तब तक आपको इन सब बातों का खास ध्यान रखना होगा।
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राशियों के अनुसार उपहार
- मेष राशि वालों को कल के दिन अपने गुरु को अचला, यानी गले में डालने वाला कपड़ा भेंट करना चाहिए।
- वृष राशि वालों को कल के दिन अपने गुरु को पैरों में पहनने के लिये चप्पल या जूते भेंट करने चाहिए।
- मिथुन राशि वालों को कल के दिन अपने गुरु को अपने वजन के बराबर संख्या में कोई फल भेंट करना चाहिए। मान लीजिये अगर आपका वजन 50 किलो है, तो आपको 50 की संख्या में फल भेंट करने चाहिए। देखिये फिर से समझ लीजिये आपको 50 किलो फल नहीं देने है, केवल 50 फल देने है। अगर आपका वजन 60 किलो है, तो 60 फल..., 70 किलो है, तो 70 फल।
- कर्क राशि वालों को कल के दिन अपने गुरु को दक्षिणा स्वरूप भरपेट भोजन कराना चाहिए।
- सिंह राशि वालों को कल के दिन अपने गुरु को पीले रंग का गुलदस्ता भेंट करना चाहिए।
- कन्या राशि वालों को कल के दिन अपने गुरु को वस्त्र भेंट करने चाहिए।
- तुला राशि वालों को कल के दिन अपने गुरु को कोई धार्मिक किताब भेंट करनी चाहिए।
- वृश्चिक राशि वालों को कल के दिन अपने गुरु को चन्दन की सुगंध भेंट करनी चाहिए।
- धनु राशि वालों को कल के दिन अपने गुरु को दक्षिणा स्वरूप चांदी का सिक्का भेंट करना चाहिए। अगर आप चांदी का सिक्का भेंट नहीं कर सकते तो साधारण एक रुपये के सिक्के पर रोली से तिलक करके भेंट करें।
- मकर राशि वालों आपको कल के दिन अपने गुरु को अपनी मनपंसद कोई भी एक मिठाई भेंट करनी चाहिए।
- कुंभ राशि वालों आपको कल के दिन अपने गुरु को मिट्टी से बनी किसी भगवान की मूर्ति भेंट करनी चाहिए।
- मीन राशि वालों आपको कल के दिन अपने गुरु को कलम भेंट करनी चाहिए।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता। )