Magh Mela 2024: हिंदू धर्म का पावन त्योहार आज मकर संक्रांति है और आज ही के दिन से माघ का मेला उत्तर प्रदेश राज्य के प्रयागराज तीर्थ में प्रारंभ हो गया है। माघ मेले के दिन स्नान का बहुत विशेष महत्व है। आज मकर संक्रांति के दिन माघ मेले का पहला स्नान है। प्रयागराज में स्नान करने के लिए संगम के तट पर भक्तों की भीड़ भारी संख्या में उमड़ती है। आखिर क्यों है ये स्नान इतना खास, कितने दिनों तक चलता है माघ का मेला और इससे जुड़ी तमाम सारी खास जानकारियां आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
माघ मेला कब से कब तक
हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मेला मकर संक्रांति यानी आज 15 जनवरी 2024 से शुरू हो गया है। वहीं 25 जनवरी 2024 को पौष पूर्णिमा वाले दिन से प्रयागराज में कल्पवास शुरू हो जाएगा। इसी के साथ माघ मेले का समापन इस बार 8 मार्च 2024 को महाशिवरात्रि वाले दिन होगा। यह कल्पवास पूरे एक माह का होता है। साधु-संत और आस्थावान लोग कल्पवास के दौरान संगम के तट पर कुटिया बना कर तपस्वी की तरह महीने भर के लिए रहते हैं।
माघ मेले का स्नान कब-कब
पहला माघ मेला स्नान- 15 जनवरी 2024 दिन सोमवार, मकर संक्रांति
स्नान का समय- सुबह 5 बजकर 27 मिनट से प्रारंभ।
दूसरा माघ मेला स्नान- 25 जनवरी 2024 दिन गुरुवार, पौष पूर्णिमा
स्नान का समय- सुबह 5 बजकर 26 मिनट से प्रारंभ।
तीसरा माघ मेला स्नान- 9 फरवरी 2024 दिन शुक्रवार, मौनी अमावस्या
स्नान का समय- सुबह 5 बजकर 21 मिनट से प्रारंभ।
चौथा माघ मेला स्नान- 14 फरवरी 2024 दिन बुधवार,वसंत पंचमी
स्नान का समय- सुबह 5 बजकर 18 मिनट से प्रारंभ।
पांचवा माघ मेला स्नान- 24 फरवरी 2024 दिन शनिवार,माघ पूर्णिमा
स्नान का समय- सुबह 5 बजकर 18 मिनट से प्रारंभ।
आखरी और छठा माघ मेला स्नान- 8 मार्च 2024 दिन शुक्रवार, महाशिवरात्रि
स्नान का समय- सुबह 5 बजकर 1 मिनट से प्रारंभ।
क्या है माघ मेले का महत्व
हिंदू धर्म में माघ के मेले में स्नान करने का सबसे ज्यादा महत्व है। इन दिनों प्रयागराज में संगम के तट पर गंगा में स्नान करने के बहुत से धार्मिक लाभ हैं। वहीं माघ महीने में पवित्र नदियों में स्नान करने का भी विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है। धर्म शास्त्रों के अनुसार माघ मेले के दौरान संगम में जो लोग स्नान करते हैं। उनको सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है और उन्हें जीवन के अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है। स्नान के साथ ही साथ इन दिनों दिए हुए दान का भी कई गुना अधिक फल प्राप्त होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
ये भी पढ़ें-
Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति के दिन इन बातों का जरूर रखें ध्यान, मिलेगा सौ गुना अधिक फल