Makar Sankranti 2023: 14 जनवरी को सूर्य की मकर संक्रांति है यानि सूर्यदेव धनु राशि से निकलकर आज रात 8 बजकर 44 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद सूर्य 13 फरवरी की सुबह 9 बजकर 40 मिनट तक मकर राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही खरमास या धनुर्मास भी समाप्त हो जाएगा। लिहाजा अब तक जो शादी-ब्याह आदि शुभ कार्यों पर रोक लगी थी, वो हट जायेगी और फिर से शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा।
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सूर्य के किसी भी संक्रांति के पुण्यकाल के दौरान दान और स्नान का विशेष महत्व होता है। इस संक्रांति का पुण्य काल कल यानि 15 जनवरी को सूर्य उदय से लेकर दोपहर 12 बजकर 44 मिनट तक संक्रांति काल रहेगा। इस दौरान विशेष रूप से काष्ठ, यानि लकड़ी और अन्न दान करने का महत्व है। वहीं स्नान की बात करें तो मकर संक्रांति के दिन विशेष रूप से गंगा नदी में स्नान का भी विशेष महत्व है । संक्रांति के दिन काशी में दशाश्वमेध घाट पर या प्रयाग में स्नान करके भी पुण्यफल की प्राप्ति की जा सकती है।
मकर संक्रांति के दिन करें ये उपाय
1. मकर संक्रांति के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर, सूर्य के उगने पर तांबे के लोटे या गिलास में शुद्ध जल लेकर, उसमें कुमकुम और लाल फूल डालकर भगवान को अर्घ्य दें। फिर कुश के आसन पर बैठकर सूर्य गायत्री मंत्र का इच्छानुसार जाप करें।
मंत्र है- 'ऊँ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्य: प्रचोदयात्।।'
2. अपने सुख-सौभाग्य में वृद्धि के लिए मकर संक्रांति के दिन चौदह की संख्या में किसी भी एक चीज का सुहागिन औरतों को दान करना चाहिए। सूर्यदेव के शुभ फल प्राप्त करने के लिए कल गुड़ और कच्चे चावल बहते हुए जल में प्रवाहित करें।
3. अपने मन की कोई इच्छा पूरी करना चाहते हैं, तो मकर संक्रांति को तांबे का सिक्का या तांबे का चौकोर टुकड़ा बहते पानी में प्रवाहित करें। साथ ही एक लाल कपड़े में गेहूं और गुड़ बांधकर किसी जरूरतमंद को दान करें।
4. आर्थिक रूप से लाभ पाने के लिये मकर संक्राति के दिन सुबह के समय स्नान के बाद पूर्व दिशा में एक पाटे पर सफेद कपड़ा बिछाकर, उस पर सूर्य देव की तस्वीर या मूर्ति रखें। अब पाटे के सामने आसन बिछाकर बैठें और पंचोपचार से भगवान की पूजा करें। पूजा के बाद भगवान को गुड़ का भोग लगाएं और अंजुलि में लाल फूल लेकर अर्पित करें। अब 108 बार सूर्य मंत्र का जाप करें। अगर संभव हो तो लाल चंदन की माला से मंत्र जाप करें। मंत्र है- 'ऊँ घृणि सूर्याय नमः'
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव हैइंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)