MahaShivratri 2023: शिवजी की पूजा के लिए यूं तो हर दिन और महीना खास होता है लेकिन शिवभक्तों के लिए सावन और महाशिवरात्रि का दिन विशेष महत्व रखता है। इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 18 फरवरी 2023 को मनाया जाएगा। इस पावन मौके पर हम आपको उस खास शिव मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां दर्शन मात्र से ही दांपत्य जीवन सुखमय हो जाता है। इतना ही नहीं जिन लोगों की शादी में दिक्कतें आ रही हैं उन्हें भी जल्द उनका हमसफर मिल जाता है। तो इस महाशिवरात्रि पर इस मंदिर के दर्शन जरूर करें।
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कचेश्वर मंदिर के बारे में
यह मंदिर महाराष्ट्र के कोपरगांव में स्थित है। इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि ऋषि भृगु के पुत्र और असुरों के गुरु शुक्राचार्य ने साधना की थी। इसी वजह से कोपरगांव को शुक्राचार्य की कर्मभूमि भी कहते हैं। शुक्राचार्य ने यहां भगवान शिव से मृतसंजीवनी मंत्र की विद्या प्राप्त की थी। यह स्थान कचेश्वर मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध है। यहां कच देव और देवयानी (शुक्राचार्य की पुत्री) की संयुक्त पिंडी है और यह शुक्राचार्य मंदिर के उत्तर पूर्व की ओर स्थित है।
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शुक्र और विवाह से जुड़ा दोष होता है दूर
अगर आपकी कुंडली में शुक्र दोष है तो आप कचेश्वर मंदिर में पूजा कर के इसे दूर कर सकते हैं। इसके अलावा विवाह संबंधी खराब योग, विवाह में हो रही देरी या किसी भी प्रकार की वित्तीय समस्या है तो इसका भी समाधान यहां मिल सकता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, भक्त यहां शिवलिंग पर जलाभिषेक कर के भोलेनाथ के साथ शुक्राचार्य की कृपा भी पा सकते हैं। मान्यताओं के मुताबिक, शुक्राचार्य ने मृतसंजीवनी की विद्या प्राप्त करने के लिए इस शिवलिंग की पूजा की थी।
कहते हैं कि यह मंदिर इतना शक्तिशाली है कि यहां विवाह के लिए किसी भी मुहूर्त की जरूरत नहीं होती है। इसके साथ ही अगर कोई शादीशुदा जोड़ा वैवाहिक परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो वे यहां दोबारा फेरे लेकर अपना दांपत्य जीवन सुखमय बना सकते हैं।
(डिस्क्लेमर - ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।)