Hariyali Amavasya 2024: 4 अगस्त को हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी। इस दिन स्नान-दान का विशेष महत्व होता है। बता दें कि सावन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को हरियाली अमावस्या कहते हैं। इसे चितलगी अमावस्या भी कहते हैं। विशेष तौर पर उत्तर भारत में इस अमावस्या का बहुत अधिक महत्व है। सावन के महीने में चारों तरफ हरियाली होती है। इसलिए पुराणों में भी हरियाली अमावस्या को पर्यावरण संरक्षण के रूप में मनाने की परंपरा है। हमारी संस्कृति में वृक्षों को भगवान के रूप में पूजा जाता है। कहते हैं कि हर वृक्ष में किसी न किसी देवता का वास होता है। जैसे पीपल के वृक्ष में तीनों महाशक्ति ब्रह्मा, विष्णु और शिवजी का वास माना जाता है। तो आइए जानते हैं कि हरियाली अमावस्या के दिन क्या करना चाहिए और स्नान-दान के लिए क्या शुभ मुहूर्त रहेगा।
हरियाली अमावस्या का महत्व
शास्त्रों के अनुसार, हरियाली अमावस्या के दिन हर व्यक्ति को आज कोई न कोई पौधा आवश्य लगाना चाहिए। अगर इस दिन न लगा सके तो आज से आने वाले आठ दिन तक कभी भी लगा लें। हरियाली अमावस्या के दिन भगवान शिव की पूजा करने से प्यार, पैसा और कामयाबी हासिल होती है। साथ ही इस दिन पितरों के निमित दान-पुण्य का भी बहुत अधिक महत्व है।
हरियाली अमावस्या के दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय
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हरियाली अमावस्या के दिन तांबे के लौटे में जल भरकर, उसमें गंगाजल, कच्चा दूध, तिल, जौ, दूब, शहद और फूल डालकर पितरों का तर्पण करना चाहिए। तर्पण करते समय दक्षिण दिशा की तरफ मुख करके हाथ में तिल और दूर्वा लेकर अंगूठे की ओर जलांजलि देते हुए पितरों को जल अर्पित करें।
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पितरों को प्रसन्न करने के लिए हरियाली अमावस्या के दिन पेड़-पौधे लगाएं। वहीं अगर कुंडली में पितृ दोष है तो हरियाली अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ जरूर लगाना चाहिए।
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अमावस्या के दिन तिल का दान करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अलावा अमावस्या के दिन दान-पुण्य करने के साथ ही पितरों का पिंडदान और तर्पण भी करें। ऐसा करने से पूर्वजों अपने वंशज को आशीर्वाद देते हैं और पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है।
हरियाली अमावस्या 2024 तिथि और स्नान-दान मुहूर्त
- श्रावण कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि का आरंभ- 3 अगस्त 2024 को दोपहर 3 बजकर 50 मिनट से
- श्रावण कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि समाप्त- 4 अगस्त 2024 को शाम 4 बजकर 43 मिनट पर
- हरियाली अमावस्या 2024 तिथि- 4 अगस्त 2024
- हरियाली अमावस्या पर स्नान दान का शुभ मुहूर्त-सुबह 5 बजकर 44 मिनट से दोपहर 1बजकर 26 मिनट तक
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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