Karwa Chauth 2022: कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवाचौथ का व्रत किया जाता है और चांद देखकर व्रत का पारण किया जाता है। इस दिन चन्द्रोदय शाम 7 बजकर 53 मिनट पर होगा। करवाचौथ के इस व्रत को करक चतुर्थी या दशरथ चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन शिव जी, गणेश जी और स्कन्द, यानी कार्तिकेय के साथ बनी गौरी के चित्र की सभी उपचारों के साथ पूजा की जाती है और चन्द्रोदय होने के बाद चन्द्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया जाता है।
वहीं, करवा चौथ सौभाग्य का प्रतीक होता है इसलिए इस दिन सुहागिन महिलाओं को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखने के साथ-साथ कपड़ों के रंग का भी ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। इस दिन महिलाओं को कुछ रंग के कपड़ों का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। आइए जानते हैं।
काला रंग (Black)
करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाओं को काले रंग के कपड़े नहीं पहनी चाहिए। यह रंग अशुभ और नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। इसलिए हिन्दू धर्म में कोई भी शुभ कार्य या पूजा-पाठ करते समय काले रंग के कपड़े पहनने से मना किया जाता है। हालांकि आप मंगलसूत्र और काजल का इस्तेमाल कर सकते हैं, क्योंकि यह बुरी नजर से बचाता है।
सफेद रंग (White)
सफेद रंग वैसे तो शांति और सौम्यता का प्रतीक माना जाता है। लेकिन हिन्दू धर्म में सुहागिनों के लिए यह रंग पहनना अशुभ माना जाता है। इसलिए करवा चौथ पर शादीशुदा महिलाओं को सफेद रंग के कपड़े कभी भी नहीं पहनने चाहिए। इसके साथ ही इस दिन सफेद रंग की चीजों जैसे दही, दूध, चावल या सफेद वस्त्र का दान नहीं करना चाहिए।
भूरा रंग (Brown)
करवा चौथ के दिन भूरे रंग के कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है, क्योंकि यह रंग सेडनेस से भरा रंग माना जाता है। इसलिए सुहागिन महिलाओं को करवाचौथ पर इस रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए।
स्लेटी रंग (Gray)
स्लेटी रंग के कपड़े भी करवा चौथ पर पहनने से बचना चाहिए। इस रंग को पहनना अशुभ माना जाता है।
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