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Kojagar Puja 2022: कोजागर पूजा कब है? जानें इस दिन क्यों की जाती है मध्यरात्रि में मां लक्ष्मी की पूजा

Kojagar Puja 2022: कोजागर पूजा में मां लक्ष्मी की आराधना का विधान है। कोजागर पूजा का पर्व पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और उड़ीसा में ज्यादा मनाया जाता है।

Written By: Poonam Shukla
Published : Oct 06, 2022 12:45 IST, Updated : Oct 06, 2022 12:45 IST
Kojagar Puja 2022
Image Source : KOJAGAR PUJA 2022 Kojagar Puja 2022

Highlights

  • कोजागर पूजा में मां लक्ष्मी की आराधना का विधान है।
  • शरद पूर्णिमा तिथि 9 अक्टूबर 2022 को सुबह 03 बजकर 41 मिनट से शुरू होगी।

Kojagar Puja 2022: अक्टूबर आते ही सब त्यौहार आने लगते है। वहीं दीवाली भी जल्द ही आने वाली है। शरद पूर्णिमा का सभी पूर्णिमा में विशेष महत्व रहता है। इस दिन खासतौर पर कोजागर पूजा की जाती है। कोजागर पूजा में मां लक्ष्मी की आराधना का विधान है। कोजागर पूजा का पर्व पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और उड़ीसा में ज्यादा मनाया जाता है। बता दें इस पूजा मे इसमें मध्यरात्रि में मां लक्ष्मी की उपासना कर देवी को प्रसन्न किया जाता है। 

इस दिन है कोजागर पूजा

कोजागर पूजा इस साल 9 अक्टूबर 2022 को है। धार्मिक मान्यतों के अनुसार शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी भ्रमण के लिए निकलती हैं। इस दिन व्रत रखकर देवी की रात्रि में आराधना करने से वह खुश होकर जातक पर कृपा बरसाती है। जिससे कभी धन की कमी नहीं होती।

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कोजागर पूजा मुहूर्त

शरद पूर्णिमा तिथि 9 अक्टूबर 2022 को सुबह 03 बजकर 41 मिनट से शुरू होगी।

पूर्णिमा तिथि अगले दिन 10 अक्टूबर 2022 को सुबह 02 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगी।
कोजागर पूजा मुहूर्त - 9 अक्टूबर 2022,  रात 11.50 - 10 अक्टूबर 2022, प्रात: 12.30
अवधि - 49 मिनट

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क्यों की जाती है ये पूजा 

  1. पौराणिक मान्यता के अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी समुद्र मंथन के समय प्रकट हुई थीं, इसलिए शरद पूर्णिमा का त्योहार मां लक्ष्मी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। 
  2. शरद पूर्णिमा की रात अमृत बरसता है, इसलिए रात में चंद्रमा की रोशनी में खीर रखी जाती है। फिर इसका माता लक्ष्मी को भोग लगाया जाता है। मान्यता है ऐसा करने पर घर में सदा बरकत बने रहने का आशीर्वाद मिलता है। 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इंडिया टीवी इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)

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