Vastu Tips: अगर आप वास्तु शास्त्र में विश्वास रखते हैं तो संभावना है कि आप इसके टिप्स को भी फॉलो करते होंगे। वास्तु शास्त्र में कई ऐसे कामों के बारे में बताया गया है जिन्हें किसी विशेष दिन या विशेष समय में करना वर्जित माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इन दिनों में ये काम करने से मनुष्य को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जैसे गुरुवार, मंगलवार, शनिवार के दिन नाखून नहीं काटना चाहिए, शाम के समय नहीं सोना चाहिए, सूर्योदय से पहले उठ जाना चाहिए आदि कई नियम शामिल हैं।
ऐसे ही खाने को लेकर भी शास्त्रों में कुछ नियम बताए गए हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार हमें एक सही दिशा में भोजन करना चाहिए। वास्तु कहता है कि हर दिशा ऊर्जा से संबंधित होती है। इसलिए वास्तु की मानें तो गलत दिशा में भोजन करने से कई तरह का वास्तु दोष लगता है। तो चलिए इस लेख के जरिए जानते हैं खाना खाने के 5 नियमों के बारे में।
क्या है खाने की सही दिशा?
वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में ही मुख करके व्यक्ति को भोजन करना चाहिए। क्योंकि वास्तु के अनुसार ये दिशा बेहद शुभ माना जाता है।
1. खाने से पहले जरूर बोलें ये मंत्र -
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार खाना खाने से पहले व्यक्ति को इस भोजन मंत्र का जप जरूर करना चाहिए। मंत्र है - 'ब्रहमैव तेन गन्तव्यं ब्रहमकर्मसमाधिना ॥ ॐ सह नाववतु। सह नौ भुनक्तु। सह वीर्यं करवावहै। तेजस्विनावधीतमस्तु।' कहा जाता है कि ऐसा करने से भोजन हमारे शरीर में लगता है। साथ ही मानसिक और शारीरिक रूप से भी व्यक्ति स्वस्थ महसूस करता है।
2. नीचे बैठकर करें भोजन -
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति को जमीन पर बैठकर ही भोजन करना चाहिए। क्योंकि कुर्सी पर या बिस्तर पर बैठकर खाने से ब्लड सर्कुलेशन पर विपरित असर पड़ता है।
3. कभी भी एक साथ न लें 3 रोटियां -
खाने के दौरान कभी भी एक साथ 3 रोटियां न लें। क्योंकि हिंदू धर्म में 3 नंबर को अशुभ माना जाता है।
5. कभी भी थाली में न छोड़ें भोजन -
इसके साथ ही इस बात का भी खास ध्यान रखें कि जितनी जरूरत है उतना ही भोजन लें। क्योंकि थाली में खाना छोड़ने और उसे कूड़े में फेंकने से माता अन्नपूर्णा नाराज हो जाती हैं। साथ ही ऐसा करने से अन्न का अनादर भी होता है।
5. कभी भी थाली में ना धोएं हाथ -
कहा जाता है कि खाना खाने के बाद कभी भी थाली में हाथ नहीं धोना चाहिए। क्योंकि इससे माता लक्ष्मी और माता अन्नपूर्णा नाराज होती हैं। फिर ऐसे में मनुष्य को धन हानि का सामना करना पड़ सकता है।