Kharmas 2023: आज यानि 15 मार्च से खरमास लग रहा है, जो कि पूरे एक महीने तक रहेगा। हिंदू धर्म में खरमास के दौरान किसी भी तरह के शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। हालांकि खरमास में पूजा-पाठ करना अच्छा माना जाता है। आपको बता दें कि जब सूर्य मीन या धनु राशि में गोचर (प्रवेश) करते हैं तो इस राशि परिवर्तन के कारण खरमास शुरू होता है। यानी कि सूर्य के मीन राशि में गोचर करते ही खरमास शुरू हो जाता है। 15 मार्च से शुरू हुआ खरमास 14 अप्रैल तक रहेगा।
खरमास में क्या नहीं करना चाहिए?
- खरमास के दौरान शादी-विवाह और सगाई जैसे मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए
- खरमास में गृह प्रवेश, नामकरण और मुंडन जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं
- इस दौरान कोई भी नया व्यापार शुरू नहीं करना नहीं चाहिए और न ही कोई दुकान खोलना चाहिए
- खरमास में तामसिक भोजन जैसे- मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए
- खरमास में नई वधू के गृह प्रवेश से भी बचना चाहिए
- खरमास में हर तरह के मांगलिक कार्यों को करने की मनाही होती है
खरमास में इन कामों को करना चाहिए
- खरमास के दौरान भगवान सूर्य देव की उपासना करना विशेष फलदायी माना जाता है।
- खरमास के महीने में भगवान विष्णु की पूजा करना शुभकारी होता है।
- इस मास में 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नमः' मंत्र का जाप करना चाहिए।
- किसी की जन्मकुंडली में गुरु ग्रह अशुभ स्थिति में है तो खरमास में गुरु ग्रह से संबंधित उपाय करना चाहिए। ऐसा करने से ग्रह का अशुभ प्रभाव कम होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। । इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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