Hindu Nav Varsh 2025 Date: यूं तो पूरी दुनिया 1 जनवरी को नया साल मनाती है लेकिन हिंदुओं का नव वर्ष इस दिन से प्रारंभ नहीं होता है। बता दें कि हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है। हिंदू कैलेंडर में 12 महीने होते हैं, जिसमें पहला माह चैत्र और आखिरी फाल्गुन मास होता है। कहते हैं कि उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने लगभग 2000 वर्ष पूर्व विक्रम संवत प्रारंभ किया था। हिंदू सभ्यता के अनुसार चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को महत्व देते हुए विक्रमादित्य ने इस पंचांग को संपूर्ण भारतवर्ष के जनमानस तक पहुंचाया था। तो आइए जानते हैं कि साल 2025 में कब मनाया जाएगा हिंदू नव वर्ष।
हिंदू नव वर्ष 2025 में कब मनाया जाएगा?
साल 2025 में हिंदुओं का नया साल 30 मार्च को मनाया जाएगा। ये विक्रम संवत 2082 होगा। ब्रह्मांण पुराण के अनुसार सृष्टि की रचना का कार्य विष्णु जी ने ब्रह्मा जी को सौंप कर रखा हुआ है और ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना जब की तो वह दिन चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि थी। यही वजह है कि इस दिन धार्मिक कार्यों को करना बेहद शुभ माना जाता है। हिंदू धर्म की परंपरा के अनुसार, नव वर्ष के दिन प्रथम पूज्यनीय भगवान श्री गणेश का पूजन, सृष्टि के सभी प्रमुख देवी-देवताओं का पूजन, वेद शास्त्र और पंचांग का पूजन इत्यादि की वंदना कर नए साल का स्वागत परंपरागत ढंग से किया जाता है।
बता दें कि 1 जनवरी को पश्चिमी मान्यता के अनुसार नया साल मनाया जाता है। यह जूलियन कैलेंडर के आधार पर होता है। जूलियन कैलेंडर में वर्तमान वर्ष 2025 चल रहा है, वहीं हिंदू पंचांग के अनुसार नया संवत( हिंदू नववर्ष) इस बार 2082 होगा। दोनों के बीच 57 साल का फर्क होता है। हिंदू नववर्ष अंग्रेजी के नए साल से करीब 57 साल आगे चलता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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