Ganesh Jayanti 2024: हिंदू धर्म में गणपति बप्पा प्रथम पूज्यनीय देव हैं। आज माघ माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि और माघी गणेश जयंती है। आज के दिन लोग श्री गणेश के निमित्त व्रत रखते हैं। माघ माह की इस गणेश जयंती को माघी विनायक चतुर्थी नाम से भी जाना जाता है। इस दिन व्रत रखने से विघ्नहर्ता अपने भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं और उनके सभी मनोरथ पूर्ण करते हैं।
इस व्रत से जुड़ी एक बात विशेष है जिसका ध्यान देना बेहद जरूरी है। जिस प्रकार किसी व्रत को शुभ मुहूर्त के अनुसार पूर्ण विधि विधान से रखा जाता है ठीक उसी प्रकार इसके व्रत का पारण भी पूजा पद्धति के नियमों को ध्यान में रख कर किया जाता है। आइए जानते हैं माघ माह की गणेश चतुर्थी या माघी गणेश जयंती के व्रत का पारण कब किया जाएगा और क्या रहेगा इसके व्रत को खोलने का मुहूर्त।
माघी गणेश जयंती व्रत पारण और चंद्रोदय का समय
पूजा पद्धति के अनुसार गणेश चतुर्थी के व्रत का पारण चंद्रोदय के समय चंद्रमा को देख कर किया जाता है। जो लोग आज माघी गणेश जयंती और विनायक चतुर्थी का व्रत हैं। उनके लिए आज व्रत का पारण 13 फरवरी 2024 को शाम चंद्रोदय के समय किया जाएगा। हिंदू पंचाग के अनुसार 13 फरवरी 2024 को आज चंद्रोदय का समय 9 बजकर 19 मिनट से शुरू होगा और ये रात्रि 10 बजकर 4 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। इस अवधि के दौरान आज माघ माह की विनायक गणेश जयंती के व्रत का पारण होगा।
व्रत पारण करते समय इन बातो का भी दें ध्यान
- माघ माह की विनायक गणेश जयंती के व्रत का पारण चंद्रोदय के समय मुहूर्त के अनुसार ही करें, अन्यथा व्रत का पारण पूजा पद्धति के अनुसार मान्य नहीं माना जाता है।
- व्रत का पारण करते समय चंद्रदेव के दर्शन अवश्य करें। यदि किसी कारण चंद्रदेव के दर्शन नहीं हो पा रहे हों, तो उनकी छवि का मन में ध्यान रखते हैं या फोन पर उनकी तस्वीर को देख कर व्रत खोल सकते हैं।
- मान्यता है कि माघ माह की विनायक गणेश चतुर्थी या माघी गणेश जयंती के व्रत का पारण श्री गणेश की पूजा में चढ़ाए हुए भोग के प्रसाद को खाकर करने से व्रत का फल दोगुना प्राप्त होती है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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