Alvida Jumma Mubarak 2023: इस्लाम में सबसे पाक महीना रमजान को माना गया है। रमजान में हर मुसलमान रोजा (उपवास) रख कर अल्लाह की इबादत करता है। रमजान में रोजे का महत्व इसलिए भी अधिक होता है क्योंकि इस महीने में की गई इबादत का फल कई गुना अधिक मिलता है। रमजान के आखिरी दिन ईद मनाई जाती है। लेकिन ईद से एक दिन पहले जुम्मे की नमाज अदा की जाती है, जिसे अलविदा जुम्मा भी कहा जाता है। इस्लाम में जुम्मे की नमाज का महत्व काफी अधिक बताया गया है। आपको बता दें कि इस्लाम धर्म में जुम्मा यानी शुक्रवार के दिन को काफी खास माना गया है। रमजान में हर शुक्रवार की अहमियत अधिक होती है लेकिन आखिरी जुम्मा हर मुसलमान के लिए विशेष महत्व रखता है।
अलविदा जुम्मा मुबारक!
आज यानी 21 अप्रैल 2023 को अलविदा जुम्मे की नमाज पढ़ी जाएगी। ईद से एक दिन पहले आखिरी जुम्मा होता है, जिसमें सभी मुस्लिम समुदाय के लोग नए कपड़ा पहनकर मस्जिद जाते हैं और अलिवदा की नमाज अदा करते हैं। लखनऊ इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, आज (शुक्रवार) को अलविदा की नमाज पढ़ी जाएगी। शुक्रवार दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर जामा मस्जिद ईदगाह में जुम्मे की नमाज पढ़ी जाएगी।
अलविदा जुम्मा का महत्व
अलविदा जुम्मे के दिन अल्लाह की इबादत करने और नमाज पढ़ने से कई गुना अधिक सबब मिलता है। रमजान के आखिरी जुम्मे के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं और अमन-शांति की दुआ भी मांगते हैं। इस्लामिक धार्मिक मान्यताओं के मुताबित, जुम्मे के दिन हर मस्जिद पर फरिश्ते मौजूद रहते हैं और जुम्मा की नमाज अदा करने वालों का नाम लिखते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इंडिया टीवी इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)
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