Lathmar Holi 2023: इस साल रंगों का उत्सव होली का पर्व 8 मार्च 2023 को मनाया जाएगा। फाल्गुन मास में पड़ने वाले इस त्यौहार की धूम देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी रहती है। वहीं ब्रज की होली देखने के लिए तो सात समंदर पार से भी विदेशियों की टोली आती है। आपको बता दें कि मथुरा की होली दुनिया में प्रसिद्धि पा चुकी है। यहां रंग-गुलाल के अलावा फूल, लड्डू और लट्ठ वाली होली खेली जाती है। ब्रजवासियों का होली मनाने का ये अनोखा तरीका हर किसी को आकर्षित कर लेता है।
कब खेली जाएगी लठमार होली? (Mathura Lathmar Holi 2023 Date)
ब्रज की लठमार होली का इतंजार लोग सालभर से बड़ी बेसब्री के साथ करते हैं। लठमार होली देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु मुथरा आते हैं। इस साल विश्व प्रसिद्ध लट्ठमार होली 28 अप्रैल 2023 को खेली जाएगी। मान्यताओं के मुताबिक, द्वापरयुग में श्रीकृष्ण ने राधारानी और गोपियों के साथ लठमार होली खेलने की शुरुआत की थी। उसके बाद से ही इस परंपरा की शुरुआत हुई और तब से आज तक लोग बड़े आनंद के साथ लठमार होली खेलते हैं।
लठमार होली से जुड़ी पौराणिक कथा
लट्ठमार होली को कृष्ण राधा के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इस होली में डंडों के साथ खास रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। लट्ठमार होली को लेकर प्रचलित धार्मिक कथा के मुताबिक, द्वापरयुग में नंदगांव से कृष्ण अपने ग्वालों की टोली के साथ बरसाने की राधा और गोपियों के साथ होली खेलने और उन्हें सताने के लिए बरसाना जाते थे। इससे परेशान होकर राधा रानी छड़ी लेकर कन्हैया और उनके ग्वालों के पीछे छड़ी मारने के लिए भागती थीं। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए हर साल फाल्गुन महीने में बरसाने की महिलाएं और नंदगांव के पुरुष लट्ठमार होली खेलते हैं। नंदगांव की टोलियां रंग, गुलाल लेकर महिलाओं संग होली खेलने बरसाना पहुंचते हैं। इस होली में गोपियां हुरियारों का लट्ठ और गुलाल दोनों से स्वागत करती हैं। महिलाएं उन पर प्यार खूब लाठियां बरसाती हैं।
(डिस्क्लेमर - ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।)
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