Highlights
- गोवर्धन पूजा के दिन दीपदान करें
- भगवान श्रीकृष्ण को अन्नकूट का प्रसाद चढ़ाएं
Goverdhan Puja 2022: दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन कुछ कार्यों को करना वर्जित माना गया है। यदि आप कुछ बातों का ध्यान रखते हैं तो इससे घर पर सुख-समृद्धि बनी रहती है। हिंदू धर्म में गोवर्धन पूजा को ‘अन्नकूट’ और ‘बलि प्रतिपदा’ के नाम से भी जाना जाता है। हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को यह त्योहार भव्य रूप से मनाया जाता है। गोवर्धन पूजा के दिन गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन भगवान कृष्ण की भी पूजा होती है और उन्हें अन्नकूट का भोग लगाया जाता है। चलिए जानते हैं इस दिन कौन से कार्य होते वर्जित हैं और किन बातों का रखना चाहिए।
गोवर्धन पूजा में इन बातों का रखें ध्यान
चंद्र दर्शन नहीं करना चाहिए
ग्रामीण क्षेत्रों में गोवर्धन पूजा के पर्व को दिवाली की तरह मनाया जाता है। यह पांच दिवसीय दीपोत्सव का ही पर्व होता है। इस दिन चंद्र दर्शन करना अशुभ माना गया है।
गाय को न पहुंचाएं हानि
गोवर्धन पूजा पर मुख्य रूप से गौ माता की पूजा का विधान है। इसलिए इस दिन गाय या किसी भी पशु को हानि न पहुंचाएं।
गोवर्धन पूजा बंद कमरे में नहीं करें
गोवर्धन पूजा या अन्नकूट हमेशा आंगन, छत, बालकनी या खुले में करना चाहिए। माना जाता है कि बंद कमरे में पूजा करने से भगवान द्वारा पूजा स्वीकार नहीं की जाती है।
काले या गंदे कपड़े न पहनें
गोवर्धन पूजा पर गंदे और काले रंग के कपड़े पहनकर पूजा करना बहुत अशुभ माना गया है। इससे पूजा का फल प्राप्त नहीं होता।
अकेले पूजा न करें
अकेली महिला को गोवर्धन पूजा नहीं करनी चाहिए। इस दिन अकेले पूजा करना अशुभ माना जाता है। इसलिए अपने रिश्तेदारों या मोहल्ले की महिलाओं के संग मिलकर गोवर्धन पर्वत बनाएं और फिर पूजा करें।
परिक्रमा अधूरी न छोड़ें
गोवर्धन पूजा पर सात परिक्रमा का विशेष महत्व होता है। लेकिन किसी भी कारण परिक्रमा को अधूरा नहीं छोड़ें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि परिक्रमा हमेशा नंगे पैर ही करें।
- सुख-समृद्धि के लिए गोवर्धन पूजा पर करें ये कार्य
- गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर पूजा करें।
- तुलसी पूजन करें और दीप जलाएं।
- गोवर्धन पूजा के दिन दीपदान करें।
- भगवान श्री हरि विष्णु की भी पूजा करें।
- पीपल वृक्ष के पास दीपक जलाएं।
- भगवान श्रीकृष्ण को अन्नकूट का प्रसाद चढ़ाएं।
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। INDIA TV इसकी पुष्टि नहीं करता है।)