Magh Maah 2025 date: हिंदू धर्म में माघ महीने का विशेष महत्व है। इस माह में स्नान-दान और पूजा पाठ करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। माघ माह में हर साल उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम के किनारे रेत पर तंबू बनाकर भक्तगण कल्पवास करते हैं। माघ में कल्पवास का खास महत्व बताया गया। वहीं कई प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों पर माघ मेले का आयोजन किया जाता है, जहां दूर-दूर से श्रद्धालु पवित्र नदियों में डूबकी लगाने आते हैं। तो आइए जानते हैं कि माघ माह का आरंभ कब से हो रहा है और इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
माघ माह 2025 कब से शुरू हो रहा है?
हिंदू कैलेंडर में माघ माह 11वां महीना होता है। पौष पूर्णिमा के बाद माघ मास का आरंभ होता है। बता दें कि इस साल 14 जनवरी 2025 से माघ का महीना शुरू हो जाएगा और 12 फरवरी को समाप्त होगा। 14 जनवरी को ही मकर संक्रांति का पर्व भी मनाया जाएगा। इस माह में सूर्य देव और भगवान विष्णु नारायण की पूजा का विधान है। इसके साथ ही माघ में गंगा स्नान का भी काफी महत्व है। अगर गंगा स्नान करना संभव नहीं है तो घर पर ही नहाने वाले पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान कर लें। इस उपाय को करने से भी गंगा स्नान जितना फल मिलता है।
माघ माह में इन बातों का रखें ध्यान
- माघ माह में श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ करें।
- माघ में तुलसी पूजन करने से भी पुण्य फलों की प्राप्ति होती है।
- माघ माह में गरीब और जरूरतमंदों को कंबल और गर्म कपड़ों का दान करें
- इसके अलावा माघ में काला तिल, अन्न, वस्त्र और धन का दान भी फलदायी होता है।
- माघ महीने में किसी का अपमान न करें और न किसी को अपशब्द कहें
- माघ माह में तामसिक चीजों से दूरी बनाकर रखें।
- माघ में मांस-मदिरा का भूलकर भी सेवन न करें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
ये भी पढ़ें-
Mahakumbh: इस दिन से शुरू होने वाला है महाकुंभ? जान लीजिए मुख्य स्नान की प्रमुख तिथियां और महत्व